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बैंगन की फसल में लगी इल्ली उपज को बहुत नुकसान पहुंचाती है। शीर्ष एवं फल छेदक कीट की इल्ली तने में छिद्र कर आंतरिक गूदे को खाती है।
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जिस शाखा पर कीट का प्रकोप होता है, वह शाखा मुरझाकर लटक जाती है।
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ये इल्ली फलों पर पुष्पकोष की कोमल अवस्था में उसके नीचे से प्रवेश करती है, जिसके चलते पौधे पर कोई भी संक्रमण के निशान नहीं दिखता है।
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फलों पर दिखाई देने वाले बड़े छिद्र सामान्यत: इल्ली के निकास या बाहर आने के होते हैं।
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नियंत्रण के उपाय – लैमनोवा @ 120 मिली या फेम (फ्लुबेंडिएमाइड 39.35% एससी) @ 60 मिली या विराट (साइपरमेथ्रिन 3% + क्विनालफोस 20% ईसी) @ 140 -160 मिली + सिलिकोमैक्स गोल्ड @ 50 मिली प्रति एकड़ 150 से 200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।
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जैविक नियंत्रण के लिए, ब्रिगेड बी (बवेरिया बेसियाना 1.15% डब्ल्यूबी) @ 1 किग्रा/एकड़ 150 -200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।
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