किसानों की आय बढ़ाने और उन्नत कृषि तकनीकों को बढ़ावा देने के लिए बिहार सरकार ने संरक्षित खेती योजना (2024-25) शुरू की है। इस योजना के तहत मल्चिंग, शेडनेट और पॉलीहाउस जैसी आधुनिक तकनीकों को अपनाने पर 50% तक की सब्सिडी दी जा रही है, जिससे किसानों को उच्च गुणवत्ता वाली फसलें उगाने और उत्पादन बढ़ाने में मदद मिलेगी।
योजना के तहत मिलने वाले लाभ?
✅ मल्चिंग तकनीक: जल संरक्षण और मिट्टी की उर्वरता बनाए रखने में मददगार। किसानों को ₹32,000 प्रति हेक्टेयर लागत पर 50% सब्सिडी, यानी ₹16,000 प्रति हेक्टेयर की सहायता।
✅ शेडनेट खेती: फसलों को तेज धूप और बारिश से बचाने के लिए फायदेमंद। किसानों को ₹710 प्रति वर्ग मीटर लागत पर 50% सब्सिडी, यानी ₹355 प्रति वर्ग मीटर की छूट।
✅ पॉलीहाउस खेती: सालभर खेती करने का अवसर। किसानों को ₹935 प्रति वर्ग मीटर लागत पर 50% सब्सिडी, यानी ₹467.50 प्रति वर्ग मीटर की सहायता।
✅ अग्र पंक्ति प्रत्यक्षण (FLD): 15 जिलों में लागू, जहां किसानों को 2,000 वर्ग मीटर भूमि पर 75% अनुदान मिल रहा है।
✅ गुलाब की खेती: पॉलीहाउस और शेडनेट में गुलाब उगाने पर भी 50% सब्सिडी।
कैसे करें आवेदन?
इच्छुक किसान इस योजना का लाभ उठाने के लिए बिहार सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन प्रक्रिया सरल और पारदर्शी है, जिसमें किसानों को आवश्यक दस्तावेज अपलोड करने होंगे।
यह योजना किसानों के लिए आधुनिक कृषि अपनाने, उत्पादन बढ़ाने और अधिक मुनाफा कमाने का बेहतरीन अवसर है!
स्रोत: कृषि जागरण
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