मिट्टी परीक्षण हेतु नमूना लेते वक्त जरूर बरतें ये सावधानियाँ

Things to remember while taking a soil's sample
  • पेड़ के नीचे, मेड से, निचले स्थानों से, जहां खाद का ढेर हो, जहां पानी इकट्ठा होता हो आदि स्थानों से नमूना नहीं लें। 
  • मिट्टी परीक्षण के लिए नमूना इस तरीके से लें कि वह स्थान पूरे खेत का प्रतिनिधित्व करता हो, इसके लिए कम से कम 500 ग्राम नमूना अवश्य लेना चाहिए।
  • मिट्टी की ऊपरी सतह से कार्बनिक पदार्थों जैसे टहनियाँ, सुखी पत्तिया, डण्ठल एवं घास आदि को हटाकर खेत के क्षेत्र के अनुसार 8-10 स्थानों का नमूना लेने हेतु चुनाव करें।
  • चयनित स्थानों पर लगाई जाने वाली फसल के जड़ की गहराई जितनी गहराई से ही मिट्टी का नमूना लेना चाहिए।
  • मिट्टी का नमूना किसी साफ बाल्टी या तगारी में एकत्रित करना चाहिए।
  • मिट्टी के इस नमूने को लेबलिंग ज़रूर कर लें।
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मध्य प्रदेश के इन जिलों में अगले 48 घंटे में हो सकती है बारिश, जानें मौसम पूर्वानुमान

Weather report

पिछले 24 घंटे से मध्य प्रदेश समेत देश के कई राज्यों में बारिश की गतिविधियां देखने को मिल रही हैं। यह गतिविधियां आज और कल भी जारी रह सकती हैं। कल के बाद से ये गतिविधियां थम जाएंगी। इसके साथ ही सिक्किम से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक हल्की बारिश जारी रह सकती है। विदर्भ सहित केरल और दक्षिणी तमिलनाडु में भी छिटपुट बारिश के आसार बन रहे हैं।

वीडियो स्रोत: स्काईमेट वेदर

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इस साल समर्थन मूल्य पर सबसे ज्यादा गेहूँ की खरीदी करेगा मध्य प्रदेश

MP will have maximum wheat procurement on support price in entire country

केंद्रीय खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग की बैठक में देश के अलग अलग राज्यों द्वारा एमएसपी पर गेहूँ खरीदने हेतु लक्ष्य तय किये गये। इस बैठक में मध्य प्रदेश को 135 लाख टन गेहूँ खरीदने का लक्ष्य दिया गया है। बता दें कि यह लक्ष्य देश के सभी राज्यों में सबसे अधिक है।

मध्य प्रदेश के बाद पंजाब को 130 लाख टन गेहूँ खरीदने का लक्ष्य दिया गया है। अन्य राज्यों में हरियाणा को 80 लाख टन, उत्तर प्रदेश को 55 लाख टन, राजस्थान को 22 लाख टन, उत्तराखंड को 2.20 लाख टन, गुजरात को 1.5 लाख टन और बिहार को 1 लाख टन गेहूँ खरीदने का लक्ष्य दिया गया है।

स्रोत: कृषक जगत

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मूंग की फसल का एफिड के प्रकोप से ऐसे करें बचाव

How to control Aphid in Green gram
  • एफिड छोटे व नरम शरीर वाले कीट होते है जो पीले, भूरे, हरे या काले रंग के हो सकते हैं।
  • ये आमतौर पर मूंग के पौधे की छोटी पत्तियों और टहनियों के कोनों पर समूह बनाकर रहते हैं और रस चूसते है। इसके साथ ही ये एक चिपचिपा मधु रस (हनीड्यू) छोड़ते हैं जिससे फफूंदजनित रोगों की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।
  • इसके गंभीर संक्रमण के कारण पत्तियां और टहनियां कुम्हला सकती हैं या पीली पड़ सकती हैं।
  • एफिड कीट से बचाव हेतु थायोमेथोक्सोम 25% WG@100 ग्राम/एकड़ या इमिडाक्लोप्रिड 17.8% SL@100 मिली/एकड या फ्लूनेकामाइड 50% WG @ 60 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव करें।
  • जैविक रूप से बवेरिया बेसियाना @ 250 ग्राम/एकड़ की दर से उपयोग करें।
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गेहूँ की फसल में लगने वाले लूज़ स्मट रोग की ऐसे करें रोकथाम

How to prevent loose smut disease in wheat
  • गेहूँ की फसल में लगने वाला यह रोग दरअसल एक बीज़ जनित रोग है और यह अस्टीलैगो सेजेटम नामक एक कवक की वजह से होता है।
  • इस रोग से संक्रमित बीज ऊपर से देखने में बिल्कुल स्वस्थ बीजों की तरह ही दिखाई देते हैं।
  • इस रोग के लक्षण बाली आने पर ही दिखाई देते हैं। रोगी पौधों की बालियों में दानों की जगह रोग जनक के रोगकंड (स्पोर्स) काले पाउडर के रूप में नजर आते हैं जो हवा से उड़कर अन्य स्वस्थ बालियों में बन रहे बीजों को भी संक्रमित कर देते हैं।
  • इस रोग के नियंत्रण का सबसे अच्छा उपाय बीज़ उपचार ही है।
  • इसके आलावा इस रोग के नियंत्रण के लिए कासुगामायसिन 5% + कॉपर आक्सीक्लोराइड 45% WP@ 300 ग्राम/एकड़ या कार्बेन्डाजिम 12% + मैनकोज़ेब 63% @ 600 ग्राम/एकड़ या टेबुकोनाज़ोल 10% + सल्फर 65% WG@ 500 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव करें।
  • जैविक उपचार के रूप में स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस @ 250 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव करें।
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मध्यप्रदेश सरकार का बड़ा फैसला, अब सस्ते हो जाएंगे कृषि यंत्र

