Season of planting of French bean

फरासबीन का रोपाई का समय:-

  • खरीफ फसल को जून से जुलाई के मध्य में बोया जाता है |
  • शरद ऋतु की फसल के लिए सितम्बर के अंत से अक्टूबर के प्रथम सप्ताह तक बोया जाता है |
  • गर्मी एवम बसंत के मौसम की फसल की लिए जनवरी के अंत से फरवरी के प्रथम सप्ताह तक बोया जाता हैं |

नीचे दिए गए बटन पर क्लिक करके अन्य किसानों के साथ साझा करें

Share

Field preparation of Cucumber

खीरा ककड़ी के लिए खेत की तैयारी

  • प्रारंभिक अवस्था में भूमि को भुरभुरी बनाने के लिए खेत की जुताई 4-5 बार की जाती है और अंतिम जुताई के पूर्व 20-25 टन अच्छी पकी हुई गोबर की खाद को भूमि में मिला दे|
  • यदि भूमि में निमेटोड या सफ़ेद चीटी या लाल चीटी का प्रकोप हो तो कार्बोफुरान का 25 कि.ग्राम प्रति हक्टेयर की दर से छिडकाव करे|
  • खेत को समतल करने के दौरान 60 से.मी. चौड़ाई वाली नालियों का निर्माण 2-2.5  से.मी. की दूरी पर करना चाहिये|
  • तैयार की गई नालियों को लंबाई सिंचाई के स्त्रोत, मौसम, वर्षा एवम भूमि की प्रकृति पर निर्भर करता है|

नीचे दिए गए बटन पर क्लिक करके अन्य किसानों के साथ साझा करें

Share

Time of sowing of Cowpea

बरबटी की बुवाई का समय:-

  • अधिकतर क्षेत्रों में बरबटी की बुवाई गर्मी व वर्षा ऋतु में की जाती है|
  • खरीफ मौसम में पोल टाईप किस्में जून- जुलाई में बोया जाता है, व अगेती किस्मों को अगस्त- सितम्बर में बोया जाता है|
  • गर्मी के मौसम में फरवरी- मार्च में बोना चाहिए|

नीचे दिए गए बटन पर क्लिक करके अन्य किसानों के साथ साझा करें

Share

Nutrient management of Cabbage

पत्ता गोभी में पौषक तत्व प्रबंधन:-

  • पत्ता गोभी को उगाने के लिए अत्यधिक पौषक तत्वों की आवश्यकता होती है|
  • उर्वरकों की मात्रा भूमि के प्रकार एवं कार्बनिक पदार्थों के उपयोग करने पर निर्भर करती है|
  • पौध को खेत में लगाने के 4 सप्ताह पूर्व 15-20 टन गोबर की खाद को भूमि में मिलाया जाता है|
  • फसल की अच्छी उपज के लिए उर्वरकों की अनुशंसित मात्रा सामान्य किस्में के लिए 100 किलो नत्रजन, 60 किलो फास्फोरस और 100 किलो पोटाश प्रति हेक्टेयर संकर किस्मों के लिए 120-180 किलो नत्रजन 60 किलो फास्फोरस और 100 किलो पोटाश प्रति हेक्टेयर|
  • खेत की तैयारी के समय नत्रजन की आधी मात्रा एवं फास्फोरस एवं पोटाश की पुरी मात्रा डाली जाती है|
  • नत्रजन की शेष आधी मात्रा को मिट्टी चढ़ाते समय दी जाती है|

नीचे दिए गए बटन पर क्लिक करके अन्य किसानों के साथ साझा करें।

Share

Season of planting of Brinjal

बैगन की रोपाई का समय:-

  • वर्षा ऋतु (बारिश)- इस मौसम में फसल को उगाने के लिए बीजों की बुवाई जून में एवं तैयार पौध को जुलाई में रोपित कर देना चाहिए|
  • शरद ऋतु (ठण्ड):- इस मौसम में फसल उगाने के लिए बीजों की बुवाई नवम्बर माह के दुसरे सप्ताह में एवं रोपाई जनवरी माह के अंत में करना चाहिए|
  • ग्रीष्म ऋतु:- ग्रीष्म ऋतु में बीजों की बुवाई फरवरी से मार्च माह में करनी चाहिये एवं रोपाई मार्च से अप्रैल माह में करना चाहिए|

