कई राज्यों में बेमौसम बारिश की संभावना, देखें अपने क्षेत्र का मौसम पूर्वानुमान

know the weather forecast,

अब एक बार फिर महाराष्ट्र के विदर्भ मराठवाड़ा के साथ साथ पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तरी तेलंगाना सहित दक्षिण पूर्वी उत्तर प्रदेश और झारखंड के कुछ इलाकों में 10 फरवरी से 14 फरवरी के बीच बेमौसम बारिश होने की संभावना नजर आ रही है। पहाड़ों पर अगले कई दिनों तक मौसम साफ बना रहेगा, यहाँ बारिश की संभावना नहीं है। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, गुजरात, पश्चिम मध्य प्रदेश सहित महाराष्ट्र के पश्चिमी जिलों में तापमान धीरे-धीरे बढ़ेंगे तथा सर्दी कम होने लग जाएगी।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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बेमौसम बारिश से हुए फसल नुकसान से परेशान क्यों होना, सरकार की योजना है ना!

This scheme will compensate for crop loss caused by unseasonal rains

पिछले दिनों देश का कई राज्यों में कड़कड़ाती ठंड के साथ साथ बारिश भी हुई जिसकी वजह से फसलों को काफी नुकसान हुआ है। किसान भी इस नुकसान से परेशान थे पर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना मदद से इसकी भरपाई की जा सकती है। इस योजना को लेकर ही हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स एक पोस्ट की है। इस पोस्ट में यह बताया गया है कि बेमौसम बारिश की वजह से जिन किसानों की फ़सलों को नुकसान पहुंचा है। उन्हें प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत मुआवजा मिलेगा। जिसे किसानों को खेती करने और अपनी आजीविका चलाने के लिए कठिनाइयों का सामना ना करना पड़े।

बता दें की फसल नुकसान की समस्याओं और अनिश्चितताओं को दूर करने के लिए वर्ष 2016 में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की शुरुआत की गई थी। इस योजना का लाभ देश के सभी राज्य के किसान ले सकते हैं। गौरतलब है की इस योजना के माध्यम से खरीफ और रबी फसलों के अलावा वणीज्यिक एवं बागवानी फसलों की भी सुरक्षा मौसमी अनिश्चितताओं से हो जाती है। इस योजना से बीमा कंपनियों द्वारा खरीफ की फसल पर 2% प्रीमियम, रबी की फसल पर 1.5% प्रीमियम एवं वणीज्यिक व बागवानी फसलों पर 5% प्रीमियम का भुगतान करना होता है। योजना की अधिक जानकारी के लिए अधिकारी बेबसाइट pmfby.gov.in पर विजिट करें।

स्रोत: कृषि जागरण

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लहसुन के भाव में तेजी जारी, उच्च भाव पहुंचे 31500 रुपये के पार

garlic mandi rate,

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं लहसुन के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

मध्य प्रदेश की मंडियों में लहसुन के ताजा मंडी भाव
जिला कृषि उपज मंडी किस्म न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)
शाजापुर अकोदिया औसत 5600 10800
धार बदनावर लहसुन 5000 16000
मन्दसौर दलौदा लहसुन 2800 31202
मन्दसौर दलौदा देसी 4000 20000
इंदौर गौतमपुरा लहसुन 3000 20000
इंदौर इंदौर औसत 13811 14400
इंदौर इंदौर लहसुन 975 27295
रतलाम जावरा लहसुन 3800 27801
नीमच मनसा लहसुन 2600 29000
मन्दसौर मन्दसौर लहसुन 17200 19601
नीमच नीमच औसत 5000 27000
नीमच नीमच लहसुन 3100 31503
मन्दसौर पिपल्या लहसुन 24737 24737
रतलाम रतलाम देसी 1650 28100
रतलाम रतलाम लहसुन 1700 26750
शाजापुर साजापुर देसी 6454 6454
शाजापुर साजापुर लहसुन 7000 18585
सीहोर सीहोर लहसुन 8500 12800
शाजापुर शुजालपुर देसी 4485 16500
मन्दसौर सीतामऊ देसी 1070 18600
उज्जैन उज्जैन लहसुन 1820 18301

स्रोत: एगमार्कनेट

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टमाटर में जीवाणु पत्ती धब्बा रोग के लक्षण एवं नियंत्रण के उपाय

Symptoms and control of bacterial leaf spot disease in tomato

इस रोग का जीवाणु ज्यादातर वातावरण में नमी और हलकी-हलकी बारिश होने पर या उच्च आद्रता के कारण सक्रिय होता है। प्रभावित पौधों की पत्तियों पर पीले घेरे वाले छोटे, भूरे, पानी से भरे, गोलाकार धब्बे दिखाई देते हैं। पुरानी पत्तियां झड़ने लगती हैं साथ हीं हरे फलों पर छोटे, पानी से भरे धब्बे बन जाते हैं और इन धब्बों का केंद्र अनियमित, हलके भूरे रंग का और पपड़ीदार सतह वाला हो जाता है।

