अल्टरनेरिया लीफ स्पॉट गोभीवर्गीय फसलों “पत्तागोभी, फूलगोभी, ब्रुसेल्स स्प्राउट्स और ब्रोकोली” आदि का एक सामान्य पत्ती रोग है। इस रोग के लक्षण आमतौर पर पहले पुराने, निचली पत्तियों पर देखे जाते हैं। इससे फसलों के तने तथा पत्तियों पर छोटे, गहरे रंग के चित्तियाँ दिखाई देती हैं, जो आपस में मिलकर गोलाकार घाव बनाते हैं। घाव पत्ती के दोनों ओर से दिखाई देते हैं और परिगलित घाव आसानी से फट जाता है। पत्तियों के अलावा फूलगोभी और ब्रोकली के फूल पर भी लक्षण दिखाई देते हैं।
नियंत्रण के उपाय
👉🏻 जैविक नियंत्रण के लिए, मोनास-कर्ब @ 500 ग्राम + कॉम्बैट @ 500 ग्राम + सिलिकोमैक्स @ 50 मिली प्रति एकड़, 150 से 200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।
👉🏻 इस रोग के रोकथाम के लिए, बोनस (टेबुकोनाज़ोल 38.39% एससी) @ 240 मिली + सिलिकोमैक्स @ 50 मिली प्रति एकड़, 150 से 200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।
महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए रोजाना पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। आज की जानकारी पसंद आई हो तो लाइक और शेयर करना ना भूलें।
डिप्रेशन कमजोर पड़कर गहरा निम्न दबाव का क्षेत्र बन गया है तथा यह वर्तमान में मध्यप्रदेश के ऊपर है। यह और अधिक कमजोर होकर पूर्वी राजस्थान के ऊपर पहुंचेगा इस दौरान यह मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, पूर्वी राजस्थान सहित पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा तथा उत्तराखंड में भारी बारिश देगा। कर्नाटक और केरल में भी तेज बारिश संभव है।
स्रोत: स्काइमेट वेदर
मौसम सम्बंधित पूर्वानुमानों की जानकारियों के लिए रोजाना ग्रामोफ़ोन एप पर जरूर आएं। आज की जानकारी पसंद आई हो तो लाइक और शेयर जरूर करें।
मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों जैसे बदनावर, बड़वाह, भोपाल, छिंदवाड़ा, देवास और मंदसौर आदि में क्या चल रहे हैं लहसुन के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।
विभिन्न मंडियों में लहसुन के ताजा मंडी भाव
जिला
कृषि उपज मंडी
न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल)
अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)
धार
बदनावर
251
1950
खरगोन
बड़वाह
2000
3600
भोपाल
भोपाल
500
1800
छिंदवाड़ा
छिंदवाड़ा
2100
2300
देवास
देवास
100
500
देवास
देवास
100
500
जबलपुर
जबलपुर
1200
1600
रतलाम
जावरा
1000
1000
नीमच
जावद
1750
1750
शाजापुर
कालापीपल
350
2245
शाजापुर
कालापीपल
420
2250
मंदसौर
पिपल्या
900
900
स्रोत: एगमार्कनेट
अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी लहसुन जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें। लेख पसंद आया हो तो लाइक और शेयर करना ना भूलें।
देश के किसानों को सशक्त बनाने के लिए केंद्र सरकार कई योजनाएं चला रही है। इन्हीं योजनाओं में से एक है किसान क्रेडिट कार्ड योजना। इसके द्वारा किसानों को कम ब्याज दर पर 3 लाख रुपए तक का लोन प्रदान किया जाता है। जिसका उद्देश्य खेती में काम आने वाले उर्वरक, बीज, कीटनाशक आदि जैसे कृषि उत्पादों की खरीदी के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध कराना है।
बता दें कि किसान क्रेडिट कार्ड बैंक द्वारा जारी किया जाता है। अगर किसी किसान का स्टेट बैंक ऑफ इंडिया यानी SBI में अकाउंट है तो, वह घर बैठे SBI किसान क्रेडिट कार्ड प्राप्त कर सकता है।
SBI खाते से आवेदन कैसे करें?
