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किसान भाइयों भारत में आमतौर पर प्याज की खेती रबी तथा खरीफ दोनों मौसम में की जाती है। मुख्यतः इस समय सभी जगह रबी प्याज की पौध रोपाई चल रही है या कही रोपाई हो चुकी है l जहां रोपाई हो चुकी है उसके 25 दिन बाद किसान निम्न आवश्यक सिफारिशें जरूर अपनाएं।
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छिड़काव के रूप में – पौधे के वानस्पतिक विकास को बढ़ाने और फसल में इल्ली एवं फफूंदी जनित रोगों के प्रकोप को रोकने के लिए पानी में घुलनशील उर्वरक (ग्रोमोर) 19:19:19 @ 1 किलोग्राम + लैमनोवा (लैम्ब्डा सायहेलोथ्रिन 4.9% एससी) @ 200 मिली + नोवाकोन (हेक्साकोनाज़ोल 5% एससी) @ 400 मिली प्रति एकड़ की दर से पानी में मिलाकर छिड़काव करें।
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प्रत्येक छिड़काव में सिलिको मैक्स (सिलिकॉन आधारित स्टिकर चिपको) @ 5 मिली प्रति 15 लीटर पानी के साथ जरूर मिलाएं।
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मिट्टी में आवेदन – यूरिया @ 30 किलोग्राम + एग्रोमिन (सूक्ष्म पोषक तत्व मिश्रण) @ 5 किलोग्राम + ग्रोमोर (जिंक सल्फेट) @ 5 किग्राग्राम प्रति एकड़ की दर से मिट्टी में उपयोग करें। यूरिया पौधों को नाइट्रोजन प्रदान करता है जो वानस्पतिक विकास को बढ़ाने में सहायक होता है, एग्रोमिन फसलों में सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी को पूरा करता है एवं जिंक सल्फेट पौधों की वृद्धि और शक्ति को बढ़ाता है।
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