ग्रामोफ़ोन एप पर फिर शुरू हुआ फोटो प्रतियोगिता, मिलेंगे कई आकर्षक इनाम

Gramophone Krishi Mitra app

ग्रामोफ़ोन कृषि मित्र एप पर 22 जनवरी से ‘मेरा गांव मेरा अभिमान’ फोटो प्रतियोगिता शुरू हो रहा है जिसमे भाग लेकर आप जीत सकते है कई आकर्षक इनाम।

 

इस फोटो प्रतियोगिता में कोई भी किसान भाग ले सकते हैं। इसमें भाग लेने के लिए आपको अपने गांव की एक खूबसूरत तस्वीर ग्रामोफ़ोन एप के समुदाय सेक्शन में पोस्ट करनी होगी और उस फोटो पर अपने आस पास के किसान भाइयों से लाइक करवाने होंगे।

विजेताओं का चुनाव आपके द्वारा पोस्ट की गई फोटो पर आये लाइक्स की संख्या के आधार पर किया जाएगा। इसका मतलब हुआ की जिस फोटो पर सबसे ज्यादा लाइक होंगे उस फोटो को पोस्ट करने वाला व्यक्ति विजेता होगा।

यह प्रतियोगिता 10 दिनों तक चलेगी और इन दस दिनों के दौरान हर दो दिन पर अपनी फोटो पर सबसे अधिक लाइक (कम से कम दस लाइक होना जरूरी है) प्राप्त करने वाला एक प्रतियोगी विजेता बनेगा। इसके साथ ही इस दस दिनी प्रतियोगिता के अंत में टॉप किसानों को मिलेंगे बम्पर पुरस्कार।

*नियम व शर्तें लागू 

 

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मध्य भारत में मौसम शुष्क बने रहने की संभावना है, जानें मौसम पूर्वानुमान

Weather Forecast

मध्य भारत के सभी राज्यों में आने वाले दिनों में मौसम के शुष्क बने रहने की संभावना है वहीं पूर्वोत्तर भारत में असम, अरुणाचल, सिक्किम, मेघालय और नागालैंड पर बना बारिश का मौसम अगले 24 घंटों तक बना रहेगा। इस दौरान तमिलनाडु में भी कुछ स्थानों पर होगी वर्षा। उत्तर भारत में भी 22 जनवरी से मौसम बादल जाएगा।

वीडियो स्रोत: स्काईमेट वेदर

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जानिए क्या है मेवाती गाय की पहचान

Know what is the identity of Mewati cow
  • भारत में गाय की कई प्रकार की नस्लें पाई जाती हैं।
  • गाय की एक नस्ल मेवाती (Mewati Cow) है, जो मेवात क्षेत्र में पाई जाती है।
  • यह मेवाती गाय राजस्थान के भरतपुर जिले, पश्चिम उत्तर प्रदेश के मथुरा और हरियाणा के फ़रीदाबाद और गुरुग्राम जिलों पाई जाती है।
  • मेवाती नस्ल के पशुओं की गर्दन सामान्यतः सफेद होती है।
  • इनका चेहरा लंबा व पतला होता है, आंखे उभरी हुई और काले रंग की होती हैं।
  • इनके ऊपरी होंठ मोटे व लटके हुए होते हैं। इनके नाक का ऊपरी भाग सिकुड़ा हुआ प्रतीत होता है।
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मध्यप्रदेश में 500 करोड़ की लागत से खुलेंगे 10500 फूड प्रोसेसिंग प्लांट

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ‘आत्म निर्भर मध्य प्रदेश’ के अंतर्गत राज्य में 500 करोड़ रुपये की लागत से फूड प्रोसेसिंग प्लांट्स लगाए जाने की बात कही है। इस बाबत राज्य सरकार की तरफ से अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए हैं।

राज्य मंत्री कुशवाह ने इस विषय पर कहा है कि “अगले 4 सालों में राज्य में 10 हजार 500 नए फूड प्रोसेसिंग प्लांट लगाए जाएंगे जिसे हाल में मंत्रिमंडल ने मंजूरी दे दी है। इन प्लांट्स को लगाने के लिए 500 करोड़ रुपये की राशि अनुमोदित की गई है।”

स्रोत: कृषि जागरण

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22 जनवरी से मौसम में होगा बदलाव, जानें अपने क्षेत्र का मौसम पूर्वानुमान

Weather Forecast

आने वाले दिनों में मध्य भारत का मौसम जहाँ स्थिर रहेगा वहीं उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों के पास एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ जल्द दस्तक देगा। इसके प्रभाव से 23 जनवरी से 25 जनवरी के बीच जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश लद्दाख उत्तराखंड में कई जगहों पर बारिश और बर्फबारी होने की संभावना है। पंजाब, हरियाणा में भी कुछ स्थानों पर हो सकती है वर्षा और ओलावृष्टि। इस बीच अगले 48 घंटों के दौरान पूर्वोत्तर राज्यों और तमिलनाडु में हल्की से मध्यम वर्षा जारी रहेगी।

वीडियो स्रोत: स्काईमेट वेदर

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सोलर जल पंप से होगा किसानों को लाभ, कृषि लागत में आएगी कमी