इसके लिए आपको मोबाइल में प्ले स्टोर से YONO SBI ऐप डाउनलोड करना होगा। फिर ऐप में अपना SBI अकाउंट लॉगइन करें। इसके बाद ऐप के कृषि विकल्प में जाकर अकाउंट वाले ऑप्शन को सिलेक्ट करें। फिर किसान क्रेडिट कार्ड रिव्यू सेक्शन में आवेदन के विकल्प पर क्लिक करें। जहां पेज पर पूछी गई सभी जानकारी भरकर सब्मिट कर दें। इस तरह किसान क्रेडिट कार्ड के लिए आपका आवेदन पूरा हो जाएगा।
स्रोत: कृषि जागरण
कृषि एवं किसानों से सम्बंधित लाभकारी सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। इस लेख को नीचे दिए शेयर बटन से अपने मित्रों के साथ साझा करना ना भूलें।
मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों जैसे बक्तारा, बीनागंज, चाकघाट, छतरपुर और खातेगांव आदि में क्या चल रहे हैं गेहूँ के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।
विभिन्न मंडियों में गेहूं के ताजा मंडी भाव
जिला
कृषि उपज मंडी
न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल)
अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)
सीहोर
बक्तारा
2000
2100
गुना
बीनागंज
2100
2100
रेवा
चाकघाट
2275
2305
छतरपुर
छतरपुर
2290
2300
धार
गंधवानी
2250
2250
झाबुआ
झाबुआ
2100
2125
शिवपुरी
खनियाधना
2015
2015
देवास
खातेगांव
2000
2450
देवास
खातेगांव
2010
2400
राजगढ़
खिलचीपुर
2230
2305
टीकमगढ़
निवादी
2192
2240
जबलपुर
पाटन
2255
2330
खरगोन
सेगाँव
2200
2200
सिंगरोली
सिंगरोली
1995
1995
राजगढ़
सुथालिया
2151
2151
स्रोत: एगमार्कनेट
अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें। जानकारी पसंद आये तो लाइक और शेयर जरूर करें।
मकड़ी का प्रकोप ज्यादातर गर्म और शुष्क मौसम के दौरान देखा जाता है। इस कीट के शिशु और प्रौढ़ दोनों ही पत्तियों की निचली सतह से रस चूसते हैं। पत्तियों पर सफेद भूरे धब्बे दिखाई देते हैं। प्रभावित पत्तियाँ धब्बेदार और भूरी हो जाती हैं एवं गिर जाती हैं। गंभीर प्रकोप होने पर पौधे के ऊपरी भाग को मकड़ी जाल से ढ़क देती है। मकड़ी से पीड़ित पौधों को पत्ती की ऊपरी सतह पर उत्पन्न होने वाले विशिष्ट धब्बेदार लक्षण द्वारा दूर से ही पहचाना जा सकता है।
नियंत्रण के उपाय
👉🏻 जैविक नियंत्रण के लिए, ब्रिगेड बी @ 1 किग्रा प्रति एकड़, 150 से 200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।
👉🏻 इस कीट के नियंत्रण के लिए, ओबेरॉन (स्पाइरोमेसिफेन 22.90% एससी) @ 160 मिली + सिलिकोमैक्स @ 50 मिली प्रति एकड़, 150 से 200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।
महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए रोजाना पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। आज की जानकारी पसंद आई हो तो लाइक और शेयर करना ना भूलें।
उड़ीसा के ऊपर बना हुआ डिप्रेशन अब मध्यप्रदेश के ऊपर पहुंचेगा तथा धीरे-धीरे कमजोर होने लगेगा। अगले कुछ दिनों के दौरान ओडिशा सहित उत्तरी तेलंगाना छत्तीसगढ़ विदर्भ मराठवाड़ा मध्य प्रदेश सहित मुंबई पूर्वी राजस्थान और गुजरात के कई जिलों में भारी बारिश हो सकती है। गुजरात और मुंबई में अति भारी बारिश होने के आसार हैं जिससे कई जगहों पर जलभराव होगा। 14 और 15 सितंबर को उत्तर प्रदेश के पश्चिमी जिलों सहित दिल्ली और हरियाणा में भी भारी बारिश होगी।
