कपास की बंपर उपज पाने का राज सुनें बड़वानी के स्मार्ट किसान की जुबानी

cotton success story

मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले के अंतर्गत आने वाले गांव हाथोला के किसान दिनेश बरफा ने ग्रामोफ़ोन समृद्धि किट के उपयोग से कपास की फसल से बेहतरीन उत्पादन प्राप्त किया। वीडियो के माध्यम से जानें किसान के खेती के अनुभव उनकी ही जुबानी।

फसल की बुआई के साथ ही अपने खेत को ग्रामोफ़ोन एप के मेरे खेत विकल्प से जोड़ें और पूरे फसल चक्र में पाते रहें स्मार्ट कृषि से जुड़ी सटीक सलाह व समाधान। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने मित्रों संग साझा करें।

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मध्यप्रदेश में इस न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सरकार खरीदेगी मूंग

Government will buy moong in Madhya Pradesh at this MSP

मूंग की खेती करने वाले किसानों के लिए बड़ी खबर आ रही है। मध्यप्रदेश के कृषि मंत्री श्री कमल पटेल ने इस बाबत बताया है कि “केंद्र सरकार ने मूँग की फसल को समर्थन मूल्य पर खरीदने के लिये मध्यप्रदेश सरकार को मंजूरी प्रदान कर दी है।”

श्री पटेल ने कहा कि “हरदा एवं होशंगाबाद के साथ ही पूरे प्रदेश के किसानों के लिए अति प्रसन्नता का दिन है कि अब प्रदेश में भी ग्रीष्मकालीन मूँग की समर्थन मूल्य पर खरीदी प्रारंभ होगी।”

कृषि मंत्री श्री पटेल ने इस दौरान बताया भारत सरकार द्वारा निर्धारित मूँग के न्यूनतम समर्थन मूल्य की भी घोषणा की है। उन्होंने बताया कि भारत सरकार द्वारा इस बार मूँग का समर्थन मूल्य 7 हजार 196 रुपये प्रति क्विंटल निश्चित किया गया है।

स्रोत: किसान समाधान

अपनी फसल की बिक्री के लिए ना हों परेशान, ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार पर घर बैठे भरोसेमंद खरीददारों से करें डायरेक्ट बात और सौदा करें तय।

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यास तूफान के बीच मध्य प्रदेश में है भारी बारिश की संभावना, जानें मौसम पूर्वानुमान

There is possibility of heavy rains in Madhya Pradesh amid Yaas storm

यास तूफान ने बंगाल की खाड़ी में दस्तक दे चुका है और मध्य प्रदेश पर इस तूफ़ान का कैसा रहेगा असर आज के वीडियो में इस बारे में बात की गई है। आइये वीडियो के माध्यम से जानते हैं की अगले कुछ दिनों में मध्य प्रदेश में कैसा रहेगा मौसम।

वीडियो स्रोत: मौसम तक

मौसम सम्बंधित पूर्वानुमानों की जानकारियों के लिए रोजाना ग्रामोफ़ोन एप पर जरूर आएं। नीचे दिए गए शेयर बटन को क्लिक कर इस लेख को अपने मित्रों के साथ भी साझा करें।

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24 मई को मध्य प्रदेश में आलू, लहसुन, प्याज, सोयाबीन के क्या रहे भाव?

Madhya pradesh Mandi bhaw

प्याज के भाव

मंडी

न्यूनतम

अधिकतम

देवास

400

800

धार

1000

1700

हटपिपलिया

600

1000

हरदा

1300

1500

पिपरिया

500

1350

रतलाम

400

1300

सिरोली

400

400

तिमरणी

1000

1000

लहसुन के भाव

मंडी

न्यूनतम

अधिकतम

हरदा

2800

3000

पिपरिया

2800

4600

पिपल्या

2401

6851

आलू के भाव

मंडी

न्यूनतम

अधिकतम

देवास

600

1200

गुना

320

350

हटपिपलिया

1200

1800

हरदा

1000

1200

पोरसा

800

800

तिमरणी

1500

2000

सोयाबीन के भाव

मंडी

न्यूनतम

अधिकतम

अलोट

5500

6666

नीमच

6020

6200

रतलाम

5000

6500

श्योपुरबडोद

6150

6150

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी लहसुन-प्याज जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।

