मूंग बीज पर 90% और मूंग की खेती पर 4000 रुपये प्रति एकड़ का मिलेगा अनुदान

90% grant on moong seed and Rs 4000 per acre on moong cultivation

सरकार दलहन व तिलहन फसलों को बढ़ावा दे रही है। इसके लिए किसानों को प्रोत्साहित करने के मूंग बीज पर सब्सिडी दी जा रही है साथ ही साथ मूंग की खेती करने पर भी अनुदान देने का निर्णय लिया गया है।

हरियाणा के किसानों के लिए प्रदेश सरकार ने मूंग बीज की खरीदी पर 90% की भारी सब्सिडी देने का निश्चय किया है। इसके अलावा मूंग, उड़द व अरहर उगाने पर किसानों को 4 हजार रूपए प्रति एकड़ का अनुदान भी दिया जा रहा है। यह अनुदान उस किसान को मिलेगा जिसने पिछली बार बाजरे की बिजाई की थी और इस बार मूंग की खेती कर रहा है।

स्रोत: किसान समाधान

कृषि एवं किसानों से सम्बंधित लाभकारी सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। इस लेख को नीचे दिए शेयर बटन से अपने मित्रों के साथ साझा करना ना भूलें।

Share

22 जुलाई को इंदौर मंडी में क्या रहे प्याज के भाव?

What were the prices of onions in Indore's mandi today

वीडियो के माध्यम से जानें आज यानी 22 जुलाई के दिन इंदौर के मंडी में क्या रहे प्याज के मंडी भाव?

वीडियो स्रोत: यूट्यूब

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी लहसुन-प्याज जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।

Share

22 जुलाई को मध्य प्रदेश की मंडियों में क्या रहे अलग अलग फसलों के भाव

Mandi Bhaw Madhya Pradesh

मंडी

फसल

न्यूनतम

अधिकतम

मॉडल

रतलाम _(नामली मंडी)

गेहूँ लोकवन

1645

1875

1795

रतलाम _(नामली मंडी)

इटालियन चना

4400

4400

4400

रतलाम _(सेलाना मंडी)

सोयाबीन

8212

8500

8356

रतलाम _(सेलाना मंडी)

गेहूँ

1751

2230

1990

रतलाम _(सेलाना मंडी)

मेधी दाना

6000

6650

6325

हरसूद

सोयाबीन

5000

8250

8199

हरसूद

तूवर

1738

1771

1765

हरसूद

चना

4300

4300

4300

हरसूद

मूंग

5601

6179

6120

रतलाम _(नामली मंडी)

लहसून

1000

10600

5000

रतलाम _(सेलाना मंडी)

प्याज

651

1800

1225

रतलाम _(सेलाना मंडी)

लहसून

1890

8200

5000

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी फसल की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।

Share

मध्य प्रदेश में अगले तीन दिन होगी मूसलाधार बारिश, सभी जिले होंगे प्रभावित

Weekly Madhyapradesh weather update

मध्य प्रदेश के लगभग सभी जिले में अगले तीन दिन में बारिश की संभावना बन रही है। वीडियो के माध्यम से जानें कैसा रहेगा मौसम आने वाले दिनों में।

वीडियो स्रोत: मौसम तक

मौसम सम्बंधित पूर्वानुमानों की जानकारियों के लिए रोजाना ग्रामोफ़ोन एप पर जरूर आएं। नीचे दिए गए शेयर बटन को क्लिक कर इस लेख को अपने मित्रों के साथ भी साझा करें।

Share

प्रति एकड़ पराली पर आप प्राप्त कर सकते हैं 1000 रुपये

You can get 1000 rupees per acre of crop residue

फसलों के अवशेष या पराली को खेतों में जला देने से पर्यावरण को बहुत नुकसान होता है और प्रदूषण भी बढ़ता है। इसके अलावा इससे खेत में पाए जाने वाले लाभकारी सूक्ष्मजीव भी नष्ट हो जाते हैं और भविष्य में लगाईं जाने वाली फसलों की पैदावार भी इससे कम हो जाती है।

