देश के विभिन्न शहरों में फलों और फसलों की कीमतें क्या हैं? |
|||
मंडी |
फसल |
न्यूनतम मूल्य (किलोग्राम में) |
अधिकतम मूल्य (किलोग्राम में) |
जयपुर |
प्याज़ |
11 |
12 |
जयपुर |
प्याज़ |
13 |
14 |
जयपुर |
प्याज़ |
15 |
16 |
जयपुर |
प्याज़ |
4 |
5 |
जयपुर |
प्याज़ |
6 |
7 |
जयपुर |
प्याज़ |
8 |
9 |
जयपुर |
प्याज़ |
10 |
11 |
जयपुर |
लहसुन |
12 |
15 |
जयपुर |
लहसुन |
18 |
22 |
जयपुर |
लहसुन |
28 |
35 |
जयपुर |
लहसुन |
38 |
45 |
जयपुर |
लहसुन |
10 |
12 |
जयपुर |
लहसुन |
15 |
18 |
जयपुर |
लहसुन |
22 |
25 |
जयपुर |
लहसुन |
30 |
35 |
लखनऊ |
प्याज़ |
5 |
7 |
लखनऊ |
प्याज़ |
10 |
– |
लखनऊ |
प्याज़ |
11 |
13 |
लखनऊ |
प्याज़ |
13 |
14 |
लखनऊ |
प्याज़ |
7 |
9 |
लखनऊ |
प्याज़ |
10 |
11 |
लखनऊ |
प्याज़ |
14 |
15 |
लखनऊ |
प्याज़ |
16 |
17 |
लखनऊ |
लहसुन |
10 |
– |
लखनऊ |
लहसुन |
15 |
20 |
लखनऊ |
लहसुन |
30 |
32 |
लखनऊ |
लहसुन |
35 |
– |
गुवाहाटी |
प्याज़ |
11 |
– |
गुवाहाटी |
प्याज़ |
13 |
– |
गुवाहाटी |
प्याज़ |
14 |
– |
गुवाहाटी |
प्याज़ |
11 |
– |
गुवाहाटी |
प्याज़ |
12 |
– |
गुवाहाटी |
प्याज़ |
13 |
– |
गुवाहाटी |
प्याज़ |
14 |
– |
गुवाहाटी |
प्याज़ |
15 |
– |
गुवाहाटी |
प्याज़ |
18 |
– |
गुवाहाटी |
प्याज़ |
20 |
– |
गुवाहाटी |
प्याज़ |
21 |
– |
गुवाहाटी |
लहसुन |
20 |
25 |
गुवाहाटी |
लहसुन |
28 |
34 |
गुवाहाटी |
लहसुन |
34 |
38 |
गुवाहाटी |
लहसुन |
38 |
42 |
गुवाहाटी |
लहसुन |
20 |
25 |
गुवाहाटी |
लहसुन |
27 |
33 |
गुवाहाटी |
लहसुन |
34 |
38 |
गुवाहाटी |
लहसुन |
38 |
42 |
सिलीगुड़ी |
प्याज़ |
11 |
– |
सिलीगुड़ी |
प्याज़ |
13 |
– |
सिलीगुड़ी |
प्याज़ |
15 |
– |
सिलीगुड़ी |
प्याज़ |
16 |
18 |
सिलीगुड़ी |
प्याज़ |
12 |
– |
सिलीगुड़ी |
प्याज़ |
14 |
– |
सिलीगुड़ी |
प्याज़ |
15 |
– |
सिलीगुड़ी |
प्याज़ |
18 |
– |
सिलीगुड़ी |
लहसुन |
17 |
– |
सिलीगुड़ी |
लहसुन |
25 |
– |
सिलीगुड़ी |
लहसुन |
32 |
– |
सिलीगुड़ी |
लहसुन |
36 |
– |
मंदसौर |
लहसुन |
11 |
– |
मंदसौर |
लहसुन |
16 |
– |
मंदसौर |
लहसुन |
21 |
– |
मंदसौर |
लहसुन |
26 |
– |
रतलाम |
प्याज़ |
3 |
6 |
रतलाम |
प्याज़ |
6 |
9 |
रतलाम |
प्याज़ |
9 |
12 |
रतलाम |
प्याज़ |
11 |
14 |
रतलाम |
लहसुन |
5 |
9 |
रतलाम |
लहसुन |
9 |
24 |
रतलाम |
लहसुन |
21 |
35 |
रतलाम |
लहसुन |
33 |
40 |
आगरा |
प्याज़ |
7 |
– |
आगरा |
प्याज़ |
8 |
– |
आगरा |
प्याज़ |
9 |
10 |
आगरा |
प्याज़ |
11 |
13 |
आगरा |
प्याज़ |
7 |
– |
आगरा |
प्याज़ |
8 |
9 |
आगरा |
प्याज़ |
10 |
12 |
आगरा |
प्याज़ |
13 |
15 |
आगरा |
प्याज़ |
6 |
8 |
आगरा |
प्याज़ |
8 |
9 |
आगरा |
प्याज़ |
10 |
12 |
आगरा |
प्याज़ |
13 |
– |
आगरा |
लहसुन |
12 |
15 |
आगरा |
