- इसके आवेदन के लिए एक पेज का आसान फॉर्म बनाया गया है, जिसमे बेसिक जानकारियों के लिए बैंक रिकॉर्ड और साथ ही फसल की बुआई संबंधित जानकारी के साथ भूमि संबंधित विवरण के एक प्रति की आवश्यकता होगी।
- यह आवेदन फॉर्म पूरे भारत के सभी प्रमुख अखबारों में प्रकाशित होगा और पीएम किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत आने वाले लाभार्थी इसे काट कर भर सकते हैं।
- आप चाहें तो सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों की वेबसाइट, कृषि विभाग, सहकारिता और किसान कल्याण विभाग की वेबसाइट और PM- KISAN से भी यह आवेदन फॉर्म डाउनलोड कर सकते हैं।
- कॉमन सर्विस सेंटरों को आवेदन फॉर्म भरने और संबंधित बैंक को भेजने की अनुमति दी गई है।
पीएम-किसान पेआउट के साथ अब मिलेगा अतिरिक्त लाभ, 14 करोड़ किसानों को होगा फायदा
- किसानों को हर वर्ष मिलेंगे 6000 रुपये।
- पीएम किसान सम्मान निधि योजना के लिए पात्र किसान ‘किसान क्रेडिट कार्ड’ भी आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।
- किसानों को 4% ब्याज दर पर 3 लाख रुपये तक का ऋण मिलेगा।
- इसके अंतर्गत आने वाले पात्र किसान, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY) और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY) का भी लाभ उठा सकते हैं।
- ये दोनों योजनाएं दो लाख रुपए के बीमाकृत मूल्य के लिए दुर्घटना बीमा एवं जीवन बीमा क्रमशः 12 रूपये और 330 रूपये के प्रीमियम पर प्रदान करती है।
सरकार की बड़ी पहल, किसानों को कम्बाइन हार्वेस्टर पर भी मिलेगा 50 फीसद तक सब्सिडी
- मध्यप्रदेश सरकार ने इस वर्ष से किसानों को कम्बाइन हार्वेस्टर खरीदने पर भी सब्सिडी देने का निर्णय लिया है.
- किसानों को कृषि यंत्रों पर दिये जाने वाली सब्सिडी राशि में भी वृद्धि की गई है.
- मध्य प्रदेश सरकार द्वारा अब लघु, सीमांत, अनुसूचित-जाति, अनुसूचित-जनजाति तथा महिला किसानों को कृषि यंत्रों की खरीदी पर कीमत का 50 फीसद तथा अन्य किसानों को कीमत का 40 फीसद सब्सिडी दिया जाएगा.
- इस ख़बर आइके बारे में और अधिक जानकारी के लिए आप https://dbt.mpdage.org/Eng_Index.aspx पर संपर्क कर सकते है.
किसानों के लिए खुशखबरी लेकर आए बजट 2020…
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा आज मोदी सरकार 2.0 का दूसरा बजट पेश किया गया है। इस बजट में सरकार ने कॉर्पोरेट से लेकर आम आदमी तक सभी के लिए कई बड़े एलान किए है जिनमे जीएसटी का आसान वर्जन लाना और इनकम टैक्स स्लैब में बदलाव करना भी शामिल है। इसके साथ ही वित्त मंत्री ने किसानों के लिए भी 16 बड़े ऐलान किए है, जो इस प्रकार है-
बजट में किसानों के लिए 15 बड़े ऐलान किए गए हैं –
- राज्य सरकारों द्वारा मॉर्डन एग्रीकल्चर लैंड एक्ट को लागू करवाया जायेगा।
- पानी की समस्या से जूझ रहे देश के 100 जिलों में पानी की व्यवस्था के लिए बड़ी योजनाए चलाई जाएगी, ताकि किसानों को पानी की कमी से जूझना न पड़े।
- पीएम कुसूम स्कीम के जरिए 20 लाख किसानों को सोलर पंप का लाभ दिया जायेगा। वहीं अन्य 15 लाख किसानों के ग्रिड पंप को भी सोलर से जोड़ा जाएगा।
- किसानों को फसल में फर्टिलाइजर के बैलेंस इस्तेमाल करने के लिए जागरूक किया जाएगा, ताकि किसानों को फसल में फर्टिलाइजर के इस्तेमाल की जानकारी को बढ़ाया जा सके।
- सभी सरकारी वेयर हाउस और कोल्ड स्टोरेज नबार्ड के अंतर्गत शामिल किये जायेगे और उन्हें नए तरीके से डेवलेप किया जाएगा। इसके साथ-साथ देश में PPP मॉडल वाले नए वेयर हाउस, और कोल्ड स्टोरेज बनाए जाएंगे।