सबसे ज्यादा पराली जलाने की समस्या हरियाणा में होती है। इस बार धान की रोपाई के साथ ही इसके पराली के बेहतर निस्तारण की योजना भी बना ली है। कृषि व किसान कल्याण मंत्री जय प्रकाश दलाल ने बताया है की इस बार किसान पराली से आर्थिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं इसलिए वे पराली जलाने की सोचे भी नहीं।

जो किसान पराली का निष्पादन किसी सूक्ष्म, लघु या मध्यम उद्यम में या फिर अन्य औद्योगिक इकाईयों में करेंगे उन्हें 1000 रुपये प्रति एकड़ की प्रोत्साहन राशि मिलेगी। बता दें की सरकार ने इस योजना के लिए 230 करोड़ रुपये का बजट तय किया है।

स्रोत: टीवी 9 भारत वर्ष

कृषि एवं किसानों से सम्बंधित लाभकारी सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। इस लेख को नीचे दिए शेयर बटन से अपने मित्रों के साथ साझा करना ना भूलें।

Share

मूंग की फसल में बुवाई के समय जरूरी है उर्वरक प्रबंधन

Fertilizer management at the time of sowing in moong crop
  • मूंग की फसल में होने वाले मिट्टी जनित कीटों नियंत्रण लिए बुवाई के पहले 50- 100 किलो FYM के साथ मेट्राजियम कल्चर को मिलाकर खाली खेत में बिखेर दें। इससे मिट्टी में उपस्थित कीटों के नियंत्रण में सहायता मिलती है।

  • इसके अलावा दूसरे आवश्यक तत्व, जो मूंग की बुवाई के समय अच्छे अंकुरण के लिए बहुत आवश्यक होते है वे सभी पोषक तत्व मिट्टी उपचार के रूप में मूंग की बुवाई के समय दिए जाते हैं।

  • इसके अंतर्गत DAP @ 40 किलो/एकड़ + MOP @ 20 किलो/एकड़ + ज़िंक सल्फेट @ 5 किलो की दर से मिट्टी में मिलाकर बुवाई से पहले खाली खेत में भुरकाव करें।

  • इसके साथ ही ‘मूंग समृद्धि किट’ का भी उपयोग कर सकते हैं जो आपकी फसल का सुरक्षा कवच बनेगा। इस किट में आपको बहुत कुछ एक साथ मिलेगा, जिसकी जरुरत मूंग की फसल को होती है।

  • इस किट में कई लाभकारी उत्पाद संलग्न हैं। इन उत्पादों में पीके बैक्टीरिया का कंसोर्टिया, राइज़ोबियम बैक्टीरिया, ट्राइकोडर्मा विरिडी, ह्यूमिक एसिड, समुद्री शैवाल, अमीनो एसिड एवं मायकोराइज़ा शामिल हैं।

  • इन सभी उत्पादों को मिट्टी या गोबर की खाद में मिलाकर बुवाई के पूर्व खेत में बिखेर दें।

अपने खेत को ग्रामोफ़ोन एप के मेरे खेत विकल्प से जोड़ें और पूरे फसल चक्र में पाते रहें स्मार्ट कृषि से जुड़ी सटीक सलाह व समाधान। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने मित्रों संग साझा करें।

Share

करें प्याज की खेती और पाएं 12000 रुपये प्रति हेक्टेयर की सब्सिडी

Cultivate onion and get a subsidy of Rs 12000 per hectare

प्याज की उपज बढ़ाने के लिए सरकार किसानों को प्रोत्साहित कर रही है और इसके लिए कई योजनाएं चला रही है। इसी कड़ी में उत्तरप्रदेश में प्याज की खेती को और ज्यादा बढ़ावा देने के उद्देश्य से कई योजनाएं शुरू की गई हैं।

उत्तरप्रदेश के उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग की तरफ से प्याज की खेती को बढ़ावा देने के उद्देश्य से खरीफ व रबी दोनों सीजन में किसानों को अधिकतम 4 हेक्टेयर खेत में प्याज उगाने पर 12000 रुपये प्रति हेक्टेयर की सब्सिडी दी जायेगी।