लहसुन |
18 |
20 |
आगरा |
लहसुन |
21 |
22 |
आगरा |
लहसुन |
25 |
28 |
शाजापुर |
प्याज़ |
4 |
6 |
शाजापुर |
प्याज़ |
7 |
10 |
शाजापुर |
प्याज़ |
10 |
13 |
रतलाम |
आलू |
16 |
– |
रतलाम |
टमाटर |
35 |
38 |
रतलाम |
हरी मिर्च |
25 |
30 |
रतलाम |
तरबूज |
8 |
10 |
रतलाम |
कद्दू |
10 |
12 |
रतलाम |
आम |
42 |
– |
रतलाम |
आम |
30 |
– |
रतलाम |
आम |
35 |
45 |
रतलाम |
केला |
22 |
– |
रतलाम |
पपीता |
12 |
16 |
रतलाम |
अनार |
80 |
100 |
जयपुर |
अनन्नास |
65 |
– |
जयपुर |
सेब |
105 |
– |
जयपुर |
नींबू |
28 |
30 |
जयपुर |
आम |
32 |
35 |
जयपुर |
नींबू |
40 |
– |
जयपुर |
नींबू |
40 |
– |
जयपुर |
अदरक |
30 |
– |
जयपुर |
हरा नारियल |
35 |
– |
जयपुर |
आलू |
14 |
16 |
आगरा |
नींबू |
40 |
– |
आगरा |
कटहल |
11 |
– |
आगरा |
अदरक |
19 |
– |
आगरा |
अनन्नास |
24 |
25 |
आगरा |
तरबूज |
4 |
5 |
आगरा |
आम |
20 |
35 |
आगरा |
नींबू |
45 |
50 |
आगरा |
हरा नारियल |
42 |
– |
आगरा |
पत्ता गोभी |
13 |
– |
आगरा |
शिमला मिर्च |
25 |
– |
लखनऊ |
आलू |
15 |
16 |
लखनऊ |
अदरक |
27 |
30 |
लखनऊ |
आम |
30 |
37 |
लखनऊ |
अनन्नास |
20 |
30 |
सिलीगुड़ी |
अदरक |
22 |
– |
सिलीगुड़ी |
अनन्नास |
45 |
– |
सिलीगुड़ी |
आम |
33 |
36 |
वाराणसी |
आलू |
15 |
16 |
वाराणसी |
अदरक |
34 |
35 |
वाराणसी |
आम |
25 |
35 |
वाराणसी |
आम |
45 |
50 |
वाराणसी |
आम |
28 |
33 |
वाराणसी |
अनन्नास |
17 |
28 |
वाराणसी |
प्याज़ |
10 |
– |
वाराणसी |
प्याज़ |
11 |
13 |
वाराणसी |
प्याज़ |
14 |
15 |
वाराणसी |
प्याज़ |
14 |
16 |
वाराणसी |
प्याज़ |
11 |
– |
वाराणसी |
प्याज़ |
12 |
14 |
वाराणसी |
प्याज़ |
14 |
15 |
वाराणसी |
प्याज़ |
15 |
17 |
वाराणसी |
लहसुन |
12 |
18 |
वाराणसी |
लहसुन |
15 |
22 |
वाराणसी |
लहसुन |
20 |
30 |
वाराणसी |
लहसुन |
30 |
35 |
गुवाहाटी |
प्याज़ |
11 |
– |
गुवाहाटी |
प्याज़ |
12 |
– |
गुवाहाटी |
प्याज़ |
14 |
– |
गुवाहाटी |
प्याज़ |
10 |
– |
गुवाहाटी |
प्याज़ |
12 |
– |
गुवाहाटी |
प्याज़ |
13 |
– |
गुवाहाटी |
प्याज़ |
18 |
– |
गुवाहाटी |
प्याज़ |
13 |
– |
गुवाहाटी |
प्याज़ |
18 |
– |
गुवाहाटी |
प्याज़ |
20 |
– |
गुवाहाटी |
प्याज़ |
21 |
– |
गुवाहाटी |
लहसुन |
20 |
25 |
गुवाहाटी |
लहसुन |
28 |
33 |
गुवाहाटी |
लहसुन |
34 |
38 |
गुवाहाटी |
लहसुन |
38 |
42 |
गुवाहाटी |
लहसुन |
20 |
25 |
गुवाहाटी |
लहसुन |
28 |
34 |
गुवाहाटी |
लहसुन |
35 |
40 |
गुवाहाटी |
लहसुन |
40 |
42 |
गुवाहाटी |
अदरक |
28 |
30 |
गुवाहाटी |
आलू |
17 |
19 |
गुवाहाटी |
आलू |
22 |
23 |
गुवाहाटी |
नींबू |
48 |
– |
गुवाहाटी |
आम |
45 |
– |
गुवाहाटी |
लीची |
55 |
– |
कानपुर |
प्याज़ |
5 |
– |
कानपुर |
प्याज़ |
10 |
– |
कानपुर |
प्याज़ |
11 |
