मेरा राशन एप से देश के किसी भी हिस्से में प्राप्त कर सकते हैं राशन

Mera Ration App

भारत सरकार द्वारा एक महत्वाकांक्षी योजना संचालित की जा रही है, जिसे वन नेशन वन राशन कार्ड के नाम से जाना जाता है। इस योजना के अंतर्गत मुफ्त एवं सस्ते राशन उपलब्ध कराये जाते हैं। अब राशन व्यवस्था को और ज्यादा व्यवस्थित करने के लिए खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग की तरफ से एक मोबाइल एप शुरू किया गया है।

इस एप से राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून के अंतर्गत आने वाले लाभार्थियों को लाभ मिलेगा। ये लाभार्थी इस एप से स्वयं यह जान पाएंगे कि उनको कितना अनाज मिलेगा। इस नए एप का नाम “मेरा राशन एप” है। इस एप का मुख्य लक्ष्य राशन वितरण प्रक्रिया में पूरी पारदर्शिता लाना होगा।

इस एप का सबसे ज्यादा लाभ प्रवासी लोगों को मिलेगा, क्योंकि इस वन नेशन वन राशन कार्ड के अंतर्गत कार्ड धारक देश के किसी भी क्षेत्र में किसी भी राशन दुकान से अनाज प्राप्त कर सकता है। इस योजना का लाभार्थी अपने आसपास में मौजूद सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत चलने वाले राशन की दुकानों की भी जानकारी आसानी से प्राप्त कर सकता है।

स्रोत: कृषि जागरण

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कल से मध्य प्रदेश के इन क्षेत्रों में शुरू हो जाएगा बारिश का दौर, जानें मौसम पूर्वानुमान

weather forecast

मध्य भारत के कई क्षेत्रों में 18 मार्च से बारिश का दौर शुरू हो सकता है। बारिश के साथ साथ बिजली चमकने की भी संभावना जताई जा रही है। 19, 20 और 21 मार्च तक बारिश का यह दौर इन क्षेत्रों में जारी रहने की संभावना है।

वीडियो स्रोत: स्काईमेट वेदर

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मिट्टी परीक्षण की आवश्यकता क्यों होती है और इससे क्या फायदे मिलते हैं?

Why soil testing is required
  • मिट्टी में पोषक तत्वों के स्तर की जांच करके फसल एवं किस्म के अनुसार तत्वों की संतुलित मात्रा का निर्धारण कर खेत में खाद एवं उर्वरक मात्रा की सिफारिश हेतु मिट्टी परीक्षण करवाना बहुत जरूरी होता है।
  • मिट्टी की अम्लीयता, लवणता एवं क्षारीयता की पहचान एवं सुधार हेतु सुधारकों की मात्रा व प्रकार की सिफारिश कर इस प्रकार की भूमि को कृषि योग्य बनाने हेतु महत्वपूर्ण सलाह एवं सुझाव देने के लिए मिट्टी परीक्षण आवश्यक होती है।
  • फल के बाग लगाने के लिये भूमि की उपयुक्तता का पता लगाने हेतु भी यह जरूरी होता है।
  • मृदा उर्वरता मानचित्र तैयार करने के लिये भी मिट्टी परीक्षण करना जरूरी होता है। यह मानचित्र विभिन्न फसल उत्पादन योजना निर्धारण के लिये महत्वपूर्ण होता है तथा क्षेत्र विशेष में उर्वरक उपयोग संबंधी जानकारी देता है।
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मध्य प्रदेश के मंडियों में 16 मार्च को क्या रहे फसलों के भाव

Mandi Bhaw Madhya Pradesh

 

मंडी फसल न्यूनतम अधिकतम
अलोट सोयाबीन 5300 5641
अलोट गेहूँ 1620 1731
अलोट चन्ना 4381 4911
अलोट मेथी 5555 5701
अलोट धनिया 4700 5400
पिपरिया गेहूँ 1400 1730
पिपरिया चन्ना 3600 4980
पिपरिया मक्का 1000 1250
पिपरिया मुंग 4400 6700
पिपरिया सोयाबीन 4560 4800
पिपरिया तुवर 4800 7200
पिपरिया धन 2100 2800
पिपरिया मसूर 5000 5270
खरगौन कपास 5000 6901
खरगौन गेहूँ 1641 2007
खरगौन चन्ना 4552 5152
खरगौन मक्का 1357 1381
खरगौन तुवर 5891 6731
खरगौन सोयाबीन 5344 5565
खरगौन डॉलर चन्ना 7297 7601
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तरबूज की फसल में थ्रिप्स कीट के प्रकोप का ऐसे करें नियंत्रण

Control measures of thrips in watermelon
  • थ्रिप्स कीट के शिशु एवं वयस्क रूप तरबूज के पौधों की पत्तियों को खुरचकर रस चूसते हैं। पौधे के कोमल डंठल, कलियों व फूलों पर इसका प्रकोप होने पर ये टेढी मेढी हो जाती हैं। इसके प्रभाव के कारण पौधे छोटे रह जाते हैं।
  • इसके नियंत्रण हेतु लैम्ब्डा साइहेलोथ्रिन 4.9% CS @ 200 मिली/एकड़ या प्रोफेनोफोस 50% ईसी @ 400 मिली/एकड़ या फिप्रोनिल 5% एस सी @ 400 मिली/एकड़ की दर से 15 दिन के अन्तराल से छिड़काव करें।
  • कीटनाशक को 15 दिनों के अंतराल में बदलकर उपयोग करें।
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18 मार्च से मध्य प्रदेश के कई जिले में हो सकती है बारिश, जानें मौसम पूर्वानुमान

