धान की नर्सरी एवं रोपाई के समय खरपतवार नियंत्रण के उपाय

धान की नर्सरी में खरपतवार नियंत्रण:- धान खरीफ मौसम की एक महत्वपूर्ण फसल है। इसलिए समय रहते खरपतवारों को नष्ट करना बहुत जरूरी है, धान की खेती में रोग और कीटों के अलावा खरपतवार भी काफी नुकसान पहुंचाते हैं। इसके साथ ही धान की फसल के लिए हानिकारक खरपतवारों के कारण विभिन्न कीट भी आकर्षित होते हैं।

बुवाई के 10-12 दिन बाद:-

नॉमिनी गोल्ड:- धान की फसल में प्रमुख घास और चौड़ी पत्ती वाले खरपतवारों को नियंत्रित करता है। खरपतवार के 2-4 पत्ती वाली अवस्था में प्रयोग करना उपयुक्त समय होता है। यह एक चयनात्मक शाकनाशी है।

धान की नर्सरी में खरपतवार नियंत्रण के लिए बुवाई के 10-12 दिन बाद, नॉमिनी गोल्ड (बिस्पायरीबैक-सोडियम 10% एससी) @ 8 मिली प्रति 15 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें। 

खरपतवार नाशक का छिड़काव करते समय फ्लैट फेन (कट वाले) नोज़ल का इस्तेमाल करें। 

रोपाई  के 0 से 3 दिन के बाद  (धान रोपाई के बाद एवं खरपतवार अंकुरण से पहले) 

एरोस गोल्ड (प्रेटिलाक्लोर 50%ईसी)

  • यह एक व्यापक स्पेक्ट्रम और चयनात्मक शाकनाशी है। धान में लगभग सभी खरपतवारों (सकरी और चौड़ी पत्ती वाले खरपतवार) को नियंत्रित करता है।

  • धान की फसल में रोपाई के 0-3 दिन के बाद खरपतवारों के जमाव को रोकने के लिए एरोस गोल्ड (प्रेटिलाक्लोर 50%ईसी) @ 400 मिली, 40 किलो रेत के साथ मिलाकर खेत में समान रूप से भुरकाव करें। भुरकाव के समय खेत में 4-5 सेंटीमीटर जल स्तर बनाए रखें।

  •  रोपाई के 3-7 दिन बाद साथी (पायराज़ोसल्फ्यूरॉन एथिल 10% डब्ल्यूपी) 40-50 ग्राम प्रति एकड़ 150-200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।

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