पौधों के लिए नाइट्रोजन होता है महत्वपूर्ण, जानें इसके लाभ

नाइट्रोजन प्रोटीन का एक महत्वपूर्ण स्रोत है, यह पर्णहरित का महत्वपूर्ण भाग होता है जो प्रकाश संश्लेषण के लिए अतिआवश्यक होता है। नाइट्रोजन पौधे की वानस्पतिक वृद्धि को बढ़ाता है एवं गहरा हरा रंग प्रदान करता है। नाइट्रोजन पौधे की शुरूआती वृद्धि को बढ़ाता है। 

मिट्टी जिसमें जैविक कार्बन का स्तर कम होना या फिर हल्की गठन वाली रेतीली मिट्टी जिसमें अत्यधिक वर्षा या सिंचाई द्वारा अपक्षालन होना दरअसल नाइट्रोजन की कमी को दर्शाता है। अनाज वाली फसलों की सघन कृषि प्रणाली में भी इसकी कमी देखी जाती है।

पौधे में नाइट्रोजन की कमी के लक्षण पुरानी पत्तियों पर दिखाई देते हैं। नाइट्रोजन की कमी वाले पौधों की वृद्धि इसके कारण रुक जाती है, और पौधे आकार में पतले एवं छोटे दिखाई देते हैं। अनाज वाली फसलों में इसके कारण कल्ले बहुत कम हो जाते हैं। इससे पत्तियाँ नोक की तरफ से पीली पड़ने लगती हैं। यह प्रभाव पहले पुरानी पत्तियों पर दिखाई देते हैं, फिर बाद में नई पत्तियों पर भी दिखाई देते हैं।

नाइट्रोजन का प्रबंधन: 

नाइट्रोजन की मिट्टी में उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए मिट्टी की जांच करवाएं। जांच के आधार पर, सिफारिश की गई नाइट्रोजन को खाद एवं जैविक उर्वरकों की सहायता से बुआई के समय प्रयोग करें। खड़ी फसल में आवश्यकतानुसार यूरिया का भुरकाव करें।

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