Soil preparation for sweet corn

  • ग्रीष्मकालीन जुताई करें |
  • तीन वर्षों में एक बार गहरी जुताई करें |
  • 2 -3 बार कल्टीवेटर कर खेत को समतल करें |
  • अंतिम जुताई पर FYM @ 3 -4 टन / एकड प्रयोग करें।
  • इसके बाद 75 सेमी की अंतर पंक्ति के साथ लकीरें और फर्रियां बिछाई जानी  चाहिए हैंं। सभी प्रकार के स्वीट कॉर्न के लिए सीडबेड तैयारी और सीड हैंंडलिंग महत्वपूर्ण हैंं।

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Control of leaf curl disease in tomato

  • पत्तियाँ ऊपर की ओर मुड़ जाती हैंं एवं पत्तियों का आकार छोटा रह जाता हैंं।
  • पौधे में अत्यधिक मात्रा में शाखाएँ निकल आती हैंं एवं वृद्धि रूक जाती हैंं।
  • पुरानी पत्तियाँ मोटी चमड़े जैसी एवं भंगुर हो जाती हैंं।
  • प्रभावित अवस्था में पौधों को उखाड़कर अलग करे।
  • खेत में टमाटर की रोपाई के 2 महीने पहले खेत के चारों तरफ ज्वार, बाजरा एवं मक्के की 5-6 कतार को इस विषाणु को फैलने से रोकने के लिये लगाना चाहिये।
  • वाहक (सफेद मक्खी) को रोकने के लिये डायमेथोएट 30% EC का 300 मि.ली. प्रति एकड़ की दर से 15 दिन के अंतराल से छिड़काव करें।

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Soil preparation for cauliflower

    • 1 से 2 आड़ी खड़ी जुताई मिट्टी पलट हल से करने के बाद 3 से 4 जुताई देसी हल से करते है।
    • अधिक उपज देने के लिए अच्छी प्रजातियों का चुनाव करें।
    • जुताई के समय 20 से 25 टन गोबर की खाद प्रति हेक्टयर की दर से भूमि में मिलाना चाहिये ।  
    • यदि खेत में नेमाटोड का प्रकोप हो तो 10 किलो प्रति एकड़ की दर से कार्बोफ्यूरान कीटनाशक पावडर का छिड़काव करें।

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Selection of seed in moong

  • स्वस्थ,अच्छी गुणवत्ता वाले बीज चुनें।
  • अधिक उपज देने के लिए अच्छी प्रजातियों का चुनाव करें।
  • बीज रोग रहित होना चाहिये।
  • बीज का अंकुरण अच्छा होना चाहिये।
  • किसानों को अंकुरण की अवधि, पोषक तत्वों की आवश्यकता की भी जांच करनी चाहिये।
  • कुछ बीज रोग युक्त होते हैं; उनका उपयोग करने से पहले बीजो को उचित फफूंदी नाशक और कीटनाशक दवाओं से  उपचार करके ही बोना चाहिये।

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Maturity index in muskmelon

  • आमतौर पर फल लगभग 110 दिनों में तैयार हो जाते है |
  • फलो के पकने का समय किस्मो के चुनाव पर भी निर्भर करता है |
  • परिपक्व होने पर फल थोड़ा दबाव या झटका के साथ बेल से आसानी से अलग हो जाता है।
  • इसे फुल स्लिप स्टेज कहा जाता है।
  • खरबूजे की कुछ भारतीय किस्मो में, परिपक्वता के दौरान त्वचा पर हरी धारियां पीली पड़ने लगती हैं।

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How to increase number of flowers in Okra

  • भिन्डी में फूल वाली अवस्था बहुत ही महत्वपूर्ण होती है|
  • बुवाई के 40-45 दिनों बाद भिन्डी की फसल में फूल वाली अवस्था प्रारम्भ होती है|
  • नीचे दिए गए कुछ उत्पादों के द्वारा भिन्डी की फसल में फूलों की संख्या को बढ़ाया जा सकता है|
  • होमोब्रासिनोलॉइड 0.04% डब्लू/डब्लू 100-120 मिली./एकड़ का स्प्रे करें|
  • समुद्री शैवाल का सत् 180-200 मिली. /एकड़ का उपयोग करें|
  • सूक्ष्म पोषक तत्त्व 300 ग्राम/एकड़ का स्प्रे करें|
  • 2 ग्राम /एकड़ जिब्रेलिक एसिड का स्प्रे भी कर सकते है|

