Control of Leaf Miner in Cowpea

बरबटी में पत्ति सुरंगक :-

पहचान:-

  • वयस्क छोटे एवं नाजुक होते है| ये आकार में एक इंच का छठवां भाग होते है|
  • ये काले एवं पीले रंग के होते है|
  • अंडे गोल, सूक्ष्म एवं पीले सफ़ेद रंग के होते है|
  • लार्वा सफ़ेद रंग के जो सिर के तरफ पीले रंग के होते है| पूर्ण विकसित अवस्था में इनका आकार एक इंच का छटवां भाग होता है|

हानि:-

  • मादा अपने नुकीले प्रजनन अंग को पत्तियों के उत्तकों के अन्दर प्रवेश कर 300-400 अंडे देती है|
  • अंडे से उत्पन्न लार्वा माईन्स पत्तियों के मिसोफिल उत्तकों के टेड़े- मेढ़े आकृति में खाते है|
  • सुरंगक का आक्रमण होने पर पत्तियों के ऊपर सफेद रंग की चमकदार धारियां बन जाती है|
  • वयस्क पत्तियों में छेदक करके उसमें उपस्थित कोशिका रस को चूस लेते है|
  • कीट से ग्रसित पौधों की फलन एवं फूलन क्षमता पर विपरीत प्रभाव पड़ता है|

नियंत्रण:-

  • डायक्लोरोवास 40 मिली. + नीम तेल 50 मिली. प्रति पम्प का स्प्रे करें|
  • डायमिथोएट 40 मिली. या कारटाप हाईड्रो क्लोराईड 75% SG 20 ग्राम/ प्रति पम्प का स्प्रे करें|

नीचे दिए गए बटन पर क्लिक करके अन्य किसानों के साथ साझा करें।

Share

Prevention of Collar rot in chilli

लक्षण:-

  • भूमि के पास स्तम्भ के आधार पर फफूंद उत्तक क्षय करके पौधे को सुखा देता है|
  • अनुकूल परिस्थिति में कवक और उसके सरसों जैसे दानों के समान वृद्धि रोगग्रस्त भाग पर विकसित होते है|

रोकथाम:-

  • रोगग्रस्त पौधे के अवशेषों को नष्ट करें|
  • जल निकास की व्यवस्था करें व फसल चक्र अपनायें|
  • नर्सरी का निर्माण ऊँची जगह पर करें|
  • बीज उपचार कार्बेन्डाजिम 3 ग्राम/ किलो बीज की दर से करें|
  • कार्बेन्डाजिम 3 ग्राम या मेटालेक्ज़िल+ मेन्कोज़ेब 3 ग्राम प्रति ली. पानी की दर से घोल बनाकर 10 दिन के अंतराल पर दो बार ड्रेंचिंग करें|

नीचे दिए गए बटन पर क्लिक करके अन्य किसानों के साथ साझा करें।

Share

Control of Fusarium Wilt in Bottle Gourd

  • नई पौध के बीजपत्र कमज़ोर होकर गिर जाते है|
  • पुराने पौधे उकठा रोग के द्वारा शीघ्र ग्रसित होते है कोलर क्षेत्र के संवहन उत्तक भूरे रंग के हो जाते है|

रोकथाम:-

  • रोग प्रतिरोधी किस्मों को उगाये|
  • प्रतिरोधी फसलों को उगाकर फसल चक्र अपना चाहिये|
  • बीजों को बुवाई पूर्व 55oC पर 15 मिनट तक गर्म पानी विधि द्वारा उपचारित करें|
  •  कार्बेन्डाजिम फफूंदनाशक 3 ग्राम प्रति ली पानी के अनुसार घोल बना कर  जड़ में दे |

नीचे दिए गए बटन पर क्लिक करके अन्य किसानों के साथ साझा करें।

Share

Healthy and Excellent Crop of Chickpea

किसान का नाम:- कल्याण पटेल

गाँव+ तहसील:- देपालपुर

जिला:- इंदौर

राज्य:- मध्यप्रदेश

कल्याण जी ने 10 एकड़ का चना लगाया है जिसमे इन्होने प्रोपिकोनाजोल 25% EC का स्प्रे साथ में एक विश्वसनीय कम्पनी का ज़ाईम का स्प्रे ग्रामोफ़ोन के अनुसार किया अभी चना बहुत बढ़िया है कोई बीमारी नहीं आई है फुल अच्छे लगे है |