13 |
कानपुर |
प्याज़ |
14 |
– |
कानपुर |
लहसुन |
10 |
– |
कानपुर |
लहसुन |
15 |
20 |
कानपुर |
लहसुन |
30 |
– |
कानपुर |
लहसुन |
35 |
– |
कोलकाता |
आलू |
22 |
– |
कोलकाता |
अदरक |
34 |
– |
कोलकाता |
प्याज़ |
10 |
– |
कोलकाता |
प्याज़ |
11 |
– |
कोलकाता |
प्याज़ |
16 |
– |
कोलकाता |
लहसुन |
15 |
– |
कोलकाता |
लहसुन |
30 |
– |
कोलकाता |
लहसुन |
48 |
– |
कोलकाता |
तरबूज |
16 |
– |
कोलकाता |
अनन्नास |
45 |
55 |
कोलकाता |
सेब |
130 |
155 |
कोलकाता |
आम |
60 |
70 |
कोलकाता |
लीची |
50 |
60 |
कोलकाता |
नींबू |
50 |
55 |
मध्यप्रदेश मंडियों में 18 जून को क्या रहे प्याज़ के भाव?
आज मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों जैसे देवास, मंदसौर, बदनावर, इंदौर, खंडवा और कालापीपल आदि में क्या चल रहे हैं प्याज़ के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।
विभिन्न मंडियों में प्याज़ के ताजा मंडी भाव |
||
कृषि उपज मंडी |
न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) |
अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल) |
अलीराजपुर |
1,000 |
2,000 |
बदनावर |
500 |
1,775 |
ब्यावरा |
300 |
900 |
दमोह |
500 |
500 |
देवास |
200 |
500 |
देवास |
300 |
800 |
हाटपिपलिया |
600 |
1400 |
हाटपिपलिया |
600 |
1400 |
हरदा |
600 |
800 |
इंदौर |
200 |
1,600 |
जावरा |
360 |
1,441 |
जावद |
300 |
600 |
कालापीपल |
110 |
1,350 |
कालापीपल |
100 |
1,297 |
खंडवा |
400 |
700 |
खरगोन |
500 |
1,500 |
खरगोन |
500 |
1,500 |
कुक्षी |
500 |
900 |
मंदसौर |
150 |
1,251 |
नरसिंहगढ़ |
100 |
1,920 |
पिपरिया |
400 |
1,300 |
सीहोर |
200 |
1,316 |
सेंधवा |
300 |
910 |
शुजालपुर |
400 |
1,051 |
टिमरनी |
600 |
1,000 |
स्रोत: एगमार्कनेट
Shareअब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी प्याज जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें। लेख पसंद आया हो तो लाइक और शेयर करना ना भूलें।
कुचिंडा मिर्च को जीआई टैग मिलने से बढ़ेगी प्रसिद्धि, जानें इसकी महत्ता
किसानों की आय में वृद्धि के उद्देश्य से विविधता पूर्ण खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके चलते सरकार किसानों को परंपरागत खेती के अलावा सब्जियों और फलों की खेती करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। इसी कड़ी में उड़ीसा में कुचिंडा मिर्च की खेती करने वाले किसानों के लिए एक खुशखबरी सामने आई है।
दरअसल ग्रामीण विकास और विपणन सोसाइटी की ओर से कुचिंडा मिर्च के सैंपल को टेस्ट के लिए कोच्चि स्थित प्रयोगशाला भेजा गया था। जिसके काफी अच्छे रिजल्ट सामने आए हैं। ऐसे में उड़ीसा की इस क्षेत्रीय मिर्च पर जीआई टैग दिए जाने की चर्चा जोरों पर है।
जीआई टैग क्या है?