स्रोत: स्काइमेट वेदर
मौसम सम्बंधित पूर्वानुमानों की जानकारियों के लिए रोजाना ग्रामोफ़ोन एप पर जरूर आएं। आज की जानकारी पसंद आई हो तो लाइक और शेयर जरूर करें।
12 सितंबर से मुंबई सहित उत्तरी मध्य महाराष्ट्र और दक्षिणी गुजरात में मूसलाधार बारिश हो सकती है तथा कई स्थानों पर जलभराव हो सकता है। मध्य प्रदेश के कई जिलों सहित पूर्वी राजस्थान में भी भारी बारिश होगी। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़, उड़ीसा, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भी तेज बारिश की संभावना है।
स्रोत: स्काइमेट वेदर
मौसम सम्बंधित पूर्वानुमानों की जानकारियों के लिए रोजाना ग्रामोफ़ोन एप पर जरूर आएं। आज की जानकारी पसंद आई हो तो लाइक और शेयर जरूर करें।
फेरोमोन ट्रैप – फेरोमोन ट्रैप में अलग-अलग प्रजातियों के नर वयस्क कीटों को आकर्षित करने के लिए कृत्रिम रबर का ल्यूर (सेप्टा) लगाया जाता है। इसमें उसी प्रजाति के नर को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए रसायन लगा होता है। आकर्षित नर पतंग ट्रैप में लगी प्लास्टिक की थैली में आने के बाद वहाँ फंसकर मर जाते हैं। फेरोमोन ट्रैप का प्रयोग इल्लियों को ग़ैर-रासायनिक तरीके से खत्म करने का इकलौता तरीका है।
जैविक कीटनाशक – विभिन्न प्रकार के प्राकृतिक पदार्थों को जैविक कीटनाशक के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है, जो फसलों के लिए घातक सूक्ष्म जीव, कीटों एवं इल्लियों पर नियंत्रण करते हैं। इनमें नीम, बबुल, सीताफल, धतूरा के बीज और पत्तियां, नीलगिरि, लैंटाना, तम्बाकू, और करंज की पत्तियां शामिल हैं।
बर्ड पर्च – खेती में चिड़िया का बहुत महत्त्व है, प्रत्येक चिड़िया एक घंटे में 40 से 50 इल्लियां खा जाती हैं। इसे खेत में टी आकार की 8 से 10 खूटियां, फसल से ‘डेढ़ से दो’ फ़ीट की ऊंचाई पर लगाएं।
ट्रैप फसल – ट्रैप फसल सेविशेष गंध आती है, जिससे कीट उस फसल की ओर आकर्षित होते हैं। उदाहरण के लिए, सुआ में ऐसी गंध होती हैं, जो पत्तियां खाने वाली इल्लियों और पतंगों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं। जिससे कीट सुआ पर आ जाते हैं और मुख्य फसल बच जाती है, इसके लिए 12 लाइन मुख्य फसल की और 2 लाइन सुआ की डालें।
लेडीबर्ड बीटल – यह एक लाभदायक कीट है। इसे किसान एवं फसल का मित्र भी खा जाता है।एक वयस्क लेडीबग एक दिन में सैकड़ों एफिड्स और अपने जीवनकाल में हजारों का मार कर खा सकती है।
चिपचिपा जाल- कीट प्रकोप की सूचना के लिए, पीले चिपचिपे ट्रैप (येलो स्टिकी ट्रैप) और नीला चिपचिपे ट्रैप (ब्लू स्टिकी ट्रैप) @ 8 -10, प्रति एकड़ के हिसाब से खेत में स्थापित करें। यह रस चूसने वाले कीट (माहु, थ्रिप्स, जैसिड, सफ़ेद मक्खी) को आकर्षित करता है। जिसके आधार पर कीटनाशक अपनाकर फसल को कीट प्रकोप से बचा सकता है।
महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए रोजाना पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। आज की जानकारी पसंद आई हो तो लाइक और शेयर करना ना भूलें।