उत्तरी हवाओं के कारण मध्य प्रदेश समेत इन राज्यों में तापमान में होगी गिरावट

Weather Forecast

मध्य भारत के सभी क्षेत्रों में तापमान में गिरावट देखने को मिली है। इसकी वजह से इन इलाकों में गर्मी से थोड़ी सी राहत मिल रही है। उत्तर दिशाओं से जो हवाएं चल रही थी उसके कारण तापमान गिरने लगे हैं। इन इलाकों में अगले 3-4 दिनों तक हीटवेव की स्थिति थम जायेगी।

स्रोत : स्काईमेट वीडियो

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सरकार ने शुरू किया मधुक्रांति पोर्टल, जानें मधुमक्खी पालकों को इससे होंगे क्या फायदे?

Government launches Madhukranti portal

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बुधवार को मधुक्रांति पोर्टल का उद्घाटन किया। इसकी शुरुआत राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन एवं शहद मिशन के अंतर्गत की गई है। यह पोर्टल मधुमक्खी पालकों एवं इसके व्यापार से संबंधित लोगों के लिए काफी लाभकारी होगा।

सभी मधुमक्खी पालकों एवं इसके व्यापार से सम्बंधित लोगों को इस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करना होगा। इस पोर्टल पर शहद की खरीदी और बिक्री से संबंधित सूचनाएं मिलेंगी। बता दें कि सरकार मधुमक्खी पालन क्षेत्र पर भी काफी ध्यान दे रही है और इसके लिए ‘मीठी क्रांति’ करने की तैयारी में भी है।

स्रोत: टीवी 9

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फूल गोभी की उन्नत खेती के लिए ऐसे करें नर्सरी की तैयारी

How to prepare nursery for Cauliflower
  • फूलगोभी की रोपाई से पूर्व इसके बीजों की बुआई नर्सरी में की जाती है।
  • जब गोभी की नर्सरी तैयार की जा रही हो तब इस बात का ध्यान रखें की निदाई, पानी, निराई आदि की प्रक्रिया आसानी से हो सके।
  • जिस खेत में भारी मिट्टी होती है वहाँ पर जल भराव की समस्या से बचने के लिए बेड की ऊंचाई अधिक रखी जानी चाहिए।
  • बुआई से पहले गोभी के बीजों को कार्बेन्डाजिम 12% + मैनकोज़ेब 63% @ 2.5 ग्राम/किलो बीज या कार्बोक्सिन 17.5% + थायरम 17.5% @ 2.5 मिली/किलो बीज से बीज उपचार करें।
  • नर्सरी में बीजों के बुआई के पूर्व नर्सरी में मिट्टी उपचार करना भी बहुत आवश्यक होता है। इससे मिट्टी जनित रोगों की रोकथाम होती है।
  • मिट्टी उपचार के लिए फिप्रोनिल 0.3% GR@ 25 ग्राम/नर्सरी और ट्रायकोडर्मा विरिडी @ 25 ग्राम/नर्सरी और सी वीड + एमिनो + मायकोराइज़ा@ 25 ग्राम/नर्सरी की दर से उपचारित करें।
  • यह भी ध्यान रखें की बुआई के समय भूमि में पर्याप्त नमी जरूर हो।

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मध्य प्रदेश के मंडियों में 7 अप्रैल को क्या रहे फसलों के भाव

Mandi Bhaw Madhya Pradesh

 

