इंदौर | अधिकतम (रु/क्विंटल) | न्यूनतम (रु/क्विंटल) | मोडल (रु/क्विंटल) |
प्याज | 2400 | 1500 | 2000 |
लहसुन | 4500 | 2000 | 3000 |
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इंदौर | अधिकतम (रु/क्विंटल) | न्यूनतम (रु/क्विंटल) | मोडल (रु/क्विंटल) |
प्याज | 2400 | 1500 | 2000 |
लहसुन | 4500 | 2000 | 3000 |
केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही पीएम किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत जरूरतमंद किसानों को आर्थिक मदद दी जाती हैं। इस योजना के तहत लाभार्थी को सालाना 6 हजार रूपये दिए जाते हैं। इस 6 हजार रूपये को 2-2 हजार रूपए के 3 किस्तों में किसानों को भेजा जाता है।
अब तक इस योजना के अंतर्गत 7 किस्तें जमा हुई हैं और अब आठवीं किस्त का इंतजार हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इसकी आठवीं क़िस्त मार्च महीने के अंत तक जारी की जायेगी।
इस योजना के अंतर्गत अपना नाम चेक करने के लिए पीएम किसान योजना की वेबसाइट https://pmkisan.gov.in/ पर मौजूद फार्मर कार्नर पर क्लिक करें। इसके बाद बेनेफिशरी स्टेटस पर क्लिक करें। अब नया पेज खुलने के बाद अपना आधारकार्ड नंबर, मोबाइल नंबर, बैंक अकाउंट नंबर को सत्यापित करें। इसके बाद आपको पता चल जाएगा की आपके खाते में पैसे आए या नहीं ।
स्रोत : किसान जागरण
Shareप्याज हर भारतवासी के रसोई में हमेशा मौजूद रहता है इसी कारण इसकी खपत सालों भर होती रहती है। प्याज की खेती करने वाले किसान भाई अगर प्याज की फसल को अच्छा पोषण दें तो उत्पादन को बहुत ज्यादा बढ़ाया जा सकता है। कुछ ऐसा ही किया मध्य प्रदेश के ग्राम साकरी के निवासी श्री वीरेंद्र सिंह सोलंकी जी ने।
पिछले वर्ष वीरेंद्र जी ने अपनी प्याज की फसल को बेहतर पोषण देने के लिए ग्रामोफ़ोन के प्याज समृद्धि किट का इस्तेमाल किया। प्याज समृद्धि किट इस्तेमाल करने से उन्हें अपनी प्याज की फसल से जबरदस्त उत्पादन प्राप्त हुआ।
पहले जहाँ वीरेंद्र जी अपने 5 एकड़ के खेत से लगभग 160 क्विंटल प्रति एकड़ का प्याज उत्पादन लेते थे वहीं ग्रामोफ़ोन प्याज समृद्धि किट के उपयोग के बाद यह उत्पादन बढ़ कर 200 क्विंटल प्रति एकड़ हो गई। इसका मतलब हुआ की वीरेंद्र जी ने अपने 5 एकड़ के खेत में 1000 क्विंटल जबरदस्त उपज प्राप्त की।
वर्तमान में प्याज की खेती करने वाले किसान भाई वीरेंद्र जी की ही तरह अपनी फसल में प्याज समृद्धि किट का इस्तेमाल कर सकते हैं। ग्रामोफ़ोन ने प्याज के अलावा लहसुन, गेहूँ, चना, मटर आदि अन्य कई फसलों के लिए विशेष समृद्धि किट तैयार करवाए हैं। आप अपनी इन फसलों में भी किट का इस्तेमाल कर अच्छा उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं। समृद्धि किट ऑर्डर करने के लिए आप या तो टोल फ्री नंबर 18003157566 पर मिस्डकॉल करें या फिर ग्रामोफ़ोन कृषि मित्र एप के बाजार सेक्शन में जाकर ऑर्डर करें।
Shareइंतजार की घड़ियाँ हुई खत्म ग्रामोफ़ोन वापस लेकर आ गया है ‘किसान फोटो उत्सव दोबारा’ जिसमें भाग लेकर आप जीत सकते हैं एवरेडी की टॉर्च, एमब्रेन कंपनी का पावरबैंक और हजारों रूपये के ग्रामकैश। इस उत्सव में आपको अपने खेत, खलिहान, उपज, मवेशी, गांव, परिवार की ज्यादा से ज्यादा फोटो ‘ग्रामोफ़ोन कृषि मित्र एप’ के समुदाय सेक्शन में पोस्ट करनी है।
आपने फेसबुक और व्हाट्सएप पर हजारों तस्वीरें पोस्ट की होंगी अब कुछ ऐसा ही काम आपको ग्रामोफ़ोन एप पर भी करना है।
ग़ौरतलब है की वर्ष 2020 के दिसंबर महीने में किसान फोटो उत्सव का पहला संस्करण हुआ था जिसमें हजारों किसान भाइयों ने भाग लिया और दर्जनों आकर्षक पुरस्कार जीते थे। इस उत्सव का दूसरा संस्करण ‘किसान फोटो उत्सव दोबारा’ पिछली बार से बहुत ज्यादा बड़ा और व्यापक स्तर पर आयोजित किया गया है। इस बार यह उत्सव पिछली बार के 10 दिन के बजाय पूरे 20 दिन (05 मार्च से 25 मार्च) तक चलेगा और इस दौरान दो दर्जन से अधिक किसानों को मिलेंगे आकर्षक पुरस्कार।
इस उत्सव में हिस्सा लेने के लिए नीचे दिए गए 4 स्टेप्स फॉलो करें:
उत्सव की पूरी अवधि के दौरान आपको अपने खेत, खलिहान, उपज, मवेशी, गांव, परिवार की ज्यादा से ज्यादा फोटो पोस्ट करनी है।
20 दिन चलने वाले इस उत्सव के दौरान हर दूसरे दिन टॉप पर रहने वाले किसान जीतेंगे एवरेडी की टॉर्च। इसके साथ ही 25 मार्च यानी उत्सव के आखिरी दिन टॉप पर रहने वाले 15 किसानों को मिलेगा एमब्रेन कम्पनी का हाई क्वालिटी का पावरबैंक। इस उत्सव विजेताओं के अलावा अच्छा प्रदर्शन करने वाले अन्य 75 किसानों को मिलेगा 200 रूपये का ग्राम कैश।
विजेता | संख्या | इनाम |
हर दूसरे दिन किसान विजेता | 10 | एवरेडी की टॉर्च |
प्रतियोगिता के अंत में विजेता | 15 | एमब्रेन कम्पनी का हाई क्वालिटी का पावरबैंक |
ग्रामोफ़ोन स्टार्स | 75 | Rs 200 ग्रामकैश |
यही नहीं इन 100 विजेताओं को मिलेगा बम्पर इनाम के रूप में मोबाइल फ़ोन जीतने का एक और मौका जिसकी जानकारी सभी पात्र किसानों को फ़ोन कॉल के माध्यम से ‘किसान फोटो उत्सव दोबारा’ की अवधि खत्म होने के बाद दी जायेगी।
तो अब देर किस बात की, अपने मोबाइल के प्ले स्टोर से तुरंत डाउनलोड करें ग्रामोफ़ोन एप और ‘किसान फोटो उत्सव दोबारा’ का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठायें।
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फसल | न्यूनतम भाव | अधिकतम भाव |
डॉलर चना | 3500 | 7950 |
गेहूँ | 1671 | 2101 |
चना मौसमी | 4150 | 5900 |
सोयाबीन | 500 | 500 |
मक्का | 1277 | 1365 |
मसूर | 3000 | 5205 |
मूंग | 5850 | 5850 |
उड़द | 5195 | 5195 |
बटला | 39460 | 4410 |
तुअर | 4500 | 4500 |
धनिया | 5100 | 8200 |
मिर्ची | 3010 | 14210 |
मध्य प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में तामपान लगातार बढ़ रहा है। इसमें दक्षिणी मध्य प्रदेश के साथ-साथ विदर्भ मराठवाड़ा और तेलंगना के कुछ भागों में तापमान काफी बढ़ गया है। आने वाले दिनों में भी तापमान सामान्य से 3 से 4 डिग्री ऊपर रहने की संभावना है। इसके साथ ही इन सभी राज्यों में तापमान शुष्क बना रहेगा और तेज धूप निकलेगी।
स्रोत: स्काईमेट वेदर
Shareवित वर्ष 2021-22 का बजट वित्तमंत्री जगदीश देवड़ा ने मंगलवार 2 मार्च को मध्यप्रदेश विधानसभा में पेश कर दिया। इसमें कृषि तथा इससे सम्बंधित अन्य क्षेत्रों के लिए 35 हजार 353 करोड़ रुपये की रकम निर्धारित की गई है।
कृषि क्षेत्र हेतु बजट में क्या रहा ख़ास?
स्रोत: किसान समाधान
Shareभिंडी की फसल में बुआई के 15 दिनों में फसल प्रबधन करने से फसल की बढ़वार बहुत अच्छी होती है।
इस दौरान फसल प्रबंधन दो प्रकार से किया जाता है
जमीन से फसल प्रबधन: यूरिया @ 50 किलो + सल्फर @ 5 किलो + ज़िंक सल्फेट@ 5 किलो + सूक्ष्मपोषक तत्व@ 10 किलो की दर से उपयोग करें।
छिड़काव प्रबंधन: थियामेंथोक्साम 25% WG @ 100 ग्राम/एकड़ + थायोफिनेट मिथाइल 70% W/W @ 500 ग्राम/एकड़ की दर से कीट प्रबंधन एवं रोग प्रबंधन के लिए उपयोग करें।
Shareग्रामोफ़ोन एप की मदद से किसान अब स्मार्ट खेती कर रहे हैं और ज़बरदस्त लाभ भी प्राप्त कर रहे हैं। इन्हीं किसानों में से एक हैं हरदा जिले के हरिशंकर मीणा जी जिन्हें मूंग की खेती के दौरान ग्रामोफ़ोन एप से हर कदम पर मदद मिली। जैविक उत्पादों के मेल से बनी मूंग समृद्धि किट और अन्य कृषि उत्पाद की होम डिलीवरी हो या फिर फसल चक्र के दौरान कीट और रोगों की रोकथाम सम्बन्धी जानकारी। हर मौके पर उन्हें ग्रामोफ़ोन एप से मदद मिली।
आखिरकार इसी मदद का नतीजा फसल से प्राप्त उपज में भी दिखा। पिछले साल की तुलना में इस साल उपज में 22% की वृद्धि हुई। इसके साथ ही हरिशंकर जी की खेती की लागत में भी करीब 13% तक घट गई। अगर बात कुल मुनाफ़े की करें तो पिछले साल के 40000 रूपये की तुलना में इस साल हरिशंकर को 160000 रुपये का मुनाफ़ा हुआ। इन आंकड़ों से आप खुद समझ सकते हैं की कैसे ग्रामोफ़ोन एप किसानों की जिंदगी और कृषि की प्रक्रिया में क्रांतिकारी बदलाव ला रहा है।
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