नियंत्रण: इस रोग के नियंत्रण के लिए जैसे हीं रोग का प्रकोप दिखाई दे तब, स्ट्रेप्टोसाइक्लिन (स्ट्रेप्टोमाइसिन सल्फेट 90% + टेट्रासाइक्लिन हाइड्रोक्लोराइड 10% एसपी) @ 20-24 ग्राम प्रति एकड़ के दर से 150-200 लीटर पानी में  मिलाकर छिड़काव करें।

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मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों में बेमौसम बारिश के आसार, देखें मौसम पूर्वानुमान

know the weather forecast,

एक सप्ताह के अंदर महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, मध्य प्रदेश सहित दक्षिणी उत्तर प्रदेश में फिर बेमौसम बारिश हो सकती है। अब पहाड़ी राज्यों का मौसम साफ हो जाएगा तथा तेज धूप निकलेगी। उत्तर पश्चिमी भारत सहित मध्य भारत में भी धूप की वजह से दिन के तापमान बढ़ेंगे। बिहार, झारखंड, उड़ीसा और पश्चिम बंगाल का भी मौसम साफ हो जाएगा। पूर्वोत्तर में हल्की बारिश रहेगी। अरुणाचल प्रदेश में बर्फबारी संभव है।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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सरकार दे रही मधुमक्खी बॉक्स, शुरू करें मधुमक्खी पालन का व्यवसाय

Government is giving bee boxes

खेती के अलावा किसान पशुपालन तो करते ही हैं पर वे मधुमक्खी पालन जैसे कार्य करके भी अच्छी कमाई कर सकते हैं। आज बहुत सारे किसान मधुमक्खी पालन कर के अपनी आमदनी में इजाफा कर रहे हैं। इसमें सरकार भी किसानों की मदद कर रही है। बिहार सरकार की ओर चलाई जा रही मधुमक्खी पालन से जुडी एक योजना के माध्यम से किसानों को मधुमक्खी बॉक्स और मधु निकालने वाला यंत्र दिया जा रहा है।

बिहार सरकार अपने प्रदेश के किसानों को राष्ट्रीय बागवानी मिशन एवं राज्य योजना के अंतर्गत मधुमक्खी पालन करने हेतु सामान्य वर्ग के किसानों को लगभग 75% और अनुसूचित जाति व जनजाति वर्ग के किसानों को करीब 70% तक की सब्सिडी दे रही है। यही नहीं, इसके साथ ही प्रदेश के किसानों को 3000 मधुमक्खी बॉक्स देने का लक्ष्य बिहार सरकार ने बनाया है।

स्रोत: कृषि जागरण

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मध्य प्रदेश की मंडियों में सोयाबीन के उच्च भाव 5400 रुपए के पार

soybean mandi Bhaw

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं सोयाबीन के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

मध्य प्रदेश की मंडियों में सोयाबीन के ताजा मंडी भाव
जिला कृषि उपज मंडी किस्म न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)
रतलाम अलोट पीला 4002 4002
रतलाम अलोट सोयाबीन 3209 4567
शाजापुर आगर सोयाबीन 3400 4590
शाजापुर अकोदिया सोयाबीन 3150 4436
आलीराजपुर आलीराजपुर सोयाबीन 4300 4350
बड़वानी अंजड़ पीला 4060 4100
गुना एरन सोयाबीन 3810 4479
अशोकनगर अशोकनगर सोयाबीन 3900 4445
सीहोर आष्टा पीला 2242 5100
सीहोर आष्टा सोयाबीन 3501 4570
शिवपुरी बदरवास सोयाबीन 4045 4350
उज्जैन बड़नगर पीला 3752 4577
उज्जैन बड़नगर सोयाबीन 700 5481
उज्जैन बड़नगर अन्य 4111 4111
धार बदनावर पीला 2975 5235
धार बदनावर सोयाबीन 4510 4610
शाजापुर बड़ोद सोयाबीन 3701 4641
खरगोन बड़वाह सोयाबीन 3005 3770
सागर बामोरा पीला 3000 4401
सागर बाँदा सोयाबीन 4200 4200
शाजापुर बेरछा सोयाबीन 4500 4620
भोपाल बैरसिया पीला 4325 4325
बेतुल बेतुल पीला 4001 4500
बेतुल बेतुल सोयाबीन 4000 4700
खरगोन भीकनगांव पीला 4250 4350
खरगोन भीकनगांव सोयाबीन 2661 4751
भोपाल भोपाल सोयाबीन 2475 4373
सागर बीना सोयाबीन 4395 4395
गुना बीनागंज सोयाबीन 4210 4390
छिंदवाड़ा छिंदवाड़ा पीला 4478 4641
मन्दसौर दलौदा सोयाबीन 3800 4651
मन्दसौर दलौदा अन्य 3140 4136
दमोह दमोह पीला 3850 3900
दमोह दमोह सोयाबीन 3770 4410
देवास देवास सोयाबीन 3900 4366
धार धामनोद सोयाबीन 4060 4435
धार धामनोद पीला 3000 4460
धार धार पीला 4200 4200
धार धार सोयाबीन 1102 4770
विदिशा गंज बासौदा सोयाबीन 4055 4150
विदिशा गंज बासौदा पीला 3670 4515
इंदौर गौतमपुरा पीला 4345 4431
इंदौर गौतमपुरा सोयाबीन 4000 4650