Share

Achieved Maximum Yield in Onion

किसान का नाम:- मुकेश पाटीदार

गाँव :-  कनारदी

तहसील और जिला:- तराना और उज्जैन

राज्य :- मध्य प्रदेश

किसान भाई मुकेश पाटीदार ग्रामोफोन के आधुनिक किसान है इन्होने ग्रामोफ़ोन टीम के मार्गदर्शन में प्याज की खेती की जिसकी मध्य प्रदेश में ओसत उपज 70 किवंटल / एकड़ है लेकिन मुकेश जी ने प्रति एकड़ 113 क्विंटल प्राप्त की है |

Share

Management of Red Spider Mites in Cucurbitaceae

कद्दुवर्गीय फसलों में लाल मकड़ी का प्रबंधन:-

पहचान:-

  • लाल मकड़ी 1 मिमी. लम्बी होती है जिन्हे नग्न आँखों व्दारा आसानी से नहीं देखा जा सकता है|
  • लाल मकड़ी पत्तियों की निचली सतह में समूह बनाकर रहती है|
  • लाल मकड़ी एक कालोनी के समूह में 100 तक की संख्या में रहती है|
  • इनके अंडे गोल पारदर्शक, हल्के पीले सफ़ेद रंग के होते है|
  • वयस्क के आठ पर होते है जो मकड़ी के शरीर के ऊपर गहरे छालेनुमा आकृति होती है| सिर पर दो लाल रंग के नेत्र बिंदु होते है|
  • मादा आकार में नर से बड़ी होती है एवं शरीर के ऊपर गहरे छालेनुमा आकृति होती है| शरीर कठोर आवरण से ढका होता है|
  • अंडे से निकले हुए लार्वा में केवल छ: पैर होते है|

हानि:-

  • लार्वा शिशु एवं वयस्क पत्तियों को निचली सतह को फाड़कर खाते है|
  • शिशु एवं वयस्क दोनों पत्तियों व लताओं के कोशिका रस को चूसते है, जिसके पत्तियों व लताओं पर सफ़ेद रंग धब्बे विकसित हो जाते है|
  • अत्यधिक संक्रमण की अवस्था में पत्तियों की निचली सतह पर जालनुमा संरचना तैयार करके उन्है हानि पहुचाती है|

नियंत्रण:-

  • सुबह सूर्य निकलने के पहले पत्तियों के निचली सतह पर नीम तेल का छिड़काव करें|
  • प्रोपारजाईट 57% EC को 3 मिली प्रति लीटर पानी के अनुसार 7 दिन के अंतराल पर दो बार छिड़काव करें|

 

नीचे दिए गए बटन पर क्लिक करके अन्य किसानों के साथ साझा करें।

 

Share

Alternaria Leaf Spot in Cauliflower and Cabbage

गोभी में अल्टरनेरिया पत्ति धब्बा रोग:-

लक्षण:-

  • पत्तियों पर छोटे छोटे गहरे पीले रंग की चित्तीयाँ दिखाई देती है|
  • जल्द ही ये चित्तियाँ आपस में मिलकर गोलाकार घाव बनाती है|
  • इन धब्बों के केन्द्रीय स्थान नीलापन लिए हुए कवक की वृद्धि पाई जाती है|
  • अधिक संक्रमण होने पर सभी पत्तियाँ गिर जाती है|
  • बैगनी गहरे,  काले-भूरे धब्बे, संक्रमित फुल व तनों पर दिखाई देते है|

नियंत्रण:-

  • प्रमाणित बीजों का उपयोग करें|
  • गर्म पानी (50OC) में बीज को आधे घंटे तक उपचारित करें|
  • रोग के लक्षण दिखाई देने पर मेन्कोजेब 3 ग्राम प्रति ली. पानी या कॉपर आक्सी क्लोराईड 3 ग्राम प्रति लीटर पानी का घोल बना कर 10-15 दिन के अंतराल पर छिडकाव करें|

