नए सोयाबीन के क्या चल रहे हैं भाव, देखें नीमच मंडी का आज का हाल

Mandsaur Mandi Soybean Rate,

वीडियो के माध्यम से देखें आज नीमच मंडी में क्या चल रहे हैं सोयाबीन के मंडी भाव ?

स्रोत: यूट्यूब

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी  फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।

Share

6 अक्टूबर को मंदसौर मंडी में क्या रहे क्वालिटी अनुसार लहसुन के भाव?

Mandsaur garlic Mandi bhaw,

वीडियो के माध्यम से देखें, मध्य प्रदेश के मंदसौर मंडी में आज क्या रहे लहसुन के भाव ?

वीडियो स्रोत: यूट्यूब

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी लहसुन-प्याज जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।

Share

कम खर्च में फसल रोगों से पाएं छुटकारा, जरूर अपनाएँ बीजोपचार

Adopt seed treatment to get rid of diseases of crops at a low cost
  • बीज उपचार करने से फसलों से लगभग 8-10 प्रतिशत तक उत्पादन बढ़ाया जा सकता है। फसलों की उत्पादकता में बढोत्तरी करने हेतु आवश्यक है कि फसलों में कीड़े/बीमारियों का प्रकोप नहीं हो। इसके लिए सीड ड्रेसिंग ड्रम द्वारा भी बीजोपचार कर सकते हैं।

  • फसलों की उत्पादकता में बढोत्तरी करने तथा फसलों में कीड़े/बीमारियों का प्रकोप कम से कम हो इस उद्देश्य से बुवाई से पहले शत प्रतिशत बीजोपचार किया जाना अत्यंत आवश्यक है।

  • बीजोपचार करते समय एफ. आई. आर. क्रम का अवश्य ध्यान रखें l बीज को सर्वप्रथम फफूंदनाशक फिर कीटनाशक और अंत में संवर्ध (कल्चर) से उपचारित करें।

    फायदे:

  • बीज उपचार एक कम लागत तकनीक है। इसे आसानी से किसान भाई अपना सकते हैं। बीजोपचार द्वारा पौधों की अंकुर उदय को सुनिश्चित किया जा सकता है ताकि पौधे के विकास में सुधार के साथ-साथ बीमारियों व कीटों द्वारा होने वाले नुकसान को भी नियंत्रित किया जा सके।

  • पादप वृद्धि कारक हार्मोन का उपयोग कर पौधों की वृद्वि को बढ़ाया जा सकता है।

  • राइजोबियम कल्चर द्वारा नत्रजन स्थिरीकरण क्षमता के बढ़ने के साथ फसल का उत्पादन भी बढ़ता है।

  • बीजोपचार द्वारा पादप आबादी और इसकी उच्च उत्पादकता को बढ़ावा मिलता है।

  • बीजोपचार करने के उपरान्त खड़ी फसल में सुरक्षा के अन्य उपायों की कम आवश्यकता पड़ती है।

सावधानियां:

  • फसलों के बीजों को निर्धारित मात्रा में ही उपचारित करें।

  • उपचारित बीज को छाया में सुखाने के तुरंत बाद बुवाई की जानी चाहिए।

  • उपचारित बीज को ज्यादा देर ना रखें अन्यथा बीज खराब हो जाएगा।

  • रसायनों के उपयोग से पहले अंतिम तिथि अवश्य देख लें।

  • उपचार के उपरान्त डब्बों अथवा थैलों को मिट्टी में आवश्य दबा दें।

  • रसायनों को बच्चों एवं मवेशियों से दूर रखें।

अपने खेत को ग्रामोफ़ोन एप के मेरे खेत विकल्प से जोड़ें और पूरे फसल चक्र में पाते रहें स्मार्ट कृषि से जुड़ी सटीक सलाह व समाधान। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने मित्रों संग साझा करें।

Share

मध्यप्रदेश में कुछ दिन और जारी रहेगी बारिश, जल्द होगी मॉनसून की विदाई

Weather Update

मानसून जल्द ही उत्तर पश्चिम और मध्य भारत को अलविदा कहेगा। बंगाल की खाड़ी तथा अरब सागर में चक्रवाती हवाओं के बने हुए क्षेत्र दक्षिण भारत में भारी बारिश दे सकते हैं। मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के सहित छत्तीसगढ़ में जारी रहेगी बारिश।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

मौसम सम्बंधित पूर्वानुमानों की जानकारियों के लिए रोजाना ग्रामोफ़ोन एप पर जरूर आएं। नीचे दिए गए शेयर बटन को क्लिक कर इस लेख को अपने मित्रों के साथ भी साझा करें।

Share

5 अक्टूबर को इंदौर मंडी में क्या रहे फाइनल प्याज भाव?

