अगर नहीं आई है पीएम किसान योजना की क़िस्त तो ऐसे जानें अपना स्टेटस

If the installment of PM Kisan Yojana has not come, then know your status

अगर आपने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत आवेदन किया है और अब तक बैंक अकाउंट में आपकी क़िस्त के पैसे नहीं आये हैं तो इसका कारण आप खुद जान सकते हैं। अपने पीएम किसान स्कीम का स्टेटस जानने के लिए आपको ऑनलाइन पीएम किसान पोर्टल पर जाना होगा।

पीएम किसान पोर्टल पर जाकर कोई भी किसान भाई अपना आधार, मोबाइल और बैंक खाता नंबर दर्ज करके योजना से संबंधित अपने स्टेटस की जानकारी ले सकता है। अगर आपका भी पैसा आपके खाते में अभी तक नहीं पहुंचा है इस लिंक? https://pmkisan.gov.in/ पर जाकर इसके कारणों का पता लगाएं।

इस योजना के अंतर्गत अभी तक अगर आपने रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया है तो इसी किसान पोर्टल के माध्यम से आप अपना रजिस्ट्रेशन खुद कर सकते हैं और योजना का लाभ ले सकते हैं।

स्रोत: न्यूज 18

 

 

 

Share

मंडियों में शुरू हो गई है कपास की खरीदी, इस भाव पर हो रही है खरीदी

Cotton procurement has started in the mandis, sale is being done at this price

सोमवार से भारतीय कपास निगम (सीसीआई) ने खंडवा कृषि उपज मंडी में कपास की खरीदी शुरू कर दी है। पहले दिन 70 क्विंटल कपास किसानों से खरीदा गया। पहले दिन किसानों को कपास का भाव 4150 से 5553 रुपये प्रति क्विंटल तक मिला।

अच्छा भाव मिलने से किसान खुश नजर आये और भारतीय कपास निगम यह उम्मीद जाता रही है की आने वाले दिनों में और भी बहुत सारे किसान अपनी उपज बेचने मंडी आएंगे।

गौरतलब है की पिछले साल भारतीय कपास निगम द्वारा खंडवा जिले में अक्टूबर के पहले हफ्ते में कपास की खरीदी शुरू की गई थी। पिछले साल का उच्चतम मूल्य 5450 रुपये प्रति क्विंटल रहा था। इस बार पहले ही दिन पिछले साल के उच्चतम स्तर को पार कर लिया गया है। निगम ने इस साल प्रति क्विंटल दाम बढ़ाकर 5800 रूपये प्रति क्विंटल किए हैं।

स्रोत: भास्कर

Share

मंडी भाव: मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या है कपास, गेहूं, मक्का, सोयाबीन के भाव?

Mandi Bhaw

इंदौर डिविज़न के अंतर्गत आने वाले खरगोन जिले के भीकनगांव मंडी में कपास, गेहूं, मक्का, सोयाबीन आदि फसलों का भाव क्रमशः 3600, 1585, 1070, और 3890 रुपये प्रति क्विंटल है।

इसके अलावा इंदौर डिविज़न के ही अंतर्गत आने वाले धार जिले के धार कृषि उपज मंडी में गेहूं 1830 रुपये प्रति क्विंटल, देशी चना 4910 रुपये प्रति क्विंटल, ज्वार 1480 रुपये प्रति क्विंटल, डॉलर चना 6030 रुपये प्रति क्विंटल, मक्का 1050 रुपये प्रति क्विंटल, मटर 3460 रुपये प्रति क्विंटल, मसूर 4800 रुपये प्रति क्विंटल और सोयाबीन
3920 रुपये प्रति क्विंटल है।

स्रोत: किसान समाधान

Share

अब ‘किसान रेल’ से आधे किराए पर ही हो जायेगी फल और सब्जियों की माल ढुलाई

Kisan Rail

अब किसान रेल से फल और सब्जियां भेजने पर मालभाड़े में 50% तक की सब्सिडी दी जाएगी। इसके अंतर्गत आम, केला, अमरूद, कीवी, लीची, पपीता, मौसंबी, संतरा, कीनू, नींबू, पाइनएपल, अनार, जैकफ्रूट, सेब, बादाम, आवंला और नासपाती जैसे फल और मटर, करेला, बैंगन, गाजर, शिमला मिर्च, फूल गोभी, हरी मिर्च, खीरा, फलियां, लहसुन, प्याज, टमाटर, आलू जैसी सब्जियों की ढुलाई शामिल होगी।

