कद्दू वर्गीय फसलों में कुकुम्बर मोज़ेक विषाणु जनित रोगों का प्रबंधन

  • कद्दू वर्गीय फसलों में मोज़ेक विषाणु जनित रोग आम तौर पर सफेद मक्खी तथा एफिड से फैलता है।

  • इस रोग में सामान्यतः पत्तियों पर अनियमित हल्की व गहरी हरी एवं पीली धारियां या धब्बे दिखाई देते हैं।

  • पत्तियों में घुमाव, अवरुद्ध, सिकुड़न एवं पत्तियों की शिराएं गहरी हरी या पीली हल्की हो जाती हैं।

  • पौधा छोटा रह जाता है और फल फूल कम लगते है या झड़ कर गिर जाते हैं।

  • संक्रमित फल अक्सर विकृत और फीके पड़ जाते हैं, छोटे रह जाते हैं और गंभीर रूप से संक्रमित होने पर नगण्य मात्रा में बीज पैदा करते हैं।

  • इस रोग से बचाव के लिए सफेद मक्खी और एफिड को नियंत्रित करना चाहिए।

  • इस प्रकार के कीटों से फसल की रक्षा हेतु 10-15 दिन के अंतराल पर एसिटामिप्रीड 20% SP @ 100 ग्राम या एसीफेट 75% SP @ 300 ग्राम या बायफैनथ्रिन 10% EC @ 300 मिली या डायफैनथीयुरॉन 50% WP @ 250 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव करें।

  • जैविक नियंत्रण के लिए मेट्राजियम @ 1 किलो/एकड़ या बवेरिया बेसियाना 250 ग्राम एकड़ की दर से छिड़काव करें।

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