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Zinc solubilizing bacteria in snake gourd

ज़िंक घुलनशील बेक्टेरिया प्राकृतिक उपलब्ध लाभकारी बेक्टेरिया हैं जो जमीन में मौजूद अकार्बनिक ज़िंक को कार्बनिक एसीड के जरिये घुलनशील और उपलब्ध रूप में बदलते हैं जिससे पौधों की वृध्दि में मदद मिलती हैं|

  • इसका उपयोग ज़िंक की कमी के कारण होनी वाले रोगों जैसे:- धान का खैरा रोग में और कुछ अन्य फसलों जैसे टमाटर, प्याज, गेहु, भिन्डी आदि में विशेष रूप किया जाता हैं|
  • इससे फसल की उपज एवं गुणवत्ता बढ़ती हैं|
  • हार्मोन्स गतिविधियों को बढ़ाता हैं|
  • पौध एवं जड़ों की वृध्दि को बढ़ाता हैं |
  • प्रकाश संश्लेषण को बढ़ाता हैं |
  • मिट्टी में बेक्टेरिया होने से मिट्टी की उर्वरकता बढ़ाती हैं|

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Pinching in watermelon

  • तरबूज की फसल में लताओं की अतिवृद्धि को रोकने हेतु एवं फलो के अच्छे विकास के लिए तरबूज की लताओं में यह प्रक्रिया अपनाई जाती है |
  • इस प्रक्रिया में जब बेल पर पर्याप्त फल लग जाते है तब लताओं के शीर्ष को तोड़ दिया जाता है | परिणाम स्वरूप लताओं की वानस्पतिक वृद्धि रुक जाती है |
  • शीर्ष को तोड़ने से लताओं की वृद्धि रुक जाती है जिससे फलो के आकर और गुणवत्ता में सुधार होता है |
  • यदि एक बेल पर अधिक फल लगे हो तो, छोटे और कमजोर फलो को हटा दे ताकि मुख्य फल की वृद्धि अच्छी हो सके |
  • अनावश्यक शाखाओं को हटाने से तरबूज को पूरा पोषण प्राप्त होता हे और वह जल्दी बडे होते हें  |

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Boron deficiency symptoms and control in watermelon

  • नई पत्तियों सिकुड़ी हुई होती हैं जो की सामान्य पत्तियों की तुलना में छोटी होती हैं|
  • पत्तियों में पीलापन दिखने लगता हैं जो की सिरों के आस पास ज्यादा होता है|
  • नई पत्तियों के सिरे सूखे हुए दिखाई देते हैं|
  • तने की सतह फटने लगती हैं साथ ही लताओं की लम्बाई कम हो जाती हैं |
  • पौधे का विकास रुक जाता हैं वह बोना रह जाता हैं|
  • बेल का शीर्ष मर जाता हैं और फुल और फलो दोनों की संख्या कम हो जाती हैं |
  • फलो में खोखला पन होना बोरान की कमी का मुख्य लक्षण हैं|
  • खेत में अधिक नमी होने पर या pH अधिक होने पर यह आमतोर पर देखने को मिलती हैं |

नियंत्रण:-

  • बोरॉन युक्त कैल्शियम नाइट्रेट 25 किलो प्रति एकड़ के अनुसार जमीन से दें|
  • फॉस्फोरस घुलनशील बैक्टेरिया 4 किलो प्रति एकड़ के अनुसार दें|
  • बोरॉन 20% @ 200 ग्राम प्रति एकड़ के अनुसार फूल की अवस्था पर दो बार स्प्रे करें|

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Control measures of aphids in Watermelon

  • ग्रसित पौधों को उखाड़कर नष्ट कर देना चाहिये ताकि यह कीट फैलने न पाये।
  • माहू का प्रकोप दिखाई देने पर एसीफेट 75 % एसपी @ 300- 400 ग्राम / एकड़ या इमिडाक्लोप्रिड 17% एस एल @ 100 मिली प्रति एकड या एसीटामाप्रिड 20 % एसपी @ 150 ग्राम  प्रति एकड़ की दर से घोल बनाकर पंद्रह दिन के अंतराल से छिड़काव कर इनका प्रभावी नियंत्रण किया जा सकता है |

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