नीचे दिए गए बटन पर क्लिक करके अन्य किसानों के साथ साझा करें।

Share

Downy Mildew in Cucurbitaceae

कद्दुवर्गीय फसलों में मृदुरोमिल आसिता:-

  • पत्तियों की निचली सतह पर जल रहित धब्बे बन जाते है|
  • जब पत्तियों के उपरी सतह पर कोणीय धब्बे बनते है प्राय: उसी के अनुरूप ही निचली सतह पर जल रहित धब्बे बनते है|
  • धब्बे सबसे पहले पुरानी पत्तियों पर बनते है जो धीरे धीरे नई पत्तियों पर बनते है|
  • ग्रसित लताओं पर फल नहीं लगते है |

नियंत्रण:-

  • प्रभावित पत्तियों को तोड़कर नष्ट कर दें|
  • रोग प्रतिरोधी किस्मों को लगाये |
  • मेन्कोजेब 3 ग्राम प्रति ली. की दर से घोल बनाकर पत्तियों की निचली सतह पर छिड़काव करें |
  • फसल चक्र को अपनाकर एवं खेत की सफाई कर रोग की आक्रमकता को कम कर सकते है|

नीचे दिए गए बटन पर क्लिक करके अन्य किसानों के साथ साझा करें।

Share

Maximum Control of Root rot in Gram(Chickpea)

किसान का नाम:- हरिओम बहादुर सिंह

गाँव:- लिम्बोदापार

तहसील और जिला:- देपालपुर और इंदौर

किसान भाई हरिओम जी के चने में जड़ सडन एवं सफेद फफूंद की समस्या थी इन्होने प्रोपीकोनाज़ोल 25% EC का स्प्रे किया जिससे चने में रोग का प्रभाव कम हुआ एवं नया फुटाव भी आ रहा है |

नीचे दिए गए बटन पर क्लिक करके अन्य किसानों के साथ साझा करें।

Share

Red Pumpkin Beetle in Cucurbitaceae

कद्दुवर्गीय फसल का लाल कीट:-

पहचान:-

  • अंडे गोलाकार, पीले- गुलाबी रंग के जो कुछ दिनों बाद नारंगी रंग के हो जाते है |
  • अंडे से निकला हुआ नया लार्वा सफ़ेद गंदे रंग का होता है, किन्तु व्यस्क लार्वा 22 सेमी. लंबा एवं पीले क्रीम रंग के होते है|
  • प्यूपा हल्के पीले रंग के होते है, जो भूमि के अन्दर 15 से 25 की गहराई पर होते है|
  • वयस्क बीटल 6-8 मिमी. लम्बे, पंख चमकदार पीले लाल रंग के होते है, जो शरीर को समान रूप से ढ़ककर रखते है|

नुकसान:-

  • अंडे से निकले हुये ग्रब जड़ो, भूमिगत भागो एवं जो फल भूमि के संपर्क में रहते है उन्है खाता है|
  • उसके बाद ग्रसित जड़ो एवं भूमिगत भागों पर मृतजीवी फंगस का आक्रमण हो जाता है जिसके फलस्वरूप अपरिपक्वफल व लताएँ सुख जाती है|
  • इसमें ग्रसित फल उपयोग करने हेतु अनुपयुक्त होते है|
  • बीटल पत्तियों को खाकर छेद कर देते है |
  • पौध अवस्था में बीटल का आक्रमण होने पर मुलायम पत्तियों को खाकर हानि पहुचाते है जिसके कारण पौधे मर जाते है |

नियंत्रण:-

  • गहरी जुताई करने से भूमि के अन्दर उपस्थित प्यूपा या ग्रब ऊपर आ जाते है सूर्य की किरणों में मर जाते है |
  • बीजो के अंकुरण के बाद पौध के चारों तरफ भूमि में कारटाप हाईड्रोक्लोराईड 3 G दाने डाले|
  • बीटल को इकट्ठा करके नष्ट करें|
  • साईपरमेथ्रिन (25 र्इ.सी.) 1 मि.ली. प्रति लीटर पानी + डायमिथोएट 30% ईसी. 2  मि.ली. प्रति लीटर पानी की दर से घोल बना कर छिडकाव करें। या कार्बारिल 50% WP 3 ग्राम प्रति ली पानी की दर से घोल बना दो छिड़काव करें। छिडकाव रोपण के 15 दिन व दूसरा इसके 15 दिन बाद करे।

नीचे दिए गए बटन पर क्लिक करके अन्य किसानों के साथ साझा करें।

Share