Indore onion Mandi Bhaw

वीडियो के माध्यम से जानें आज यानी 5 अक्टूबर के दिन इंदौर के मंडी में क्या रहे प्याज के मंडी भाव?

वीडियो स्रोत: यूट्यूब

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी लहसुन-प्याज जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।

Share

28, 29, 30 सितम्बर को ये 15 किसान बनें ग्राम प्रश्नोत्तरी विजेता

Gram Prashnotri Winners

ग्रामोफ़ोन कृषि मित्र एप पर चल रहे ‘ग्राम प्रश्नोत्तरी’ प्रतियोगिता के तहत 28, 29, 30 सितंबर को पूछे गए आसान सवालों के सही जवाब देने वाले हजारों किसानों में से 15 लकी विजेताओं को चुन लिया गया है।

देखें विजेताओं की सूची

दिन

क्रम संख्या

विजेता का नाम

जिला

राज्य

इनाम

28 सितंबर

1

बद्रीलाल जी धाकड़

मंदसौर

मध्य प्रदेश

चाय मग सेट

2

पवन राठौर

कोटा

राजस्थान

टॉर्च

3

हरे सिंह चौहान

खंडवा

मध्य प्रदेश

टॉर्च

4

विजय सोलंकी

बड़वानी

मध्य प्रदेश

टॉर्च

5

मनोहर पाटीदार

रतलाम

मध्य प्रदेश

टॉर्च

29 सितंबर

1

राहुल तोमर

खंडवा

मध्य प्रदेश

चाय मग सेट

2

नीलेश सेन

उज्जैन

मध्य प्रदेश

टॉर्च

3

नानद बिहारी

बूंदी

राजस्थान

टॉर्च

4

हरि प्रसाद

शाजापुर

मध्य प्रदेश

टॉर्च

5

हेमंत पटेल

होशंगाबाद

मध्य प्रदेश

टॉर्च

30 सितंबर

1

गजराज जी

इंदौर

मध्य प्रदेश

चाय मग सेट

2

सुरेश चंद्रवंशी

शाजापुर

मध्य प्रदेश

टॉर्च

3

दुर्गेश यादव

खरगोन

मध्य प्रदेश

टॉर्च

4

हेमंत कुमावत

मंदसौर

मध्य प्रदेश

टॉर्च

5

रामनिवास जाट

देवास

मध्य प्रदेश

टॉर्च

Share

मंदसौर मंडी में 5 अक्टूबर को क्या रहे सोयाबीन के भाव, देखें वीडियो

Mandsaur Mandi Soybean Rate,

वीडियो के माध्यम से देखें आज मंदसौर मंडी में क्या चल रहे हैं सोयाबीन के मंडी भाव ?

स्रोत: यूट्यूब

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी  फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।

Share

आज क्या रहे लहसुन के मंडी भाव, देखें मंदसौर मंडी का हाल

Mandsaur garlic Mandi bhaw,

वीडियो के माध्यम से देखें, मध्य प्रदेश के मंदसौर मंडी में आज क्या रहे लहसुन के भाव ?

