तरबूज की फसल में मौसम परिवर्तन के कारण हो सकते हैं ये रोग

  • मौसम में आये अचानक परिवर्तन के कारण कहीं-कहीं बहुत अधिक बारिश हुई है।
  • इसके कारण तरबूज की फसल में कवक रोगों के प्रकोप की सम्भावना बहुत बढ़ गई है।
  • इसके अलावा तरबूज की फसल में इस समय अल्टेरनेरिया ब्लाइट, गमी स्टेम ब्लाइट, उकठा रोग आदि हो सकते है। इसके नियंत्रण के लिए इन रोगो पर प्रभावी उत्पादों का उपयोग अवश्य करें।
  • इन उत्पादों के उपयोग से तरबूज़ की फसल में होने वाले रोगों से फसल को बचाया जा सकता है।
  • अल्टरनेरिया पत्ती धब्बा: इस रोग के निवारण के लिए कार्बेडेंजियम 12% + मैंकोजेब 63% WP @ 300 ग्राम/एकड़ या कीटाजिन@ 300 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव करें।
  • गमी स्टेम ब्लाइट/उकठा रोग: कासुगामायसिन 5% + कॉपर आक्सीक्लोराइड 45% WP @ 300 ग्राम/एकड़ या क्लोरोथालोनिल 75% WP @ 300 ग्राम/एकड़ या टेबुकोनाज़ोल 25.9% EC @ 200 मिली/एकड़ की दर से छिड़काव करें।
  • जैविक उपचार के रूप में स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस @ 250 ग्राम/एकड़ या ट्रायकोडर्मा विरिडी @ 500 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव करें।

अपने खेत को ग्रामोफ़ोन एप के मेरे खेत विकल्प से जोड़ें और पूरे फसल चक्र में रोगों व कीटों के प्रकोप की समयपूर्व जानकारी प्राप्त करते रहें । इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने किसान मित्रों से भी करें साझा।

 

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