मिनटों में भूसा होगा तैयार, जानें इन कृषि यंत्रों की खास बात

harvesting machines

खेती को आसान बनाने के लिए बाजार में कई आधुनिक यंत्र उपलब्ध है। जिनकी मदद से किसान भाई कम लागत, समय एवं श्रम के साथ ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं। इस खबर के माध्यम से आपको कुछ ऐसे यंत्रों के बारे में बताएंगे, जिनकी सहायता से फसल काटने के साथ खेती के कई काम बड़े आसानी से किए जा सकते हैं। जो कि इस प्रकार हैं –

स्ट्रॉ रीपर

straw reaper

यह मशीन एक साथ तीन काम करने में माहिर है। किसान भाई इस मशीन की मदद से फसल काटने के साथ पुआल साफ करना और भूसा काटने का काम भी कर सकते हैं। इस मशीन को ट्रैक्टर के साथ जोड़कर काम में लाया जा सकता है। इसके चलते ईधन की खपत भी कम होती है और सारे काम जल्दी पूरे हो जाते हैं। इस यंत्र की खरीद के लिए कई राज्य सरकारें किसानों को सब्सिडी भी उपलब्ध करा रही हैं।

रीपर बाइंडर

reaper binder
यह खास यंत्र फसल की कटाई के साथ ही रस्सियों से उनका बंडल बनाने का भी काम करती है। इस मशीन की मदद से 5 से 7 सेमी की कटाई आराम से की जा सकती है।

कंबाइन हार्वेस्टर मशीन

Combine Harvester Machine
यह मशीन भी फसल काटने के साथ उनका बंडल बनाने का काम भी करती है। इस मशीन का इस्तेमाल सबसे ज्यादा श्रमिकों की कमी होने पर किया जाता है। इस मशीन की मदद से समय और धन दोनों की बचत होती है। वहीं इसकी खासियत यह है कि ये यंत्र खेतों में लगी झाड़ियों को भी आसानी से काट देता है।

हाथ का रीपर

hand reaper
छोटे किसानों के लिए बाजार में कम बजट में भी फसल काटने का यंत्र उपलब्ध है। यह हाथ से फसल काटने वाला रीपर है। जो कि फसल को काटकर साइड में डालता जाता है। हालांकि इसके उपयोग के लिए मजदूरों जरूरत पड़ती है।

स्रोत: ट्रैक्टर जंक्शन

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कोरोना की आशंकाओं के बीच भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने फसल कटाई पर दी उपयोगी सलाह

Amidst fears of Corona, Indian Council of Agricultural Research gave useful advice on harvesting

कोरोना की आशंकाओं के बीच भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने किसानों को फसल कटाई पर कुछ उपयोगी सलाह दिए हैं। परिषद ने कहा है कि किसान गेंहू की कटाई अभी कुछ दिनों के लिए टाल सकते हैं। परिषद का मानना है की गेहूं की कटाई में 20 अप्रैल तक देरी की जा सकती है और इससे कोई नुकसान नहीं होगा।

इसके पीछे का कारण बताते हुए परिषद ने कहा की ज्यादातर क्षेत्रों में तापमान अभी भी औसत से नीचे है और इसीलिए कटाई में कुछ देरी की जा सकती है। ग़ौरतलब है की आमतौर पर, गेहूं की कटाई मार्च महीने के अंत से शुरू होती है।

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चने की कटाई का उपयुक्त समय

  • जब अधिकांश फली पीली हो जाएं तो चने की कटाई करनी चाहिये।
  • जब पौधा सूख जाता हैंं, और पत्तियां लाल भूरे रंग की हो जाती हैंं,और पत्तियां गिरना शुरू हो जाती हैंं, तो फसल कटाई के लिए तैयार हो जाती हैंं।
  • अधिक समय तक फसल को सूखने एवं कटाई में देरी होने से फलियाँ गिरने लगती हैं, जिससे ऊपज में कमी आती हैं अतः चने में लगभग 15 प्रतिशत तक नमी होने पर कटाई कर लेनी चाहिए | 

 

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भिन्डी तोड़ते समय ध्यान रखने योग्य बातें

