- पहली सिंचाई बुआई के 20-25 दिन बाद (ताजमूल अवस्था) में करें।
- दूसरी सिंचाई बुआई के 40-50 दिन पर (कल्ले निकलते समय) करें।
- तीसरी सिंचाई बुआई के 60-65 दिन पर (गांठ बनते समय) करें।
- चौथी सिंचाई बुआई के 80-85 दिन पर (पुष्प अवस्था) करें।
- पांचवी सिंचाई बुआई के 100-105 दिन पर (दुग्ध अवस्था) करें।
- छठीं सिंचाई बुआई के 115-120 दिन पर (दाना भरते समय)करें।
- तीन सिंचाई होने की स्थिति में ताजमूल अवस्था, बाली निकलने के पूर्व और दुग्ध अवस्था पर सिंचाई करें।