जीआई टैग ऐसे उत्पाद को मिलता है, जो गुणवत्ता के पैमाने पर हर तरह से खरा उतरता हो। इसके साथ ही यह टैग उस विशेष उत्पाद को उसके मूल क्षेत्र से जोड़ने के लिए दिया जाता है। कहने का मतलब ये है कि, जीआई टैग बताता है कि उत्पाद विशेष का निर्माण कहां हुआ है।
जीआई टैग की महत्ता
ऐसे उत्पाद को देश में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी बिक्री के लिए आसानी से बाजार उपलब्ध हो जाता है। जीआई टैग मिले उत्पादों को कानूनी संरक्षण मिलता है। जिसके चलते इन उत्पाद का व्यवसाय करने वाले लोगों को ज्यादा मुनाफा प्राप्त होता है।
इसी क्रम में अब कुचिंडा मिर्च की खेती करने वाले किसान भाईयों की आमदनी में वृद्धि होगी। काफी लंबे समय से कुचिंडा को अपनी खास पहचान नहीं मिल पा रही थी। हालांकि जीआई टैग लगते ही देश के साथ ही अब इसकी अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी मांग बढ़ जाएगी।
स्रोत: कृषि जागरण
Shareकृषि क्षेत्र की महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए रोजाना पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। आज की जानकारी पसंद आई हो तो लाइक और शेयर करना ना भूलें।
मध्य प्रदेश की मंडियों में गेहूँ भाव में दिखी कितनी तेजी?
आज मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों जैसे कैलारस, कालापीपल, लटेरी और पृथ्वीपुर आदि में क्या चल रहे हैं गेहूँ के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।
विभिन्न मंडियों में गेहूं के ताजा मंडी भाव |
||
कृषि उपज मंडी |
न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) |
अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल) |
झाबुआ |
2,150 |
2,150 |
पृथ्वीपुर |
1,915 |
1,927 |
लटेरी |
2,285 |
2,380 |
कैलारासो |
1,975 |
2,015 |
श्योपुरबडोद |
1,920 |
1,998 |
अजयगढ़ |
1,900 |
1,920 |
लटेरी |
2,000 |
2,150 |
कालापीपाल |
1,890 |
2,140 |
सिमरिया |
1,820 |
1,900 |
भानपुरा |
1,850 |
1,860 |
पचौरी |
1,750 |
2,100 |
स्रोत: राष्ट्रीय कृषि बाजार
Shareअब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें। जानकारी पसंद आये तो लाइक और शेयर जरूर करें।
पूरे देश में भारी बारिश का अनुमान, देखें मौसम पूर्वानुमान
मानसून ने फिर से तेजी दिखाई है और कई राज्यों में आगे बढ़ने लगा है। इसके कारण कई क्षेत्रों में तेज बारिश हो रही है जिससे जून में जो अभी तक मानसून की कमी थी उसकी भरपाई होने की उम्मीद जाग गई है। उत्तर भारत में प्री मानसून गतिविधियां जारी रहेंगे। पूर्वी उत्तर पूर्वी तथा दक्षिण भारत में मानसून तेजी पकड़ेगा। मध्य भारत में भी कई स्थानों पर बारिश और मेघ गर्जना संभव है।
स्रोत: स्काइमेट वेदर
Shareमौसम सम्बंधित पूर्वानुमानों की जानकारियों के लिए रोजाना ग्रामोफ़ोन एप पर जरूर आएं। आज की जानकारी पसंद आई हो तो लाइक और शेयर जरूर करें।
केले व हल्दी की खेती ने बनाया लखपति, आप भी अपनाएं ये तकनीक