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4 लाख से कम की इन कारों पर मिलेगी 36000 रुपये की बंपर छूट

Bumper discount of Rs 36000 will be given on these cars below 4 lakhs

अगर आप किफायती कार खरीदना चाहते हैं, तो वर्तमान में आपको दो कार कंपनियां सबसे सस्ती कारों पर भारी डिस्काउंट दे रही है। इन कारों में Maruti Suzuki Alto एवं Datsun Redi-Go शामिल हैं।

Maruti Suzuki Alto: अगर आप यह कार खरीदना चाहते हैं तो आपको कुल 36,000 रुपये तक की भारी छूट मिल सकती है। इस कार पर कंपनी 17,000 रुपये का कैश डिस्काउंट और 4000 रुपये का कॉर्पोरेट डिस्काउंट दे रही है। इसके साथ ही पुरानी कार के एक्सचेंज पर 15000 रुपये की बचत भी दे रही है। इस कार की आरंभिक कीमत 299800 रुपये है।

Datsun Redi-Go: इस कार पर ग्राहकों को 35000 रुपये तक की छूट मिल रही है। इस पर कंपनी 20000 रुपये का कैश डिस्काउंट एवं 5000 रुपये का कॉर्पोरेट बोनस दे रही है। साथ ही पुरानी कार के एक्सचेंज पर 15000 रुपये की भी बचत मिल रही है। इस कार की आरंभिक कीमत 3.98 लाख रुपये है।

माता दें की मारुति और डेटसन द्वारा दिए जा रहे ये ऑफर्स सीमित समय के लिए हैं। ये ऑफर्स अलग-अलग राज्यों और डीलरशिप्स पर बदल भी सकते हैं। इसलिए इन कारों की खरीदी से पूर्व कंपनी के आधिकारिक डीलरशिप पर ऑफर से संबंधित पूरी जानकारी जरूर प्राप्त कर लें।

स्रोत: नवभारत टाइम्स

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आपकी जरूरतों से जुड़ी ऐसी ही अन्य महत्वपूर्ण सूचनाओं के लिए प्रतिदिन पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख और अपनी कृषि समस्याओं की तस्वीरें समुदाय सेक्शन में पोस्ट कर प्राप्त करें कृषि विशेषज्ञों की सलाह।

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समुद्री तूफ़ान यास अगले एक हफ्ते तक मचाएगा तांडव, जानें कहाँ कहाँ होगा असर

Cyclonic storm Yaas will show impact for next one week

बंगाल की खाड़ी में आज यानी 24 मई को समुद्री तूफ़ान यास शुरू हो चुका है और यह अगले एक हफ्ते तक देश के कई क्षेत्रों पर असर डालेगा। इस तुफान से जुड़ी अन्य जानकारियों के लिए देखें वीडियो।

वीडियो स्रोत: मौसम तक

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मिर्च की नर्सरी में जरूरी है यह पहला छिड़काव

What are the benefits of first spraying in chilli nursery
  • मिर्च की नर्सरी में बुआई के बाद 10-15 दिनों की अवस्था में छिड़काव करना बहुत आवश्यक होता है।

  • इस छिड़काव के द्वारा पौध गलन और जड़ गलन जैसे रोग मिर्च की फसल में नहीं लगते हैं।

  • मिर्च की नर्सरी की प्रारंभिक अवस्था में लगने वाले कीटों का आसानी से नियंत्रण किया जा सकता है।

  • इस अवस्था में मिर्च की नर्सरी में इन उत्पादों का उपयोग बहुत लाभकारी होता है।

  • नर्सरी की 10-15 दिनों की अवस्था में उपचार: यह अवस्था अंकुरण की प्रारभिक अवस्था है अतः इस अवस्था में दो प्रकार से छिड़काव किया जा सकता है।

