कपास की फसल में मिलीबग की समस्या एवं नियंत्रण के उपाय

क्षति के लक्षण 

मिलीबग छोटे अंडाकार, मुलायम शरीर वाले रस चूसक रुई के सामान कीड़े हैं। प्रौढ़ मिली बग पत्तियों, तना, एवं जड़ों को सफ़ेद मोम के आवरण से ढक लेता है।  मिलीबग अपने चुभाने एवं चूसने वाले मुखांग की सहायता से पत्तियों व तनो से अधिक मात्रा में रस चूसकर पौधो को आवश्यक पोषक तत्वों से वंचित कर देता है।

यह कीट, अतिरिक्त रूप से मधुरस बाहर निकालता है। जो चींटियों को आकर्षित करता है। यह मधुरस, फफूंदी को विकसित करने में सहायता करता है, जिससे पौधे की प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया बाधित होती है।

नियंत्रण के उपाय:- डी -वन ( सुल्फोक्साफ्लोर 21.80% एससी) @ 150 मिली + सिलिको मैक्स @ 50 मिली प्रति एकड़, 150 से 200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।

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