खेती योग्य भूमि का क्षेत्रफल हर बीतते साल के साथ कम होता जा रहा है, ऐसे में फसल उत्पादन पर भारी असर पड़ता दिख रहा है। इन मुश्किलों के बीच उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में रहने वाले किसान अमरेंद्र प्रताप ने एक बढ़िया तोड़ निकाल लिया है। सहफसली यानी मिश्रित खेती की तकनीक को अपनाकर वह लाखों की कमाई कर रहे हैं।
इस तकनीक के जरिए अमरेंद्र प्रताप एक ही खेत में कई तरह की फसलें उगा रहे हैं। इस समय उन्होंने अपने खेत में केले के साथ हल्दी की फसल लगाई है। बता दें कि केले की फसल और हल्दी की फसल एक साथ लगाने से दोनों फसलों के उत्पादन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। विशेषज्ञों की मानें तो केले की फसल में हल्दी की खेती फायदेमंद साबित होती है।
केले की फसल के साथ हल्दी की खेती
पांच साल पहले बाराबंकी के अमरेंद्र ने एक हेक्टेयर रकबे में केले की फसल लगाई थी। इसके बाद आधुनिक तकनीक को अपनाते हुए उन्होंने सहफसली खेती की शुरूआत की। जहां अमरेंद्र ने साढ़े चार हेक्टेयर में केले के साथ हल्दी की खेती की। इसकी मदद से अब वह प्रति हेक्टेयर भूमि से 10 लाख रूपए की शुद्ध कमाई के अलावा हल्दी की फसल से 3 -4 लाख रूपए का अतिरिक्त मुनाफा प्राप्त कर रहे हैं।
इतना ही नहीं अमरेंद्र प्रताप केले, तरबूज, खरबूजा, खीरा, हल्दी और मशरूम जैसी करीब एक दर्जन फसलों की खेती कर रहे हैं। सहफसली तकनीक को अपनाकर इन्होंने अपनी खेती को मुनाफे वाला बना दिया है। अमरेंद्र प्रताप की इस कामयाबी के लिए उन्हें प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा उन्नतशील खेती के लिए सम्मानित किया जा चुका है।
स्रोत: आज तक
Shareकृषि क्षेत्र की महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए रोजाना पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। आज की जानकारी पसंद आई हो तो लाइक और शेयर करना ना भूलें।
मध्यप्रदेश मंडियों में जानें क्या रहे चने के भाव?
मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों जैसे गौतमपुर, महू, खंडवा, खरगोन, धार और सनावद आदि में क्या चल रहे हैं चने के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।
विभिन्न मंडियों में चना के ताजा मंडी भाव |
||
कृषि उपज मंडी |
न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) |
अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल) |
गौतमपुरा |
3,800 |
3,800 |
महू |
4,261 |
4,326 |
खंडवा |
3,851 |
4,225 |
खरगोन |
3,600 |
4,420 |
सनावद |
4,250 |
5,355 |
धार |
3,200 |
4,740 |
देवास |
1,650 |
1,771 |
पिपलिया |
3,601 |
4,380 |
अशोकनगर |
4,205 |
4,550 |
राघौगढ़ |
4,195 |
4,340 |
श्योपुरबड़ौद |
4,091 |
4,271 |
छिन्दवाड़ा |
800 |
1,000 |
सिवनी |
4,100 |
4,100 |
बेगमगंज |
3,800 |
4,450 |
खिरकिया |
3,800 |
4,360 |
टिमरनी |
3,800 |
4,316 |
टीकमगढ़ |
4,225 |
4,225 |
स्रोत: मध्यप्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड
Shareअब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपने चना जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें। लेख पसंद आया हो तो लाइक और शेयर करना ना भूलें।
मध्यप्रदेश मंडियों में 17 जून को क्या रहे प्याज़ के भाव?
