क्षति के लक्षण:-
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किसान भाइयों, बैंगन की फसल में शीर्ष एवं फल छेदक कीट की इल्ली तने में छेद करके अंदर के गूदे को खाती हैं।
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कीट का प्रकोप जिन शाखाओं पर होता तो वे शाखाएं झुक जाती हैं।
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ये इल्ली पुष्पकोष की कोमल अवस्था के दौरान फलों में घुस जाती हैं, जिस वजह से इसका प्रकोप पौधों पर बाहर से नहीं दिखता है।
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सामान्यत: फलों पर दिखने वाल बड़े छेद इल्ली के अंदर जाने या बाहर आने के होते है।
नियंत्रण के उपाय –
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इसके नियंत्रण के लिए, लैमनोवा (लैम्ब्डा-साइहलोथ्रिन 04.90% सीएस) @ 120 मिली या फेम (फ्लुबेंडियामाइड 480 एससी) @ 60 मिली या विराट (साइपरमेथ्रिन 3% + क्विनालफोस 20% ईसी) @ 240 मिली + सिलिको मैक्स @ 50 मिली, प्रति एकड़ 150 से 200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।
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जैविक नियंत्रण के लिए, ब्रिगेड बी (बवेरिया बेसियाना 1.15% डब्ल्यूबी) @ 1 किग्रा/एकड़ 150 -200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।
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