मंडी फसल न्यूनतम अधिकतम मॉडल
रतलाम _(नामली मंडी) गेहूं 1650 2081 1850
रतलाम _(नामली मंडी) सोयाबीन 6475 6500 6500
रतलाम _(नामली मंडी) चना 5060 5151 5151
रतलाम _(नामली मंडी) मेथी 5700 6001 6001
खरगोन कपास 4800 6605 5700
खरगोन गेहूं 1601 2025 1750
खरगोन चना 4671 5100 4780
खरगोन मक्का 1113 1411 1260
खरगोन सोयाबीन 6251 6281 6281
खरगोन डॉलर चना 7272 8196 7890
खरगोन तुवर 5000 6456 6320
हरसूद सोयाबीन 3501 6200 5901
हरसूद तुवर 4801 6000 5875
हरसूद गेहूं 1580 2000 1711
हरसूद चना 4600 4971 4825
हरसूद मक्का 1201 1271 1207
हरसूद सरसो 4001 4601 4400

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13 अप्रैल से शुरू होगी चैत्र नवरात्रि, जानें कलश स्थापना की शुभ मुहूर्त

chaitra Navratri

चैत्र माह में चैत्र नवरात्रि का पावन पर्व मनाया जाता है। इस बार इस पर्व की शुरुआत 13 अप्रैल से हो रही है। नवरात्रि नौ दिन तक चलता है और इसके प्रथम दिन कलश स्थापना की जाती है। कलश स्थापना के साथ नवरात्रि पर्व का आरंभ हो जाता है।

नवरात्रि में कलश की स्थापना शुभ मुहूर्त पर ही किया जाना चाहिए। पंचांग के अनुसार कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त इस बार 13 अप्रैल को सुबह 05 बजकर 28 मिनट से सुबह 10 बजकर 14 मिनट तक रहेगा। अतः इसी दौरान कलश की स्थापना करें और फिर नौ दिन तक विधिवत पूजा करें।

स्रोत: एबीपी लाइव

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गर्मियों के मौसम इस तरह नष्ट करें सफेद लट्ट के अंडे

How to control white grub eggs in the summer season in crops
  • सफ़ेद लट्ट या ग्रब सफेद रंग का कीट होता है जो खेत में सुप्तावस्था में ग्रब के रूप में रहता है। आमतौर पर प्रारंभिक रूप में ये जड़ों में नुकसान पहुंचाते हैं।
  • सफेद ग्रब के प्रकोप के लक्षण फसलों पर देखे जा सकते है, जैसे कि पौधे का एक दम से मुरझा जाना, पौधे की बढ़वार रूक जाना और बाद में पौधे का मर जाना इसका मुख्य लक्षण है।
  • इस कीट का नियंत्रण जून माह में और जुलाई के शुरुआती सप्ताह में कर लेना चाहिए।
  • इसके लिए गर्मियों में खेत की गहरी जुताई करें एवं मेट्राजियम (kalichakra) 2 किलो + 50-75 किलो FYM/कम्पोस्ट के साथ मिलकर प्रति एकड़ की दर से खाली खेत में भुरकाव करें।
  • लेकिन यदि फसल की अपरिपक्व अवस्था में भी इस कीट का प्रकोप दिखाई दे रहा हो तो सफेद ग्रब के नियंत्रण के लिए रासायनिक उपचार भी किया जा सकता है।
  • इसके लिए फेनप्रोप्रेथ्रिन 10% EC @ 500 मिली/एकड़ या क्लोथियानिडिन 50.00% WG @ (डोन्टोटसु) 100 ग्राम/एकड़ या क्लोरपायरीफोस 20% EC@ 1 लीटर/एकड़ की दर से मिट्टी में मिला कर उपयोग करें।

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मध्य प्रदेश में बढ़ते तापमान से कुछ राहत मिलने की है संभावना, जानें मौसम पूर्वानुमान

Weather Forecast

मध्य प्रदेश के साथ साथ राजस्थान और विदर्भ जैसे इलाकों में पिछले कुछ दिनों में तापमान काफी बढ़ गया था। पर अब इससे कुछ राहत मिलने की संभावना बन रही है। यह राहत उत्तरी दिशा से चल रही हवाओं के कारण मिलेगी। इन इलाकों में अब तापमान गिरेंगे लेकिन गर्मी फिर भी रहेगी।