फल और सब्जियों की माल ढुलाई पर सब्सिडी की यह व्यवस्था बुधवार से लागू कर दी गई है। किसान ही नहीं बल्कि कोई भी व्यक्ति इस सब्सिडी का लाभ ले सकता है और किसान रेल के माध्यम से केवल 50% भाड़े पर फल और सब्जियां भेज सकता है। ग़ौरतलब है कि सरकार ने इस वित्त वर्ष के बजट में विशेष पार्सल ट्रेन ‘किसान रेल’ चलाने का एलान किया था।

स्रोत: ज़ी न्यूज़

Share

रबी फ़सलों की MSP पर खरीदी में मध्यप्रदेश सबसे आगे

Madhya Pradesh leads in procurement of Rabi crops on MSP

फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के द्वारा जारी किये गए आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2020-21 में रबी फसलों की खरीद के 43 लाख 35 हजार 477 किसानों ने न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ उठाया है। सभी किसानों को मिलाकर 389.77 लाख मिट्रिक टन अनाज की खरीद की गई है। इसमें सबसे ज्यादा 15 लाख 93 हजार 793 मध्यप्रदेश के किसानों ने न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ उठाया है।

रबी फसलों में सबसे प्रमुख गेहूं के उत्पादन में पंजाब इस बार मध्यप्रदेश से पिछड़ गया। यही कारण है कि इस साल न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ उठा पाने में पंजाब के किसान दूसरे नंबर पर पहुंच गए हैं। एफसीआई के आंकड़ों के मुताबिक पंजाब के 10 लाख 49 हजार 982 किसानों ने रबी की फसल के लिए एमएसपी का लाभ उठाया है। इसके अलावा हरियाणा के 7 लाख 82 हजार 240, उत्तर प्रदेश के 6 लाख 63 हजार 810 और राजस्थान के 2 लाख 18 हजार 638 किसानों ने एफसीआई के जरिए अपनी फसलें बेचकर न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ उठाया है।

स्रोत: अमर उजाला

Share

मंडी भाव: मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या है सब्जियों के भाव?

Mandi Bhaw

इंदौर डिवीज़न के अंतर्गत आने वाले बड़वानी जिले के सेंधवा मंडी में टमाटर, पत्ता गोभी, फूलगोभी, बैंगन, भिण्डी, लौकी आदि सब्जियों का भाव क्रमशः 700, 825, 1025, 850 और 900 रुपये प्रति क्विंटल है।

इसके अलावा उज्जैन डिवीज़न के अंतर्गत आने वाले शाजापुर जिले के मोमनबडोदिया मंडी में मिल क्वालिटी की गेहूं का मंडी भाव 1934 रुपये प्रति क्विंटल है और इसी मंडी में सोयाबीन का भाव 3765 रुपये प्रति क्विंटल है।

बात करें ग्वालियर डिवीज़न के अंतर्गत आने वाले अशोक नगर जिले के पिपरई मंडी में चना, मसूर और सोयाबीन का मंडी भाव क्रमशः 4775, 5200 और 3665 रुपये प्रति क्विंटल है। ग्वालियर के ही भिंड मंडी में बाजरा 1290 रूपये प्रति क्विंटल और खनियाधाना मंडी में मिल क्वालिटी की गेहूं का मंडी भाव 1925 रुपये प्रति क्विंटल है।

स्रोत: किसान समाधान

Share

पिछले साल की तुलना में इस साल एमएसपी पर ज्यादा कपास खरीदेगी सरकार

Government will buy more cotton on MSP this year than last year

खरीफ फ़सलों की कटाई चल रही है और समर्थन मूल्य पर इसकी खरीदी की तैयारी भी सरकार ने शुरू कर दी है। इस साल कपास की खरीदी का लक्ष्य सरकार पिछले साल की तुलना में बढ़ा दिया है। इस साल न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कपास के 125 लाख गांठ की खरीदी का लक्ष्य रखा गया है।

