मूंग की फसल में बुवाई के समय जरूरी है उर्वरक प्रबंधन

  • मूंग की फसल में होने वाले मिट्टी जनित कीटों नियंत्रण लिए बुवाई के पहले 50- 100 किलो FYM के साथ मेट्राजियम कल्चर को मिलाकर खाली खेत में बिखेर दें। इससे मिट्टी में उपस्थित कीटों के नियंत्रण में सहायता मिलती है।

  • इसके अलावा दूसरे आवश्यक तत्व, जो मूंग की बुवाई के समय अच्छे अंकुरण के लिए बहुत आवश्यक होते है वे सभी पोषक तत्व मिट्टी उपचार के रूप में मूंग की बुवाई के समय दिए जाते हैं।

  • इसके अंतर्गत DAP @ 40 किलो/एकड़ + MOP @ 20 किलो/एकड़ + ज़िंक सल्फेट @ 5 किलो की दर से मिट्टी में मिलाकर बुवाई से पहले खाली खेत में भुरकाव करें।

  • इसके साथ ही ‘मूंग समृद्धि किट’ का भी उपयोग कर सकते हैं जो आपकी फसल का सुरक्षा कवच बनेगा। इस किट में आपको बहुत कुछ एक साथ मिलेगा, जिसकी जरुरत मूंग की फसल को होती है।

  • इस किट में कई लाभकारी उत्पाद संलग्न हैं। इन उत्पादों में पीके बैक्टीरिया का कंसोर्टिया, राइज़ोबियम बैक्टीरिया, ट्राइकोडर्मा विरिडी, ह्यूमिक एसिड, समुद्री शैवाल, अमीनो एसिड एवं मायकोराइज़ा शामिल हैं।

  • इन सभी उत्पादों को मिट्टी या गोबर की खाद में मिलाकर बुवाई के पूर्व खेत में बिखेर दें।

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