भिंडी की उन्नत खेती के लिए उसकी उन्नत किस्मों का चयन करना आवश्यक है। किसानों को अधिक पैदावार के लिए अपने क्षेत्र की प्रचलित भिंडी की किस्मों का चयन करना चाहिए। इसके साथ साथ उन किस्मों की विशेषताओं और उपज की जानकारी होना भी आवश्यक है। किसानों की जानकारी के लिए भिंडी की उन्नत किस्मों की विशेषताएं इस प्रकार हैं –
यूपीएल मोना 002:-
पहली तुड़ाई बुवाई के 42 से 45 दिनों पर होती है।
फलों की लंबाई 12 से 14 सेंटीमीटर की होती है।
फलों का रंग गहरा हरा होता है।
लीफ कर्ल वायरस और पीत शिरा मोज़ेक वायरस रोग के लिए सहनशील हैं।
पौधों में शाखाएं 2 से 4 होती हैं।
यूपीएल राधिका:-
पहली तुड़ाई बुवाई के 42 से 45 दिनों पर होती है।
फलों की लंबाई 12 से 14 सेंटीमीटर की होती है।
फल का रंग गहरा हरा होता है।
लीफ कर्ल वायरस और पीत शिरा मोज़ेक वायरस रोग के लिए सहनशील है।
पौधों में शाखाएं 2 से 4 होती हैं।
यूपीएल वीनस प्लस
पहली तुड़ाई बुवाई के 40 से 45 दिनों पर होती है।
फलों की लंबाई 12 से 14 सेंटीमीटर की होती है।
फल का रंग गहरा हरा होता है।
लीफ कर्ल वायरस और पीत शिरा मोज़ेक वायरस रोग के लिए सहनशील है।
पौधों में शाखाएं 2 से 3 होती हैं।
हाइवेज सोना
पहली तुड़ाई बुवाई के 45-48 दिनों पर होती है।
फलों की लंबाई 12 से 16 सेंटीमीटर की होती है।
लीफ कर्ल वायरस और पीत शिरा मोज़ेक वायरस रोग के लिए सहनशील है।
पौधों में शाखाएं 2 से 4 होती हैं।
नुन्हेम्स शिवांश
पहली तुड़ाई बुवाई के 45 से 50 दिनों पर होती है।
फलों की लंबाई 12 से 14 सेंटीमीटर की होती है।
लीफ कर्ल वायरस और पीत शिरा मोज़ेक वायरस रोग के लिए सहनशील है।
पौधों में शाखाएं 2 से 4 होती हैं।
नुन्हेम्स सिंघम
पहली तुड़ाई बुवाई के 45-48 दिनों पर होती है।
फलों की लंबाई 12 से 14 सेंटीमीटर की होती है।
फल का रंग गहरा हरा होता है।
पौधों में शाखाएं 2 से 4 होती हैं।
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