ग़ौरतलब है की एक गाँठ में 170 किलो होता है और पिछले साल सरकार ने 105.24 लाख गांठ कपास की खरीद की थी। सरकार इस साल करीब 20 लाख गांठ ज्यादा खरीदने की तैयारी में है।

कृषि मंत्रालय के अनुसार कपास की खरीद पर इस बार 35,000 करोड़ रुपये का खर्च आने का अनुमान है। वहीं पिछले खरीफ सीजन में यह खर्च 28,500 करोड़ रुपये का रहा था। मंत्रालय का अनुमान है की इस साल कपास का उत्पादन बढ़कर 360 लाख गांठ हो सकता है जो पिछले साल की तुलना में 357 लाख गांठ से ज्यादा है।

स्रोत: फ़सल क्रांति

Share

मौसम की मार से परेशान किसानों को म.प्र. सरकार देगी 4000 करोड़ का मुआवजा

MP Government will give compensation of 4000 crores to farmers distressed due to weather

इस साल भारी बारिश की वजह से बाढ़ आने और कीट-रोग के प्रकोप के कारण फ़सलों को काफी नुकसान हुआ है। फसल को हुए नुकसान के आकलन हेतु केंद्र सरकार के ने एक टीम को भेजा था। मध्यप्रदेश में आकलन का काम पूर्ण हो चुका है अब सिर्फ किसानों को सहायता राशि मिलने का इंतजार है।

इस विषय पर सीएम शिवराज चौहान ने कहा है कि “प्रदेश में बाढ़ एवं कीट-व्याधि से प्रभावित हुए किसानों को हर हालत में पूरी सहायता राशि उपलब्ध कराई जाएगी।” ग़ौरतलब है की प्रदेश में बाढ़ एवं कीट व्याधि से लगभग 40 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में फसलें प्रभावित हुई हैं, जिनके लिए लगभग 4,000 करोड़ रुपए का मुआवजा संभावित है। गत वर्ष प्रदेश में लगभग 60 लाख हेक्टेयर क्षेत्र की फसलें खराब हुईं थी तथा किसानों को 2000 करोड़ रुपए का मुआवजा वितरित किया गया था।

स्रोत: किसान समाधान

Share

मध्य प्रदेश के किसान इस तारिख से बेच सकेंगे MSP पर धान, पंजीयन प्रक्रिया जारी है

Farmers of MP will be able to sell paddy on MSP from this date, registration process is going on

खरीफ सीजन अपने आखिरी चरण में है और धान जैसी फ़सलों की कटाई शुरू हो चुकी है। ऐसे में मध्यप्रदेश सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर धान की खरीदी की तारीख़ निर्धारित कर दी है। धान की खरीदी अगले महीने यानी नवंबर की 25 तारीख़ से शुरू होगी।

बता दें की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान की उपज बेचने के लिए पंजीयन प्रक्रिया पहले ही आरम्भ हो चुकी है और इसकी आखिरी तारीख़ 15 अक्टूबर है। बता दें की धान की खरीद 25 नवंबर से शुरू होगी और एक माह से अधिक समय तक चलेगी।

स्रोत: नई दुनिया

Share

मंडी भाव: मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या है आलू, प्याज, टमाटर, गेहूं के भाव?

Mandi Bhaw

इंदौर के गौतमपुरा मंडी में प्याज़ का भाव 850 रूपये प्रति क्विंटल चल रहा है और खंडवा के कृषि उपज मंडी समिति में टमाटर, प्याज, भिंडी तथा लौकी का भाव क्रमशः 1400, 500, 1200 और 700 रूपये प्रति क्विंटल है।

इसके अलावा सागर जिले के देवरी मंडी में आलू और प्याज की कीमत क्रमशः 2700 और 1500 रूपये प्रति क्विंटल है। दमोह मंडी की बात करें तो यहाँ टमाटर 3500 रूपये और आलू 2500 रूपये प्रति क्विंटल है।

बात गेहूं की करें तो फिलहाल गौतमपुरा मंडी में इसका भाव 1900 रूपये प्रति क्विंटल है। वहीं महू में गेहूं का भाव 1810 रूपये प्रति क्विंटल है। सांवेर और इंदौर मंडी में गेहूं की कीमत क्रमशः 1656 और 1519 रूपये प्रति क्विंटल है।

स्रोत: किसान समाधान

Share