- सरकार ने महिला किसानों के लिए धन्य लक्ष्मी योजना का भी ऐलान किया है, जो कृषि के छेत्र में महिलाओं की भागीदारी को और मजबूती प्रदान करेगा
- वित्त मंत्री ने नेशनल और इंटरनेशनल रूट पर कृषि उड़ान योजना को शुरू करने का भी एलान किया है।
- दूध, मांस, मछली जैसे जल्दी खराब होने वाले खाद्य पदार्थों के लिए अलग से रेल भी चलाई जाएगी।
- किसानों के हित-अनुसार एक जिला-एक प्रोडक्ट पर फोकस किया जाएगा।
- जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए ऑनलाइन मार्केट तैयार किया जायेगा।
- सरकार ने किसान क्रेडिट कार्ड योजना को भी 2021 तक एक लिए बढ़ाने का एलान किया है।
- सरकार दूध के उत्पादन को दोगुना करने के लिए भी कुछ योजनाएं चलाएगी।
- मनरेगा के अंदर चारागार को जोड़ दिया जाएगा।
- ब्लू इकॉनोमी के जरिए मछली पालन और फिश प्रोसेसिंग को बढ़ावा दिया जाएगा।
- दीन दयाल योजना के तहत किसानों को दी जाने वाली मदद को भी बढ़ाया जाएगा।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन
- प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना फॉर्म ऑनलाइन भरने की लिए https://pmfby.gov.in/ वेबसाइट पर क्लिक कीजिए.
- फसल बीमा योजना में आवेदन करने के लिए सबसे पहले आप को ऑफिशियल वेबसाइट पर अपना एक एकाउंट बनाना होगा.
- अकाउंट बनाने की लिए रजिस्ट्रेंशन पर क्लिक करना होगा और यहां पर पूछी गई सभी जानकारी को सही-सही भरना होगा.
- सभी जानकारी भरने की बाद सबमिट बटन पर क्लिक कर दे और उसके बाद आप का अकाउंट ऑफिशियल वेबसाइट पर बन जायगा.
- अकाउंट बनने की बाद अपने अकाउंट में लॉग इन करके आपको फसल बीमा योजना की लिए फॉर्म भरना होगा.
- फसल बीमा योजना का फॉर्म सही सही भरने के बाद आपको सबमिट बटन पर क्लिक करना होगा जिसके बाद आपको अपनी स्क्रीन पर सक्सेसफुल का मैसेज दिखाई देगा.
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लिए ज़रूरी दस्तावेज़
- किसान का आई डी कार्ड
- आधार कार्ड
- राशन कार्ड
- बैंक खाता
- किसान का एड्रेस प्रूफ (जैसे ड्राइविंग लाइसेंस ,पासपोट, वोटर ID कार्ड )
- अगर खेत किराये पर लेकर खेती की गयी है तो खेत के मालिक के साथ इकरार की फोटो कॉपी
- खेत का खाता नंबर /खसरा नंबर के पेपर
- आवेदक का फोटो
- किसान द्वारा फसल की बुवाई शुरू किए हुए दिन की तारीख
क्या है प्रधानमंत्री किसान पेंशन योजना?
- आप इसके लिए अपने नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) पर जाकर अपना नाम दर्ज करवा सकते हैं।
- केंद्रीय कृषि मंत्रालय (Ministry of Agriculture) के संयुक्त सचिव राजबीर सिंह के मुताबिक रजिस्ट्रेशन के लिए कोई फीस नहीं लगेगी।
- यदि कोई किसान बीच में स्कीम छोड़ना चाहता है तो उसका पैसा नहीं डूबेगा। उसने स्कीम छोड़ने तक जो पैसे जमा किए होंगे उस पर सेविंग अकाउंट के ब्याज का ब्याज मिलेगा।
- वरिष्ठ नागरिक (Senior Citizen) होते ही यानी 60 साल उम्र के बाद हर माह 3000 रुपये पेंशन (Pension) मिलेगी।
- इस स्कीम के पात्र 18 से 40 साल उम्र के लोग ही हैं।
- 19 साल की उम्र पर 58 रुपये, 20 साल पर 61, 21 पर 64, 22 साल पर 68, 23 पर 72, 24 पर 76,
- 25 पर 80, 26 पर 85, 27 पर 90, 28 पर 95, 29 पर 100, 30 साल उम्र पर 105 रुपये प्रतिमाह प्रीमियम देना होगा।
- इसी तरह 31 साल के किसान को मासिक 110 रुपये प्रीमियम देना होगा। इसके बाद 40 साल तक हर साल पर 10 रुपये प्रीमियम बढ़ते-बढ़ते 40 साल पर 200 रुपये हो जाएगा।
- रजिस्ट्रेशन के लिए चाहिए ये डॉक्यूमेंट्स!