Solar water pump will benefit farmers, agricultural costs will come down
  • डीजल तथा बिजली की बढ़ती कीमतों के कारण किसानों को इन माध्यमों से जल पम्प के इस्तेमाल में खर्च बहुत ज्यादा हो जाता है। इसीलिए किसान इनके विकल्प के रूप में सौर ऊर्जा संचालित पंप का उपयोग कर सकते हैं। 
  • सौर जल पंप प्रणाली में बिजली या तो एक या फिर कई फोटो वोल्टेइक (पीवी) पैनलों के माध्यम से मिलती है।
  • सौर ऊर्जा से चलने वाली इस पंपिंग प्रणाली में एक सौर पैनल होता है। यह सौर पैनल एक इलेक्ट्रिक मोटर को ऊर्जा प्रदान करती है। यही मोटर पंप को शक्ति देता है।
  • इन पंपों के रखरखाव की लागत भी काफी कम होती है और इसका इस्तेमाल भी लंबे समय तक किया जा सकता है।
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50% सरकारी सब्सिडी पर करें मछली आहार का बिजनेस, होगा बंपर मुनाफा

Now Do fish food business at 50% Government subsidy in MP

मध्य प्रदेश सरकार मछली आहार का बिजनेस करने के इच्छुक लोगों को 50% की सब्सिडी दे रही है। इस योजना का लाभ मध्य प्रदेश के सभी जिले के हर वर्ग के किसान उठा सकते हैं। 

इस योजना का लाभ उठाने के लिए भूमि संबंधित आवश्यक दस्तावेजों जैसे खसरा तथा नक्शा देना होता है। गौरतलब है कि मछली आहार उत्पादन यूनिट लगाने में तक़रीबन 10 लाख रूपये का खर्च होता और इस योजना के तहत इस खर्च का 50% हिस्सा सब्सिडी के रूप में राज्य सरकार देती है।

स्रोत: कृषि जागरण

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अगले कुछ दिनों तक मध्य भारत के राज्यों में मौसम सामान्य बना रहेगा

Weather Forecast

मध्य भारत के राज्यों में अगले कुछ दिन मौसम सामान्य बना रहेगा। पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में विशेषकर असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा के आसार हैं। तमिलनाडु में भी कुछ स्थानों पर होगी बारिश। जबकि उत्तर भारत के मैदानी राज्यों और गंगा के मैदानी क्षेत्रों में बढ़ेगी और सर्दी।

वीडियो स्रोत: स्काईमेट वेदर

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20 जनवरी तक मध्यप्रदेश में फिर से गिरेगा पारा और बढ़ेगी ठंड

Weather Forecast

कल यानी 19 जनवरी से पुनः एक बार पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पूर्वी राजस्थान तथा उत्तर प्रदेश के न्यूनतम तापमान में गिरावट की संभावना। 2 दिनों बाद यानी 20 जनवरी से पूर्वी मध्य प्रदेश तथा आसपास के क्षेत्रों में तापमान में गिरावट होगी।

वीडियो स्रोत: स्काईमेट वेदर

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गेहूँ की फसल में नुकसान पहुंचाने वाले कीट जड़ माहू का नियंत्रण

How to control the root aphid in wheat crop
  • वर्तमान समय में मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण गेहूँ की फसल में जड़ माहू कीट का काफी प्रकोप हो रहा है।
  • जड़ माहू कीट कीट हल्के पीले रंग से गहरे पीले रंग का होता है। गेहूँ के पौधों को जड़ से उखाड़ कर देखने पर यह कीट जड़ों के ऊपर तने वाले भाग में आसानी से दिखाई देता है।
  • यह कीट गेहूँ के पौधों की जड़ों के ऊपर तने वाले भाग से रस चूसता है, जिसके कारण पौधा पीला पड़ने लगता है और धीरे-धीरे सूखने लगता है। शुरुआत में इसके प्रकोप के कारण खेतों में जगह-जगह पीले पड़े हुए पौधें दिखाई देते हैं।
  • अभी कुछ जगहों पर गेहूँ की बुआई चल रही है या होने वाली है इस समय गेहूँ की बुआई के पहले खेत के मिट्टी का उपचार करना बहुत आवश्यक है। अतः थियामेंथोक्साम 25% WG@ 200-250 ग्राम/एकड़ की दर से मिट्टी उपचार करें। साथ ही जैविक उपचार के रूप में बवेरिया बेसियाना @ 500 ग्राम/एकड़ की दर से उपयोग करें।
  • गेहूँ के बीजों का बीज़ उपचार करके ही बुआई करें। इसके लिए इमिडाक्लोप्रिड 48% FS @ 1.0 मिली/किलो बीज़ या थियामेंथोक्साम 30% FS @ 4 मिली/किलो बीज़ को बीज़ उपचार रूप उपयोग करें।
  • जिन जगहों पर गेहूँ की बुआई हो चुकी है एवं जड़ माहू का बहुत अधिक प्रकोप दिखाई दे रहा है वैसे जगहों पर इसके नियंत्रण के लिए थियामेंथोक्साम 25% WG@ 100 ग्राम/एकड़ या इमिडाक्लोप्रिड 17.8% SL @ 100 ग्राम/एकड़ की दर से उपयोग करें। साथ ही जैविक उपचार के रूप में बवेरिया बेसियाना @ 250 ग्राम/एकड़ की दर से उपयोग करें।
  • इस प्रकार समय समय पर नियंत्रण के उपाय करके जड़ माहू का नियंत्रण किया जा सकता है।
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