agricultural machinery will become cheap in Madhya Pradesh

कम्बाइन हार्वेस्टर, ट्रेक्टर, पॉवर टिलर व अन्य कृषि यंत्रों के दाम बहुत ज्यादा होते हैं और इन यंत्रों पर टैक्स भी काफी लगता है जिस कारण बहुत सारे किसान इसका उपयोग करने में असमर्थ रहते हैं। किसानों की इस समस्या को देखते हुए मध्यप्रदेश सरकार ने एक बड़ा फैसला किया है।

दरअसल मध्यप्रदेश सरकार कृषि यंत्रों पर लिए जाने वाले भारी भरकम टैक्स को कम करने का निर्णय लिया है। इस मसले पर हुई कैबिनेट बैठक में यह निर्णय लिया गया की कृषि यंत्रों पर लिए जाने वाले टैक्स को अब 9% घटा दिया गया है | बता दें की पहले मध्यप्रदेश में कृषि यंत्रों की खरीदी पर किसानों को 10% टैक्स देना पड़ता था पर अब इसे घटा कर महज 1% कर दिया गया है |

स्रोत: किसान समाधान

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ग्रामोफ़ोन सुपर फसल प्रोग्राम ने विपरीत परिस्थितियों में भी किसान को दिलाई अच्छी उपज

Farmer Success story

खेत की मिट्टी उपजाऊ हो तभी किसान खुशहाल रह सकता है और इसी मिट्टी के स्वास्थ का आकलन कर किसानों को कृषि सहायता पहुँचाने हेतु ग्रामोफ़ोन ने सुपर फसल प्रोग्राम की शुरुआत की थी। इस प्रोग्राम से सैकड़ों किसानों को लाभ हुआ है। इससे ना सिर्फ अच्छी उपज की प्राप्ति हुई बल्कि खेत की मिट्टी की उर्वरता भी अच्छी हुई।

धार जिले के किसान श्री मुकेश कुशवाहा ने इस प्रोग्राम की मदद से मिट्टी परीक्षण करवाया और मिट्टी में मौजूद कमियों को दूर किया। ऐसा करने से उनकी कृषि लागत में काफी कमी आई और उत्पादन भी अच्छा हुआ। इस साल मौसम की मार के कारण ज्यादातर किसानों की सोयाबीन की फसल नष्ट हो गई पर मुकेश जी ने ग्रामोफ़ोन के मार्गदर्शन में 10 क्विंटल/एकड़ की अच्छी उपज प्राप्त की। मुकेश जी ने अपनी 3 एकड़ के खेत से कुल 30 क्विंटल उपज की प्राप्ति की।

मुकेश जी की यह कहानी सभी किसान भाइयों के लिए एक प्रेरणादायी है। दूसरे किसान भाई भी मुकेश जी की तरह ग्रामोफ़ोन के साथ जुड़ सकते हैं और अपनी कृषि को बेहतर कर सकते हैं। ग्रामोफ़ोन से जुड़ने के लिए आप या तो टोल फ्री नंबर 18003157566 पर मिस्डकॉल करें या फिर ग्रामोफ़ोन कृषि मित्र एप पर लॉगिन करें।

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मध्य प्रदेश के कई क्षेत्रों में बन रही है बारिश की संभावना, जानें मौसम पूर्वानुमान

Weather report

मध्य प्रदेश के उत्तरी एवं पूर्वी क्षेत्रों में कई जगहों पर बारिश की संभावना बन रही है। इसके अलावा पहाड़ों पर हिमपात आगे भी जारी रहने की संभावना है। मैदानी क्षेत्रों में भी बारिश की गतिविधियां बढ़ने की संभावना है। राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के अलावा बिहार तथा झारखंड में भी बारिश हो सकती है।

वीडियो स्रोत: स्काईमेट वेदर

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सब्जियों वाली फसल में ऐसे बढ़ाएं फल एवं फूल विकास

Measures for better fruit and flower development in vegetables
  • गर्मियों के मौसम में सब्जियों वाली फसल स्वास्थ्य के लिए काफी लाभकारी होती हैं।
  • इन फसलों की काफी देखभाल करने की भी जरुरत पड़ती है।
  • सब्जी वर्गीय फसलों में बेहतर फल एवं फूल विकास के लिए फूल आने की अवस्था के पहले होमब्रेसिनोलाएड@ 100 मिली/एकड़ या विगरमैक्स जेल @ 400 ग्राम/एकड़ की दर से उपयोग करें।
  • सब्जी वर्गीय फसलों में वानस्पतिक अवस्था में यदि प्रो-अमीनोमैक्स 30 मिली/पंप की दर छिड़काव करें।
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महाशिवरात्रि व्रत की इस कथा को सुनने से मिलेंगे कई लाभ

Holy Katha of Mahashivaratri

भगवान शिव को समर्पित महापर्व महाशिवरात्रि आज पूरे देश में मनाया जा रहा है। इस दिन शिवभक्त भगवान शिव की पूजा करते हैं और महाशिवरात्रि व्रत की कथा भी सुनते हैं। शिव पुराण में वर्णित महाशिवरात्रि व्रत कथा को इस दिन सुनने से कई लाभ मिलते हैं।

वीडियो स्रोत: यूट्यूब

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