वीडियो स्रोत: यूट्यूब

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी लहसुन-प्याज जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।

Share

ऐसे करे जीवाणु खाद से बीजोपचार, बरतें ये सावधानियां

Do seed treatment with bacterial fertilizers like this
  • यूरिया से 46% नाइट्रोजन प्राप्त होती है जबकि वातावरण में 78% नाइट्रोजन होती है। वातावरण की इस नाइट्रोजन को दलहनी फसलों में राइजोबियम जीवाणु व अन्य फसलों में एजोटोबैक्टर जीवाणु पौधों को उपलब्ध कराते है l

  • डीएपी, सिंगल सुपर फास्फेट उर्वरकों का फास्फोरस पौधों को उपलब्ध नहीं होता है। पी एस बी जीवाणु इस फास्फोरस को भी पौधों को उपलब्ध करा देता है।

जीवाणु खाद (कल्चर) के प्रकार:

  • एजोटोबैक्टर कल्चर: तिलहनी फसलों के लिए उपयोगी जैसे सरसों, तिल और अनाज जैसे गेहूँ, धान, मक्का आदि।

  • राइजोबियम कल्चर: दलहनी फसलों के लिए उपयोगी जैसे उड़द, मुंग, मूंगफली, ग्वार, सोयाबीन आदि।

  • पी एस बी कल्चर: सभी प्रकार की फसलों के लिए उपयोगी।

जीवाणु खाद (कल्चर) से बीजोपचार की विधि:
एक एकड़ के बीज को कल्चर से उपचारित करने हेतु 100 ग्राम गुड़ व आवश्यकतानुसार पानी गर्म करके घोल बनाएं। घोल ठंडा होने पर इसमें 250 ग्राम जीवाणु खाद मिलाएं। इस मिश्रण को एक एकड़ में बोये जाने वाले बीज में इस प्रकार मिलाएं कि बीजों पर एक सामान परत चढ़ जाए। बीजों को छाया में सुखाकर बुवाई करें।

सावधानियां:

  • फसल के अनुसार उपयुक्त कल्चर का प्रयोग करें।

  • कल्चर पैकेट को ठंडे एवं छायादार जगह पर रखें।

  • अंतिम प्रयोग तिथि से पहले ही कल्चर मिलाएं।

  • गुड़ का घोल ठंडा होने पर ही कल्चर मिलाएं।

  • उपचारित बीज को छाया में सुखाएं एवं उर्वरकों के साथ मिलाकर नहीं बोयें।

अपने खेत को ग्रामोफ़ोन एप के मेरे खेत विकल्प से जोड़ें और पूरे फसल चक्र में पाते रहें स्मार्ट कृषि से जुड़ी सटीक सलाह व समाधान। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने मित्रों संग साझा करें।

Share

हिंदी में भी होगी मेडिकल की पढ़ाई, मध्य प्रदेश के छात्रों को होगा लाभ

Medical studies will also be done in Hindi

हिंदी मीडियम से पढ़ने वाले छात्रों को कई बार समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसकी वजह है ज्यादातर उच्च शिक्षा अंग्रेजी माध्यम से दिया जाना। मेडिकल की पढ़ाई करने के इच्छुक छात्रों को भी इस समस्या का सामना करना पड़ता है। हालांकि मध्य प्रदेश सरकार ने यह निर्णय लिया है की अब हिंदी माध्यम से पढ़ कर आये छात्र भी मेडिकल की शिक्षा हिंदी माध्यम से ग्रहण कर सकते हैं। इसके लिए अंग्रेजी की अनिवार्यता ख़त्म करने का फैसला लिया गया है।

यह फैसला हिंदी दिवस के दिन लिया गया है। बताया जा रहा है की मेडिकल की पढ़ाई हेतु छात्रों के लिए हिंदी में सिलेबस तैयार की जायेगी। प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने ये बातें बताई। उन्होंने कहा कि हिंदी में सिलेबस तैयार करने के लिए जल्द ही एक कमेटी बनाई जाएगी।

स्रोत: ज़ी न्यूज़

ये भी पढ़ें: 70000 रुपये तक में आने वाली ये 5 बाइक हैं आपकी बजट के अनुकूल

ये भी पढ़ें: कम दाम में आ जायेंगे बेहतरीन क्वालिटी वाले ये स्मार्ट मोबाइल फ़ोन

आपकी जरूरतों से जुड़ी ऐसी ही अन्य महत्वपूर्ण सूचनाओं के लिए प्रतिदिन पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख और अपनी कृषि समस्याओं की तस्वीरें समुदाय सेक्शन में पोस्ट कर प्राप्त करें कृषि विशेषज्ञों की सलाह।

Share