स्रोत : स्काईमेट वीडियो

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तरबूज की फसल में गिर रहे हों फूल तो जरूर अपनाएं ये बचाव के उपाय

What to do to avoid falling of flowers in watermelon crop
  • कद्दू वर्गीय फसल होने के कारण तरबूज की फसल के फूल अवस्था में पोषण प्रबंधन करना बहुत आवश्यक होता है।
  • तरबूज की फसल में पोषक तत्वों की कमी के कारण फूल गिरने की समस्या होती है।
  • अधिक मात्रा में फूल गिरने के कारण फसल उत्पादन बहुत प्रभावित होता है।
  • इस समस्या के निवारण के लिए सूक्ष्म पोषक तत्व@ 250 ग्राम/एकड़ की दर से उपयोग करें।
  • फूल गिरने से रोकने के लिए होमब्रेसिनोलाइड @ 100 मिली/एकड़ या पिक्लोबूट्राज़ोल 40% SC @ 30 मिली/एकड़ की दर से उपयोग करें।

अपनी तरबूज समेत अन्य हर फसल के खेत को ग्रामोफ़ोन एप के मेरे खेत विकल्प से जोड़ें और पूरे फसल चक्र में रोगों व कीटों के प्रकोप की समयपूर्व जानकारी प्राप्त करते रहें । इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने किसान मित्रों से भी करें साझा।

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मध्य प्रदेश के मंडियों में 6 अप्रैल को क्या रहे फसलों के भाव

Mandi Bhaw Madhya Pradesh

 

मंडी फसल न्यूनतम अधिकतम
हरसूद सोयाबीन 5876 6301
हरसूद तुवर 5000 6291
हरसूद गेहूं 1600 2151
हरसूद चना 4620 5081
हरसूद मक्का 1051 1337
हरसूद सरसों 4701 4701
रतलाम _(नामली मंडी) गेहूं 1610 2010
रतलाम _(नामली मंडी) सोयाबीन 5200 6500
पिपरिया गेहूं 1500 1750
पिपरिया चना 4000 5100
पिपरिया मक्का 1000 1200
पिपरिया मूंग 4000 6800
पिपरिया तुवर 4000 7100
पिपरिया धान 2300 2750
पिपरिया मसूर 5000 5200
खरगोन कपास 4800 6655
खरगोन गेहूं 1657 1981
खरगोन चना 4400 4796
खरगोन मक्का 1161 1414
खरगोन सोयाबीन 6191 6342
खरगोन डॉलर चना 7501 8121
खरगोन तुवर 5000 6571
खरगोन ज्वार 1401 1401

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जायद मूंग की फसल में ऐसे करें झुलसा रोग का नियंत्रण

How to control Blight in Summer moong crop
  • अंगमारी (झुलसा): इस रोग में पत्तियों पर गहरे भूरे धब्बे पड़ जाते हैं। तनें पर बने विक्षत धब्बे लंबे, दबे हुये एवं बैंगनी-काले रंग के होते हैं। ये धब्बे बाद में आपस में मिल जाते हैं और पूरे तने को चारों और से घेर लेते हैं। फलियों पर लाल या भूरे रंग के अनियमित धब्बे दिखाई देते हैं। रोग की गंभीर अवस्था में तना कमजोर होने लगता है।
  • रासायनिक प्रबधन: मैनकोज़ेब 75% WP@ 600 ग्राम/एकड़ या कार्बेन्डाजिम 12% + मैनकोज़ेब 63% @ 300 ग्राम/एकड़ या थायोफिनेट मिथाइल 70% W/W@ 300 ग्राम/एकड़ या क्लोरोथालोनिल 75% WP@ 400 ग्राम/एकड़ की दर से उपयोग करें।
  • जैविक प्रबधन: जैविक उपचार के रूप में ट्रायकोडर्मा विरिडी @ 500 ग्राम/एकड़ या स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस@ 250 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव करें।

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