स्रोत: एगमार्कनेट

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गोभी वर्गीय फसल में डायमंड बैक मोथ के लक्षण एवं नियंत्रण

Symptoms and control of Diamond back moth in cabbage crop

डायमंड मोथ नाम का यह कीट गोभी वर्गीय सब्जियों को सबसे अधिक नुकसान होता है, ख़ासकर फ़रवरी माह में देर से बुआई की जाने वाली फसल में यह अत्याधिक नुकसान पहुंचाता है।  

लक्षण: इस कीट के पतंगे रात के समय ज्यादा सक्रिय होते हैं और पत्तियों के निचली सतह पर मध्य नस के पास पीले रंग के अंडे देते हैं। इस कीट की सूंडी हानिकारक होती है जो शुरूआती अवस्था में हरे-पीले रंग की होती है और बाद में पत्तों के रंग जैसी हो जाती है। ये इल्लिया प्रारंभिक अवस्था में पत्तियों की निचली सतह को खुरचती हैं जिससे पत्तियों पर सफेद धब्बे बन जाते हैं। बाद की अवस्था में यही इल्लिया पत्तों में छेद कर नुकसान पहुंचाती हैं। 

नियंत्रण: डायमंड बैक मोथ के नियंत्रण एवं निगरानी के लिए, डीबीएम लूर @ 10 ट्रैप प्रति एकड़ के दर से खेत में लगाएं एवं प्रकोप दिखाई देने पर इमानोवा (इमामेक्टिन बेंजोएट 5% एससी) @ 60-80 मिली प्रति एकड़ या कवर (क्लोरेंट्रानिलिप्रोल 18.50% एससी) @ 20 मिली प्रति एकड़ के दर से 150-200 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।

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अगले सप्ताह मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों में बारिश के आसार

know the weather forecast,

9 फरवरी से महाराष्ट्र के विदर्भ और मराठवाड़ा में बारिश शुरू होगी जो 11 फरवरी तक चलेगी। दक्षिण पूर्वी मध्य प्रदेश से छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के कुछ इलाकों में भी इस दौरान बारिश हो सकती है। अगले 24 घंटे के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल सहित पूर्वोत्तर राज्यों में बारिश होगी। 6 फरवरी से पहाड़ों सहित उत्तर पश्चिम भारत और मध्य भारत का मौसम शुष्क हो जाएगा।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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डेयरी खोलने के लिए 20 लाख रुपये तक का लोन दे रही है सरकार, जानें क्या है योजना?

Dairy Entrepreneur Development Scheme

किसान खेती-बाड़ी के साथ ही डेयरी व्यवसाय में भी आजकल खूब हाथ आजमा रहे हैं। गौरतलब है की डेयरी का बिजनेस कम दो गाय या भैंस के साथ भी शुरू किया जा सकता है। इस तरह यह व्यवसाय शुरू करने में कम पूंजी लगती है। छोटी शुरुआत के बाद इसे धीरे धीरे बढ़ाया भी जा सकता है। बहरहाल डेयरी क्षेत्र की तरफ किसानों की बढ़ती दिलचस्पी को देखते हुए सरकार भी कई प्रकार की योजनाओं के माध्यम से इसे बढ़ावा दे रही है। नाबार्ड की तरफ से भी युवाओं एवं किसानों के लिए डेयरी बिजनेस से जुड़ी “डेयरी उद्यमिता विकास योजना” चलाई जा रही है। इस स्कीम के माध्यम से किसानों को डेयरी व्यवसाय शुरू करने के लिए आर्थिक मदद मिलती है।

डेयरी उद्यमिता विकास योजना (Dairy Entrepreneur Development Scheme -DEDS) के अंतर्गत डेयरी से जुड़ी छोटी यूनिट इकाइयों के लिए लोन उपलब्ध होते हैं। जो उन्हें अधिक उत्पादक बनाने और उनके लिए बेहतर बाजार उपलब्ध कराने में मदद करते हैं। इस योजना के तहत पशुपालन करने वाले व्यक्ति को प्रोजेक्ट की कुल लागत का 33.33% अनुदान के रूप में मिलता है। इसके साथ ही दूध देने वाली मशीनों/मिल्कोटेस्टर/बल्क मिल्क कूलिंग यूनिट की खरीद के लिए भी इस योजना के तहत 20 लाख रुपये तक का लोन दिया जाता है।

डेयरी व्यवसाय करने के इच्छुक किसान इसके लिए सब्सिडी और लोन लेने के लिए बैंक में संपर्क कर सकते हैं। इसके बाद उन्हें नाबार्ड की तरफ से सब्सिडी वाला लोन मिल जाएगा। नाबार्ड की योजना के अंतर्गत डेयरी फार्मिंग के अलावा पशुपालन, मुर्गी पालन और पशुपालन के लिए लोन मिलता है। आप चाहें तो नाबार्ड की वेबसाइट https://nabard.org पर भी योजना के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.

स्रोत: कृषि जागरण

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