भारत में तोतापरी, हाफुस, रत्नागिरी और सिंधुरा जैसे कई बेहतरीन आम की किस्में उगाई जाती हैं, लेकिन शायद ही आपने कभी लाखों में बिकने वाले किसी आम का स्वाद चखा होगा। आज के इस लेख में हम आपको दुनिया के सबसे महंगे और दुर्लभ आम के बारे में बताएंगे। जिसकी खेती के जरिए करोड़ों की कमाई की जा सकती है।
खूबियों से भरा ‘मियाजाकी’
आम की इस खास किस्म का नाम ‘मियाजाकी’ है जो विशेषतौर पर गर्मी और सर्दी के मौसम के बीच जापान में होता है। मियाजाकी दिखने में सुर्ख लाल रंग का होता है। इसका आकार काफी बड़ा होता है। इस आम में कैंसर से बचाने वाले पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।
इसके अलावा ये आखोंं और त्वचा के लिए भी काफी फायदेमंद होता है। इतना ही नहीं इसके सेवन से कोलेस्ट्रोल की समस्या कम होती है। इसके साथ ही ये हीट स्ट्रोक से बचाने और इम्यूनिटी बूस्ट करने में भी काफी मदद करता है। इन सभी खासियतों के चलते इसके 700 ग्राम के दो आमों की कीमत लगभग ढ़ाई लाख है।
‘मियाजाकी’ का भारत में उत्पादन
यूं तो मियाजाकी जापान में उगाया जाता है, लेकिन भारत के कुछ हिस्सों में भी इस दुर्लभ किस्म को कई सालों से उगाया जा रहा है। बिहार के पूर्णिया में पूर्व विधायक अजीत सरकार के यहां 25 साल से इस किस्म का पेड़ लगा है। मियाजाकी का पौधा पूर्व विधायक की बेटी को एक विदेशी मेहमान ने उपहार के तौर पर दिया था। जिसके बाद से यह बंपर कमाई के साथ उनके यहां आर्कषण का केंद्र बना हुआ है।
इसके अलावा मध्यप्रदेश के जबलपुर में भी इसका उत्पादन हो रहा है। यहां के रहने वाले संकल्प परिहार के बगीचे में मियाजाकी के कुछ पेड़ लगे हुए हैं। इसके पौधे उन्होंने चेन्नई जाते समय एक व्यक्ति से अनजाने में खरीदे थे। हालांकि इसकी जानकारी होने के बाद संकल्प ने इसके कई और पौधे लगाए, जिसके जरिए वह लाखों का उत्पादन प्राप्त कर रहे हैं।
स्रोत: कृषि समाधान
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