नीचे दिए गए बटन पर क्लिक करके अन्य किसानों के साथ साझा करें।

Share

Field preparation of Cauliflower

फूलगोभी में भूमि की तैयारी

  • खेत में 3-4 बार हल से जुताई कर मिट्टी को भुरभुरी कर पाटा चलाकर समतल करना चाहिए|
  • बुवाई मौसम व भूमि के प्रकार के अनुसार मेढ़ व नाली में करनी चाहिए|
  • अगेती किस्म को मेढ़ों में लवणीय भूमि में नालियों में व सूखे मौसम में समतल भूमि में रोपाई करनी चाहिए|

नीचे दिए गए बटन पर क्लिक करके अन्य किसानों के साथ साझा करें।

Share

Sesame:- An Best crop for summer

तिल:- गर्मी के लिए एक उत्तम फसल

बुआई का समय : – तिल की बुआई के लिए सबसे अच्छा मौसम अप्रैल से मई तक है।

बीजदर: बीज की दर बुवाई पद्धति, बीजों और मौसम की विभिन्न प्रकारों पर निर्भर करती है, जो वर्षा आधारित  मौसम में 6 किग्रा / हेक्टेयर होती है,  सिंचाई की स्थिति में 5 किग्रा / हेक्टेयर होगी।

उपज: – उपज हमेशा विभिन्न किस्मों पर निर्भर करता है और अच्छी फसल प्रबंधन पद्धतियां के साथ खरीफ की फसल के लिए औसत से 200 से 500 किग्रा / हेक्टेयर और  गर्मियों में सिंचित फसल से 300 से 600 किग्रा / हेक्टेयर  उपज ली जा सकती है।

नीचे दिए गए बटन पर क्लिक करके अन्य किसानों के साथ साझा करें।

Share

Happy Women’ Day

नारी तुम प्रेम हो, आस्था हो विश्वास हो

टूटी हुई उम्मीदों की एक मात्र आस हो

हर जान का तुम्ही लोह आधार हो

नफ़रत की दुनिया में मात्र तुम्ही प्यार हो

उठो अपने अस्तित्व को सम्भालो

केवल एक दिन ही नहीं हर दिन महिला दिवस बनालो

महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाये

Share

Staking and trellising in Bitter gourd

करेला में सहारा देना

  • करेला अत्यधिक तेजी से बढ़ने वाली फसल है बीज की बुआई के दो सप्ताह बाद लताये तेजी से बढ़ने लगती है|
  • जालीदार मंडप की सहायता से करेले के फलों के आकार एवं उपज में वृद्धि होती है, साथ ही फलों में सडन कम होती है, और फलों की तुड़ाई एवं कीटनाशकों का छिड़काव आसानी से किया जा सकता है|
  • मंडप 1.2- 1.8 मीटर ऊँचाई के होने चाहिए|

नीचे दिए गए बटन पर क्लिक करके अन्य किसानों के साथ साझा करें।

Share

Happy Rangpanchami

रंगपंचमी की हर्षित बेला पर खुशियाँ मिले अपार|

यश, कीर्ति, सम्मान मिले, ओर बढे सत्कार |

शुभ-शुभ रहे हर दिन हर पल, शुभ शुभ रहे विचार|

उत्साह, बढे चित चेतन में, निर्मल रहे आचार||

सफलताये नित नयी मिले, बधाई बारम्बार|

मंगलमय हो काज आपके सुखी रहे परिवार|

“ग्रामोफोन परिवार की और से रंगपंचमी की शुभकामनाये”

Share