जानिए, मूंग की खेती में बीज उपचार करने के फायदे!

  • रबी फसलों की कटाई के बाद जायद मौसम में किसान भाई अपने खेत को खाली छोड़ने के बजाय मूंग फसल बुवाई कर अतिरिक्त आय प्राप्त कर सकते है। 

  • बुवाई के पहले बीज उपचार करने से बीज जनित तथा मृदा जनित बीमारियों को आसानी से नियंत्रित कर फसल अंकुरण को बढ़ाया जा सकता है।

  • बीज उपचार करने से बीजो में एक समान अंकुरण देखने को मिलता है l 

  • बीज उपचार के तौर पर करमानोवा (कार्बेन्डाजिम 12% + मैंकोजेब 63% डब्ल्यूपी) @ 2.5 ग्राम/किलो बीज की दर से उपयोग करें।

  • इसके जैविक उपचार के लिए राइजोकेयर (ट्रायकोडर्मा विरिडी) @ 5-10 ग्राम/किलो बीज या मोनास कर्ब (स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस) @ 5-10 ग्राम/किलो बीज की दर से बीज उपचार करें।

  • कीट प्रकोप से बचाव के लिए रेनो (थायोमेथोक्साम एफएस) @ 4 मिली/किलोग्राम बीज की दर से उपयोग करें l 

  • अंत में बीज को विशेष जैव वाटिका -आर (राइजोबियम कल्चर) @ 5 ग्राम प्रति किलो बीज की दर से बीज उपचार कर बुवाई करें।

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