1.आधार कार्ड
2.जमीन रिकॉर्ड
3.बैंक पासबुक
4.राशन कार्ड
5. 2 फोटो
क्या है खास
- सरकार भी बराबर राशि का पेंशन निधि में अंशदान करेगी
- इस योजना के तहत किसान पीएम-किसान स्कीम से प्राप्त लाभ में से सीधे ही अंशदान करने का विकल्प चुन
सकते हैं - अगर लाभ पाने वाले व्यक्ति की मौत हो गई, तो उसके पति/पत्नी को 50% रकम मिलती रहेगी. यानी 1500 रुपये प्रतिमाह
- इस कोष का प्रबंधन भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) करेगा.
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केंद्र सरकार ने की फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि
सरकार का किसान के हित मे अब तक का बड़ा फ़ेसला 14 फसलों का समर्थन मूल्य बढ़ा सोयाबीन पर 349 रू. और धान पर 200 रू. की वृद्धि हुई :-
-2018-19 मौसम की खरीफ फसलो के लिए- |
क्र. | फसलें | किस्म | उत्पादन लागत | न्यूनतम समर्थन मूल्य | उत्पादन लागत पर प्रतिशत लाभ |
1 | धान | सामान्य
ग्रेड A |
1166 | 1750
1770 |
50.09 |
2 | ज्वार | हाइब्रिड
मालदांडी |
1619 | 2430
2450 |
50.09 |
3 | बाजरा | – | 990 | 1950 | 96.97 |
4 | रागी | – | 1931 | 2897 | 50.01 |
5 | मक्का | – | 1131 | 1700 | 50.31 |
6 | अरहर | – | 3432 | 5675 | 65.36 |
7 | मूंग |
|
4650 | 6975 | 50.00 |
8 | उड़द | 3438 | 5600 | 62.89 | |
9 | मूंगफली | 3260 | 4890 | 50.00 | |
10 | सूरजमुखी बीज | 3596 | 5388 | 50.01 | |
11 | सोयाबीन | 2266 | 3399 | 50.01 | |
12 | तिल | 4166 | 6249 | 50.01 | |
13 | रामतिल | 3918 | 5877 | 50.01 | |
14 | कपास | माध्यम स्टेपल
लम्बा स्टेपल |
3433
– |
5150
5450 |
50.01 |
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Shareडीएपी के दाम कम होने की संभावना
डीएपी के दाम कम होने की संभावना:-
पिछले दिनों में डीएपी उर्वरक के दाम उछाल सब्सिडी नीति न्यूट्रीएंट बेस्ड योजना में फास्फेट पर अनुदान में लगभग 27% की वृद्धि करना पड़ी थी | हालांकि केंद्र ने पोटाश पर अनुदान में लगभग 10% की कमी कर दी | केंद्र शासन के उर्वरक विभाग नई उर्वरक अनुदान नीति के क्रियान्वयन के लिए गाईड लाईन्स जारी करते हुए यह भी स्पष्ट किया है कि बोरोन तथा जिंक कोटेड फास्फोटिक अथवा पोटेशिक उर्वरकों पर क्रमशः 300 रु. व 500 रु. प्रति टन की दर से अतिरिक्त सब्सिडी दी जाएगी| जिससे किसानों में इन सूक्ष्म तत्वों के उपयोग को भी बढ़ावा मिले| उर्वरक विभाग ने यह भी निर्देश दिए है कि इन उर्वरकों के निर्माता उर्वरक के बैग पर अनुदान राशि दर्शाते हुए एम आर पी आवश्यक रूप से प्रिंट करें| प्रिंटेड एम आर पी से अधिक दर पर उर्वरक बेचना दंडनीय अपराध होगा|
Source:- www.krishakjagat.org
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Shareकपास की कीमतों में बढ़ोतरी के आसार
27% बढ़ सकता है कॉटन एक्सपोर्ट :- चीन द्वारा अमरीका से आयातित उत्पादों पर आयात शुल्क लगा देने से अमरीकन कपास मंहगी हो गई है| इसलिए चीन ने हाल में भारत से 2 लाख गाँठ कपास के आयात सौदे किये है | आगामी फसल सीजन में भारत से चीन को 25-30 लाख गाँठ निर्यात होने का अनुमान है | देश में कपास का निर्यात 70 लाख गाँठ तक पहुचने की उम्मीद है निर्यात पिछले अनुमान से करीब 27 फीसदी अधिक रहा सकता है| जानकारों का कहना है की कॉटन की एक्सपोर्ट मांग बेहतर होने से घरेलु कपास उत्पादकों को फायदा होगा |
स्त्रोत :- पत्रिका न्यूज नेटवर्क
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