  • कीटो के प्रकोप से बचने के लिए थायमेथोक्सम 25% WP@ 10 ग्राम/पंप या बवेरिया @ 5 -10 ग्राम/लीटर की दर से छिड़काव करें एवं किसी भी तरह के कवक जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए थायोफिनेट मिथाइल 70% W/W 30 ग्राम/पंप या ट्राइकोडर्मा + स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस @ 5-10 ग्राम/लीटर नर्सरी की अच्छी बढ़वार के लिए ह्यूमिक एसिड @ 10 ग्राम/पंप की दर से छिड़काव करें।

फसल की बुआई के साथ ही अपने खेत को ग्रामोफ़ोन एप के मेरे खेत विकल्प से जोड़ें और पूरे फसल चक्र में पाते रहें स्मार्ट कृषि से जुड़ी सटीक सलाह व समाधान। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने मित्रों संग साझा करें।

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गर्मियों में खेत से खरपतवार के बीजों को ऐसे करें खत्म

How to destroy weed seeds from the field in summer
  • गर्मियों में फसल ना लगी होने के कारण खेत खाली रहते हैं।

  • यह समय खेत को खरपतवार से मुक्त करने के उपाय का सही समय है।

  • इसके लिए गहरी जुताई करके खेत को समतल कर लें।

  • जब गर्मियों में खेत में गहरी जुताई की जाती है तो तेज़ धुप होने के कारण खरपतवार के बीज़ जो मिट्टी में दबे रहते हैं वह नष्ट हो जाते हैं।

  • इसके अलावा खाली खेत में डीकॉमपोज़र का उपयोग करके खरपतवार के बीजों को नष्ट किया जा सकता है।

  • इस प्रकार अगली फसल को खरपतवार से मुक्त रख कर उगाया जा सकता है।

स्मार्ट कृषि और स्मार्ट कृषि उत्पादों व कृषि मशीनरी से संबंधित नई नई जानकारियों के लिए पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने मित्रों के साथ भी साझा करें।

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आगे बढ़ रहा है समुद्री तूफ़ान यास, जानें किन क्षेत्रों में होगा इसका असर

weather forecast

बंगाल की खाड़ी में आया समुद्री तूफ़ान यास अब आगे बढ़ रहा है। इसके कारण आंध्र प्रदेश उड़ीसा और केरल सहित कर्नाटक में तेज बारिश के आसार हैं। उत्तर पश्चिम भारत का मौसम शुष्क रहेगा। मध्य भारत में भी बारिश बहुत कम रहेगी।

वीडियो स्रोत: स्काइमेट वेदर

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ऐसे करें अपने खाली खेत में पंचगव्य का उपयोग

How to use Panchagavya in an empty field
  • पंचगव्य एक जैविक उत्पाद है। फसलों एवं खाली खेत में इसका उपयोग करने से फसलों एवं मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढ़ती है।

  • पंचगव्य का खाली खेत की मिट्टी में मौजूद हानिकारक कीटों, कवक एवं जीवाणुओं को ख़त्म करने का महत्वपूर्ण कार्य करता है।

  • पंचगव्य मिट्टी सुधारक की तरह कार्य करता है।

  • पंचगव्य की 3 लीटर मात्रा एक एकड़ के लिए पर्याप्त होता है।

  • इसके अलावा पंचगव्य के 3% घोल को फल पेड़-पौधों और फसल पर छिड़काव करके प्रयोग किया जा सकता है। 3 लीटर पंचगव्य एक एकड़ खड़ी फसल के लिए पर्याप्त होता है।

  • पंचगव्य के 3% घोल को सिंचाई के पानी के साथ उपयोग किया जा सकता है।

स्मार्ट कृषि और स्मार्ट कृषि उत्पादों से संबंधित नई नई जानकारियों के लिए पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने मित्रों के साथ भी साझा करें।

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