पीएम किसान योजना की आठवीं क़िस्त के 2000 रूपये किसानों को जल्द मिलने वाले हैं

PM Kisan Samman Nidhi Yojna

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत सभी पात्र किसानों के बैंक खातों में 2000 रुपये की अगली किस्त मई महीने के शुरुआत के बाद किसी भी वक़्त आनी शुरू हो जायेगी। बता दें की यह क़िस्त, इस योजना की आठवीं क़िस्त है और इससे पहले सात क़िस्त किसानों को दी जा चुकी है।

अगर आप इस योजना के पात्र किसान हैं तो अपना स्टेटस चेक कर लें और यह निश्चित कर लें की आपके आवेदन में कोई त्रुटि तो नहीं है।

अपना स्टेटस चेक करने के लिए :

  • योजना की अधिकारिक वेबसाइट ? pmkisan.gov.in पर जाएँ और फार्मर कॉर्नर पर क्लिक करें। इसके बाद आपको लाभार्थी की स्थिति दिखाई देगी। अब आप उस पर क्लिक कर दें।

  • लाभार्थी की स्थिति पर क्लिक करने के बाद आपको अपना आधार नंबर, खाता नंबर और मोबाइल नंबर दर्ज करना होगा।

  • इतना करने के बाद आपको इस बात की जानकारी मिल जाएगी कि आपका नाम पीएम किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थियों की सूची में है या नहीं।

  • अगर आपका नाम इस लिस्ट में है और उसमें किसी प्रकार की गलती नहीं है, तो आपको योजना का लाभ जरूर मिलेगा।

स्रोत : कृषि जागरण

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मध्य प्रदेश के पूर्वी जिलों में हो सकती है बारिश, जानें मौसम पूर्वानुमान

Weather report

मध्य भारत के तेलंगना, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के कुछ इलाकों में हल्की बारिश हुई है। आने वाले दिनों में पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ और तेलंगाना जैसे इलाकों में बारिश की गतिविधियां होने की संभावना पुनः बन रही है और इसके साथ मध्य महाराष्ट्र के दक्षिणी जिलों में भी बारिश की गतिविधियां जारी रहने ही संभावना है।

स्रोत : स्काईमेट वेदर

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सिंचाई हेतु तालाब निर्माण पर मध्यप्रदेश के किसानों को मिलेगी 1 लाख तक की सब्सिडी

Balram Tal Scheme

कृषि क्षेत्र में विकास हेतु मध्य प्रदेश सरकार बलराम ताल योजना चला रही है। इस योजना का उद्देश्य सतही व भुमीगत जल की उपलब्धता को बढ़ाना है। इसके लिए सामान्य किसानों को खेत में तालाब बनाने के लिए होने वाले खर्च का 40% हिस्सा अनुदान के रूप में दिया जाता है।

इसमें हितग्राही किसान को अनुदान के 50% (अधिकतम राशि ₹80000) के अतिरिक्त खर्च को स्वयं वहन करना होगा। अगर हितग्राही अनुसूचित जाति/जनजाति के होंगे तो अनुदान के 75% (अधिकतम राशि ₹100000) के अतिरिक्त के खर्च को स्वयं वहन करना होगा। इस योजना में आवेदन के लिए ई-कृषि यंत्र अनुदान पोर्टल पर जाएँ।

स्रोत: किसान समाधान

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मिर्च की बुआई के पहले खेत में डिकम्पोजर के उपयोग से पिछली फसल के अवशेषों का करें निपटारा

How to use Decomposer before sowing chilli
  • डिकम्पोजर एक प्रकार का बायोफर्टिलाइजर है जो मिट्टी की उर्वरा शक्ति सुधारक के रूप में भी काम करता है।

  • जब खेत में से फसल की कटाई हो चुकी हो तब इसका उपयोग करना चाहिए।

  • किसान भाई पाउडर के रूप में डिकम्पोज़र को 4 किलो प्रति एकड़ की दर खेत की मिट्टी या गोबर में मिलाकर भुरकाव करें।

  • भुरकाव के बाद खेत में थोड़ी नमी की मात्रा बनाये रखें। आप छिड़काव के 10 से 15 दिनों के बाद मिर्च की फसल की रोपाई कर सकते हैं।

  • चूंकि ये सूक्ष्म जीव पुरानी फसलों के अवशेषों को खाद में बदलने का काम करते हैं, इसलिए इनकी पाचन प्रक्रिया एनएरोबिक से एरोबिक में बदल जाती है, जो रोगकारक एवं हानिकारक जीवों को नष्ट कर देती है।

  • जैव संवर्धन और एंजाइमी कटैलिसीस की सहक्रियात्मक क्रिया के द्वारा पुरानी अवशेषों को स्वस्थ, समृद्ध, पोषक-संतुलित खाद में बदल देती है।

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बुआई पूर्व मिर्च के बीजों का उपचार करने से पौध को बेहतर शुरुआती बढ़वार मिलेगी

Benefits of Chilli Seed Treatment
  • मिर्च के बीजों का उपचार करने से बीज को कीट जनित एवं कवक जनित रोगों से सुरक्षा मिल जाती है।

  • इसके साथ ही जड़ों की अच्छी वृद्धि एवं विकास मिलती है, सफ़ेद जड़ों की संख्या बढ़ती है एवं मिर्च की फसल को अच्छी शुरुआत मिलती है।

  • जैविक कीटनाशक से बीज़ उपचार करने से भूमि में दीमक एवं सफेद ग्रब आदि की रोकथाम हो जाती है।

  • कवकनाशकों से बीज़ उपचार करने से फसल की अंकुरण क्षमता बढ़ती है।

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घर घर ग्रामोफ़ोन – निमाड़ के किसानों के लिए सुनहरा मौका, पढ़ें पूरी जानकारी