Weather report

मध्य भारत के कई क्षेत्रों में काफी गर्मी बढ़ रही है। तापमान 37-38 डिग्री के आसपास चल रहा है। हालांकि इन क्षेत्रों का तापमान 40 डिग्री पार कर चुका था पर अब थोड़ी सी राहत मिली है।

उम्मीद है कि 18 मार्च से राजस्थान के पूर्वी जिलों के साथ-साथ मध्य प्रदेश के दक्षिणी जिलों और विदर्भ जैसे इलाकों में बारिश की गतविधियां बढ़ने कि संभावना है। इसके साथ ही तेज हवाएं चलेगी और बिजली की चमक भी दिखाई देगी।

वीडियो स्रोत: स्काईमेट वेदर

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होली के पहले किसानों को मिलेगा तोहफा, आएगी पीएम किसान योजना की आठवीं क़िस्त

Farmers will get eighth installment of PM Kisan Yojana as Holi Gift

केंद्र सरकार द्वारा किसानों को समृद्ध बनाने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। इन्हीं योजनाओं में से एक मुख्य योजना है प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना। यह योजना के माध्यम से किसानों की आर्थिक मदद दी जाती है। इस योजना के तहत हर साल 3 किस्तों में 6000 रुपये की आर्थिक मदद दी जाती है और किसानों के बैंक खाते में 2000-2000 रुपए की तीन किस्त भेजे जाते हैं।

बता दें कि, इस बार होली के त्यौहार से पहले किसानों के खाते में 2000 रूपए की आठवीं क़िस्त भेज दी जाएगी। इस योजना के अंतर्गत 12 मार्च 2021 तक कुल 11.71 करोड़ किसान जुड़ चुके हैं। इस योजना के तहत सरकार उन किसानों के नाम लाभार्थियों की सूची से हटाने की भी तैयारी कर रही है जो फायदा लेने के लिए पात्र नहीं हैं।

इस योजना के अंतर्गत अपना नाम चेक करने के लिए पी.एम. किसान योजना की आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.nic.in के फार्मर कार्नर पर क्लिक करना होगा। इसके बाद बेनेफिशरी स्टेटस पर क्लिक करें। इससे एक नया पेज खुलेगा, यहाँ आप अपना आधार कार्ड नंबर, मोबाइल नंबर, बैंक नंबर डाल कर अपना स्टेटस चेक कर सकते हैं।

स्रोत: न्यूज़ 18

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मूंग की 15-20 दिनों की फसल अवस्था में जरूर अपनाएँ ये फसल प्रबंधन उपाय

Benefits of crop management in 15-20 days in green gram crop
  • मूंग की 15 -20 दिनों की फसल अवस्था में कीट प्रकोप, कवक रोगों का प्रकोप एवं वृद्धि व विकास से संबंधित समस्या आ सकती है।
  • इन सभी समस्या के निवारण के लिए मूंग की इस फसल अवस्था में फसल प्रबंधन के उपायों को अपनाना बहुत आवश्यक होता है।
  • कीट प्रकोप को नियंत्रित करने के लिए एसिटामिप्रिड 20% SP @ 100 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव करें।
  • जैविक नियंत्रण के रूप में बवेरिया बेसियाना@ 250 ग्राम/एकड़ की दर से उपयोग करें।
  • कार्बेन्डाजिम 12% + मैंकोजेब 63% @ 300 ग्राम/एकड़ की दर से कवक रोगों के नियंत्रण के लिए छिड़काव करें।
  • कवक रोगों के जैविक नियंत्रण के रूप में स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस@ 250 ग्राम/एकड़ की दर से उपयोग करें।
  • अच्छी फसल वृद्धि एवं विकास के लिए विगरमैक्स जेल @ 400 ग्राम/एकड़ + 19:19:19 @ 1 किलो/एकड़ की दर से छिड़काव के रूप में उपयोग करें।
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इंदौर की मंडी में 15 मार्च को क्या रहे प्याज, लहसुन, आलू के भाव?

Mandi Bhaw

 

फसल किस्म न्यूनतम अधिकतम
प्याज सुपर 1400 1600
प्याज एवरेज रेड 1100 1350
प्याज गोलटा 900 1200
प्याज गोलटी 600 900
प्याज छाटन 400 800
लहसुन सुपर ऊटी 4300 5500
लहसुन सुपर देसी 3500 4300
लहसुन लड्डू देसी 2300 3400
लहसुन मीडियम 1500 2500
आलू चिप्सोना 900 1200
आलू ज्योति 1100 1350
आलू गुल्ला 500 900
आलू छाटन 500 850
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मूंग की फसल में खरपतवार प्रबंधन कैसे करें?

How to manage weed in moong crop?
  • मूंग प्रमुख दलहनी फसलों में शामिल है एवं कम समय में अच्छा उत्पादन देने वाली फसल है।
  • मध्य प्रदेश के कई जिले में मूंग की खेती बहुत बड़े पैमाने पर की जाती है।
  • मूंग की बुआई के बाद लगभग 20 से 30 दिन तक किसान को खरपतवारों पर खास ध्यान देना चाहिए।
  • ऐसा इसलिए क्योंकि शुरुआती दौर में खरपतवार फसल को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं।
  • मूंग की फसल में किसान पेन्डीमिथालीन 38.7 CS@ 700 मिली/एकड़ की दर से पूर्व उद्भव खरपतवारनाशी के रूप में उपयोग करें।
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