साल 2023 में बाजरा की खेती करने वाले किसानों को होगा लाभ, पढ़ें पूरी जानकारी

आज पूरा विश्व खाद्य संकट की समस्या से जूझ रहा है। इसके समाधान के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाजरा की खेती करने का सुझाव दिया है। कई पोषक तत्वों और गुणों से भरपूर बाजरा, दुनियाभर के कई हिस्सों में हजारों सालों से उगाया जा रहा है। बाजरा के महत्व को देखते हुए प्रधानमंत्री ने इसे ‘सुपरफूड’ की उपाधि दी है। जिसके तहत साल 2023 में यूएन इंटरनैशनल ईयर ऑफ मिलेट्स के तौर पर मनाए जाने की घोषणा की गई है, ताकि ज्यादा से ज्यादा किसान बाजरा के गुणों से जागरुक होकर इसकी खेती को अपनाएं। 

सुपरफूड की खूबियां

विशेषज्ञों के अनुसार बाजरा ग्लूटेन फ्री होता है, जो एनर्जी का बढ़िया स्रोत है। इसके सेवन से मधुमेह नियंत्रित रहता है और कोलेस्ट्रॉल लेवल में सुधार होता है। साथ ही ये दिल की बीमारियों के खिलाफ लड़ने में मदद करता है। इसके अलावा ये कैल्शियम, ज़िंक और आयरन की कमी को दूर करता है। इन सभी खूबियों के चलते इसे सुपरफूड की उपाधि दी गई है।

भारत में बाजरे का उत्पादन

दुनियाभर के 131 देशों में बाजरे की खेती की जाती है। वहीं एशिया और अफ्रीका में लगभग 60 करोड़ से ज्यादा आबादी का यह एक पारंपरिक भोजन है। भारत की बात करें तो यहां हर साल 170 लाख टन से ज्यादा बाजरे की खेती की जाती है, जो पूरे एशिया में उगाए जाने वाले बाजरे का 80% हिस्सा है।

स्रोत: आज तक

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