आज मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों जैसे मंदसौर, देवास, छिंदवाड़ा, जावरा, खंडवा और कालापीपल आदि में क्या चल रहे हैं प्याज़ के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।
विभिन्न मंडियों में प्याज़ के ताजा मंडी भाव |
||
कृषि उपज मंडी |
न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) |
अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल) |
छिंदवाड़ा |
800 |
1000 |
देवास |
300 |
1000 |
हाटपिपलिया |
800 |
1200 |
जबलपुर |
700 |
1100 |
जावरा |
500 |
1200 |
कालापीपाल |
210 |
1400 |
खंडवा |
400 |
700 |
खरगोन |
500 |
1500 |
खरगोन |
500 |
1500 |
कुक्षी |
500 |
900 |
मन्दसौर |
120 |
1251 |
सबलगढ़ |
1000 |
1000 |
सैलान |
150 |
1400 |
सांवेर |
775 |
975 |
सतना |
600 |
700 |
सेंधवा |
265 |
600 |
थांदला |
900 |
1000 |
टिमरनी |
500 |
800 |
स्रोत: एगमार्कनेट
Shareअब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी प्याज जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें। लेख पसंद आया हो तो लाइक और शेयर करना ना भूलें।
आगे बढ़ी पीएम किसान ई-केवाईसी की अंतिम तारीख, जानें पूरी प्रक्रिया
देश की आधी से ज्यादा आबादी कृषि व्यवसाय पर निर्भर है। ऐसे में किसानों को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के लिए सरकार कई योजनाएं चला रही है। इनमें से एक ‘पीएम किसान सम्मान निधि योजना’ है। इसके माध्यम से किसानों के खाते में सीधे तौर पर सलाना 6 हजार रूपए की राशि भेजी जाती है।
प्रति वर्ष हर चार माह के अंतराल में 2 हजार रूपए की तीन किस्त किसानों के खाते में भेजी जाती हैं। आंकड़ों के अनुसार देश के लगभग 10 करोड़ किसान परिवार इस योजना का लाभ उठा रहे हैं। हालांकि अब सरकार ने योजना का लाभ उठाने के लिए ई-केवाईसी कराना अनिवार्य कर दिया है।
लेकिन डेड लाइन देने के बाद भी कई किसान ई-केवाईसी नहीं करवा पाएं हैं। ऐसे में सरकार ने राहत देते हुए इसकी अंतिम तारीख 31 मई से बढ़ाकर 31 जुलाई कर दी है। हालांकि डेडलाइन से पहले ई-केवाईसी न करवाने पर किसान भाई अगली किस्त से वंचित रह सकते हैं।
ई-केवाईसी कराने की प्रक्रिया
ई-केवाईसी के लिए पीएम किसान योजना की वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाएं। यहां दाईं तरफ फार्मर कॉर्नर के नीचे ई-केवाईसी टैब पर क्लिक करें। इसके बाद एक नया पेज ओपन होगा, यहां आधार नंबर डालकर सर्च टैब पर क्लिक करें। अब आपके आधार में रजिस्टर्ड मोबाईल नंबर पर ओटीपी आएगा, जिसे आपको सब्मिट करना है। इस तरह ई-केवाईसी की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
स्रोत: आज तक
Shareकृषि क्षेत्र की महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए रोजाना पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। आज की जानकारी पसंद आई हो तो लाइक और शेयर करना ना भूलें।
मध्य प्रदेश की मंडियों में गेहूँ भाव में दिखी कितनी तेजी?
आज मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों जैसे पन्ना, कालापीपल, लटेरी और अजयगढ़ आदि में क्या चल रहे हैं गेहूँ के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।
विभिन्न मंडियों में गेहूं के ताजा मंडी भाव |
||
कृषि उपज मंडी |
न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) |
अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल) |
पन्ना |
1,850 |
1,860 |
कालापीपल |
1,800 |
2,015 |
अलोट |
1,960 |
2,050 |
पथरिया |
1,801 |
1,979 |
कालापीपल |
2,000 |
2,560 |
अजयगढ़ |
1,900 |
1,915 |
श्योपुरबड़ोद |
1,959 |
2,001 |
लटेरी |
1,715 |
1,925 |
आलमपुर |
1,910 |
1,974 |
सिरोंज |
1,850 |
2,900 |
लटेरी |
2,345 |
2,730 |
स्रोत: राष्ट्रीय कृषि बाजार
Shareअब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें। जानकारी पसंद आये तो लाइक और शेयर जरूर करें।