खेती में हुआ नुकसान तो सरकार करेगी 3 साल तक भुगतान

कृषि में रासायनिक उर्वरकों के लगातार प्रयोग से मृदा स्वास्थ्य एवं उपज की गुणवत्ता गिरती जा रही है। इसके अलावा रासायनिक उर्वरकों के अत्यधिक उपयोग से पर्यावरण पर भी बुरा असर पड़ रहा है। ऐसे में इन समस्याओं का एकमात्र उपाय प्राकृतिक खेती है। इसे अपनाकर रासायनिक खाद से हो रहे नुकसान से बचा जा सकता है। इसलिए सरकार देशभर में प्राकृतिक खेती या जैविक खेती को बढ़ावा दे रही है। इसके साथ ही केंद्र और राज्य सरकारें किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए कई योजनाएं भी चला रही हैं।

हालाकि सरकार के प्रयासों के बावजूद भी किसान प्राकृतिक खेती करने से झिझक रहे हैं। किसानों को डर है कि इस पद्धति को अपनाने से उत्पादन में कमी आएगी और उन्हें नुकसान होगा। इसके साथ ही जैविक उत्पाद बेचने के लिए बाजार भी उपलब्ध नहीं होंगे। किसान भाईयों की इन्हीं आशंकाओं को खत्म करने के लिए हरियाणा सरकार एक योजना लेकर आई है। इसके तहत राज्य के किसानों को प्राकृतिक खेती की फायदें गिनाए जा रहे हैं। इतना ही नहीं अगर प्राकृतिक खेती से किसानों की पैदावार को नुकसान पहुंचता है, तो सरकार द्वारा 3 सालों तक इसकी भरपाई की जाएगी।

बता दें कि हरियाणा सरकार ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के बजट में प्राकृतिक खेती को महत्व दिया है। इसके लिए सरकार ने इस बार 32 करोड़ रुपए के बजट प्रावधान की घोषणा की है। जिसकी मदद से प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों की आर्थिक तौर पर मदद की जाएगी। वहीं अगर पैदावार में किसी भी तरह का नुकसान होता है, तो सरकार 3 साल तक इसकी भरपाई करेगी।

स्रोत: ट्रैक्टर जंगशन

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