Ghar Ghar Gramophone

ग्रामोफ़ोन ने हाल ही में निमाड़ क्षेत्र के किसानों के लिए “घर घर ग्रामोफ़ोन” अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान के तहत निमाड़ क्षेत्र के खंडवा, खरगोन और बड़वानी जैसे इलाकों में ग्रामोफ़ोन के प्रतिनिधि स्वयं किसानों के घर पहुंचेंगे और इस अभियान के माध्यम से मिलने वाले फायदों के बारे में बताएँगे।

पिछले दिनों इस अभियान की शुरुआत के बाद बहुत सारे किसान इस अभियान से जुड़े हैं और लाभ उठाया है। आइये जानते हैं इस अभियान से जुड़ने पर किसानों को क्या लाभ मिल रहे हैं।

जब भी कोई नया किसान इस अभियान के माध्यम से पहली बार ग्रामोफ़ोन से जुड़ता है और कृषि उत्पादों की खरीदी के लिए ऑर्डर करता है तब उस किसान को 500 रूपये की पहली खरीद पर 50 रूपये की छूट मिलती है, इस छूट को पाने के लिए कूपन कोड GMC50 का उपयोग नए किसानों को करना होता है। यहाँ यह ध्यान रखें है की यह ऑफर बीज की खरीदी पर उपलब्ध नहीं है।

जो किसान पहले से ग्रामोफ़ोन संग जुड़े हुए हैं उनके लिए भी “घर घर ग्रामोफ़ोन” के अंतर्गत कई ख़ास ऑफर है जिसकी जानकारी उन्हें 1800 315 7566 पर मिस्ड कॉल करने पर दी जाती है। बता दें की “घर घर ग्रामोफ़ोन” का यह अभियान 31 मई 2021 तक चलेगा अतः ज्यादा से ज्यादा इस अभियान के ऑफर का लाभ उठायें।

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29 व 30 अप्रैल को मध्यप्रदेश के इन इलाकों में हो सकती है बारिश

Weather report

मध्य भारत के ज्यादातर इलाकों में तापमान बढ़ने लगे हैं। हालाँकि बंगाल से होकर दक्षिणी भारत की तरफ जा रही तरफ रेखा की वजह से मध्य प्रदेश के पश्चिमी इलाकों के साथ साथ गुजरात के कुछ इलाकों में बारिश की गतिविधियां बढ़ने की संभावना है। बताया जा रहा है की मई के महीने में इन इलाकों में बारिश के और ज्यादा बढ़ जाने की संभावना है।

वीडियो स्रोत: स्काईमेट वेदर

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मिर्च की नर्सरी बनाने से पहले मिट्टी उपचार जरूर करें

How to do soil treatment in chili nursery
  • नर्सरी में मिट्टी उपचार करके मिर्च के बीजों की बुआई करने से मिर्च की रोप बहुत अच्छी एवं रोग से मुक्त होती है।

  • मिट्टी उपचार के लिए 10 किलो FYM के साथ DAP 1 किलो और मैक्सरुट 100 ग्राम प्रति स्क़्वेर मीटर के हिसाब से बेड का मिट्टी उपचार करें।

  • बेड को चींटियों और दीमक से बचाने के लिए कार्बोफुरोन 15 ग्राम प्रति बेड के हिसाब से उपयोग करे और इसके पश्चात ही बुआई करें।

  • इस प्रकार मिट्टी उपचार करके मिर्च के बीज की बुआई करे और बुआई के बाद आवश्यकता अनुसार नर्सरी में सिंचाई करते रहे।

  • मिर्च के नर्सरी अवस्था में खरपतवार के निवारण के लिए आवश्यता अनुसार निदाई भी करते रहे।

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प्याज भंडार गृह निर्माण हेतु सरकार देगी 50% की सब्सिडी, पढ़ें पूरी प्रक्रिया

Government to give 50% subsidy for building onion stores

कृषि उत्पादन बढ़ाने के साथ साथ सरकार उपज के भंडारण हेतु भी कई योजनाएं चलाती है जिसका लाभ किसान ले सकते है। इसी कड़ी में मध्य प्रदेश सरकार ने प्याज भंडारण गृह के निर्माण हेतु सब्सिडी देने का निर्णय किया है। इस सब्सिडी के लिए सरकार ने इक्च्छुक किसानों से आवेदन मांगे हैं।

इस योजना में प्याज भंडार गृह निर्माण पर किसान को 50% तक की भारी सब्सिडी मिलेगी। बता दें कि 50 मीट्रिक टन भंडारण वाले भंडार गृह हेतु अधिकतम 3,50,000 रुपये लगते हैं जिसमे किसानों को अधिकतम 1,75,000 रुपये सब्सिडी के तौर पर मिलेगी।

इस योजना का लाभ राज्य के अनुसूचित जाति व जनजाति के वैसे किसान ले सकते हैं जो कम से कम 2 हेक्टेयर क्षेत्र में प्याज की खेती करते हों। इस योजना की अधिक जानकारी हेतु मध्यप्रदेश की उद्यानिकी एवं विभाग से संपर्क कर सकते हैं।

स्रोत: किसान समाधान

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मध्य प्रदेश में अगले 1-2 दिनों में बारिश की है संभावना, जाने मौसम पूर्वानुमान

Weather report

बांग्लादेश से होते हुए एक ट्रफ रेखा आ रही है। इस ट्रफ रेखा से मध्य प्रदेश के पूर्वी और ख़ास कर के दक्षिणी पूर्वी जिलों के साथ साथ विदर्भ और छत्तीसगढ़ में अगले 1-2 दिनों के दौरान बारिश होने की संभावना है।

स्त्रोत : स्काईमेट वेदर

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