  • जब फल अधिकतम लम्बाई के हो जाए तब उनकी तोड़ाई की जाती है तोड़ाई के समय यह ध्यान रखना आवश्यक है की फल कोमल हो |
  • 6 से 8 सेमी लम्बे फल निर्यात के लिए उपयुक्त रहते है|
  • भिन्डी के फलो की तोड़ाई सामान्य धारदार चाकू या हुक नुमा चाकू से की जाती है |
  • भिन्डी के पौधों पर चुभने वाले रेशे पाए जाते है इनसे बचने के लिए, सूती कपड़े से बने दस्ताने उपयोग में लाना चाहिये|
  • संभव हो तो तोडाई सुबह के समय जल्दी कर लेना चाहिए |
  • यदि रात में भिन्डी को रखना पड़े तो पानी छिट कर रखे इससे सुबह तक ताज़ी बनी रहेगी |

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Harvesting of green pea

  • हरी फल्लियों की तुड़ाई उस समय करना चाहिये जब उसमें दाना अच्छी तरह से भर जाये । 
  • सब्जी के लिये, जब  फल्लियों का रंग गहरे हरे से हल्के हरे रंग में बदलना शुरु हो तब तुड़ाई करनी  चाहिये ।  
  • फल्लियों की तुड़ाई सावधानी पूर्वक करना चाहिये जिससे पौधों को नुकसान न हो अन्यथा पैदावार में कमी आती है । 

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Harvesting of muskmelon

  • किस्म और कृषि जलवायु के आधार पर लगभग 110 दिनों में खरबूज के फल तोड़ने के लिए तैयार हो जाते हैं।
  • जब फल परिपक्व हो जाते हैं तब बाहरी आवरण का रंग बदल जाता हैं,और छिलका नरम हो जाता हैं| 
  • पके हुए फल आसानी से बेल से अलग हो जाते हैं।
  • खरबूज की तुड़ाई हाथ से की जाती हैं |

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Harvesting in moong

  • जब मूंग की फलिया 80-85 % तक परिपक़्व हो जाये तब फसल की कटाई करनी चाहिए |
  • कटाई के पूर्व पैराक्वाट की 800 मिली मात्रा का 150-200 लीटर पानी में घोल बना कर प्रति एकड़ की दर से छिड़काव किया जाना चाहिए जिससे बाकी फसल भी सूख जाये |
  • मूंग की कटाई हसिये की सहायता से करे|
  • पौधे को उखाड़ना नहीं चाहिए |

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Harvesting of Garlic

  • किस्मों के आधार पर लहसुन, रोपाई  के 4 से 5 माह में तैयार हो जाती है।
  • जब पौधों के ऊपरी शिराये झुक जाती है व निचला भाग हल्का पीले-हरे रंग के हो जाते है तब कन्दों को निकालने का उपयुक्त समय होता है।
  • पौधों को हाथ से उखाड़ कर खेत में सूखने के लिए छोड़ दिया जाता हैं।
  • फ़सल सुखने के बाद उन्हें बाज़ार की आवश्यकता के अनुसार काटा या बंडल बनाया जाता है।

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Gram harvesting

  • जब अधिकांश फली पीली हो जाएं तो चने की कटाई करनी चाहिये।
  • चने में लगभग 15 प्रतिशत तक नमी रहनी चाहिये|
  • जब पौधा सूख जाता हैंं, और पत्तियां लाल भूरे रंग की हो जाती हैंं,और पत्तियां गिरना शुरू हो जाती हैंं, तो फसल कटाई के लिए तैयार हो जाती हैंं।

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Picking of Tomato

टमाटर की तुड़ाई उसके उपयोग पर निर्भर करती हैं आमतौर पर चार अवस्थाएँ पहचानी गयी हैं|

  • हरा फल:- पूरी तरह से विकसित हरा फल लम्बी दूरी के बाज़ार के लिए तोड़ा जाता हैं|
  • गुलाबी फल:- फलों के सिरे का रंग गुलाबी या लाल होने लगता हैं तब फलों को लोकल बाज़ार के लिए तोड़ा जाता हैं|
  • परिपक्व फल:- फल लगभग लाल हो जाता हैं और कोमल होना शुरू होता हैं|
  • पूर्ण परिपक्व फल:- फल पूरी तरह लाल और कोमल हो जाता हैं| ऐसे फलों को डिब्बा बंदी और प्रोसेसिंग के लिए तोड़ा जाता हैं|

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