स्रोत: किसान समाधान

कृषि एवं किसानों से सम्बंधित लाभकारी सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। इस लेख को नीचे दिए शेयर बटन से अपने मित्रों के साथ साझा करना ना भूलें।

Share

मध्य प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट, कई जिले आएंगे चपेट में

Weather Update

मध्य प्रदेश के लिए मौसम विभाग की तरफ से अहम सूचना जारी की गई है। इसमें मध्य प्रदेश के कई जिले में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। वीडियो के माध्यम से जानें पूरी खबर।

वीडियो स्रोत: एमपी तक

मौसम सम्बंधित पूर्वानुमानों की जानकारियों के लिए रोजाना ग्रामोफ़ोन एप पर जरूर आएं। नीचे दिए गए शेयर बटन को क्लिक कर इस लेख को अपने मित्रों के साथ भी साझा करें।

Share

प्याज भंडारण में मददगार होगा बिना किसी खर्च से बना यह देशी जुगाड़

onion storage

बहुत सारे किसान प्याज की उपज प्राप्ति के बाद इसे बेचने के बजाय इसका भंडारण कर के रखना चाहते हैं ताकि जब प्याज के रेट बढे तब वे इसका अच्छा दाम ले सकें। पर भंडारण करने में भी किसानों को काफी खर्च करना पड़ जाता है। बहरहाल वीडियो में एक किसान ने भंडारण का देशी तरीका बताया है जिसमे कोई बड़ा खर्च भी नहीं करना पड़ता है। विस्तृत जानकारी के लिए देखें वीडियो।

वीडियो स्रोत: यूट्यूब

स्मार्ट कृषि से जुड़ी ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख रोजाना पढ़ें। इस लेख को शेयर बटन पर क्लिक कर अपने मित्रों के साथ भी साझा करें।

Share

सोयाबीन में सल्फर का होता है महत्व, उपयोग पूर्व बरतें सावधानियाँ

Sulfur is important in soybean
  • सोयाबीन की फसल में सल्फर (गंधक) की कमी के लक्षण सर्वप्रथम नई पत्तियों पर दिखाई देते हैं। इसके कारण पत्तियाँ पीली व हरे रंग की हो जाती हैं वहीं पुरानी पत्तियां सामान्य रहती हैं। कुछ समय बाद पत्तियॉं एवं पर्ण छोटे आकार के हो जाते हैं एवं सम्पूर्ण पौधा पीला पड़ जाता है। तने पतले तथा कमजोर व जड़ कड़ी हो जाती है, जिससे पौधों की वृद्धि रूक जाती है।

  • गंधक (सल्फर) का जैव रसायनिक महत्व: गंधक (सल्फर) कुछ महत्वपूर्ण एमिनों अम्ल का आवश्यक घटक है। हरित लवक निर्माण मे इसका महत्वपूर्ण योगदान होता है। तेल के जैव उत्पादन, सोयाबीन फसल में ग्रंथिका निर्माण, जैविक नत्रजन स्थिरीकरण में तथा स्वस्थ दानों के निर्माण में गंधक (सल्फर) सहायक है।

  • सोयाबीन की फसल में सल्फर का उपयोग करने के पहले कुछ सावधानियां रखनी बहुत आवश्यक है। सबसे पहले सल्फर का उपयोग बुवाई के समय या बुवाई के बाद 40 दिनों तक कर सकते है। सल्फर के उपयोग के पूर्व इस बात का ध्यान रखें की खेत में पर्याप्त नमी हो। कम बारिश की स्थिति में, सल्फर उपयोग करने के बाद हल्की सिंचाई अवश्य करें।

फसल की बुआई के साथ ही अपने खेत को ग्रामोफ़ोन एप के मेरे खेत विकल्प से जोड़ें और पूरे फसल चक्र में पाते रहें स्मार्ट कृषि से जुड़ी सटीक सलाह व समाधान। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने मित्रों संग साझा करें।

Share