टमाटर की फसल में फल छेदक से होने वाले नुकसान एवं नियंत्रण के उपाय

फल छेदक कीट की इल्ली या सुंडी सबसे ज्यादा हानिकारक होती है। शुरुआई अवस्था में यह इल्ली पत्तियों को खाती है, और बाद में फल में छेद करके फलों को नुकसान भी पहुँचाती है। इल्ली द्वारा किए गए छेद गोलाकार होते हैं। इस कीट की एक इल्ली 2-8 फल को नुकसान पहुंचा सकती है, और इसके कारण फसल की गुणवत्ता तथा उपज भी घटती है।

नियंत्रण: फली छेदक के नियंत्रण एवं निगरानी के लिए, हेलिको-ओ-लूर @ 10 फनेल ट्रैप प्रति एकड़ के दर से खेत में लगाएं। प्रकोप दिखाई देने पर कोस्को (क्लोरेंट्रानिलिप्रोल 18.50% एससी) @ 60 मिली प्रति एकड़ या लैमनोवा (लैम्ब्डा सायहॅलोथ्रिन 04.90% सी एस) @ 120 मिली प्रति एकड़ 150 -200 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें। 

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