ग्लोवल वार्मिंग और अन्य कई वजहों से पर्यावरण में परिवर्तन देखने को मिल रहे हैं जिससे कई क्षेत्रों में बेहद कम बारिश हो रही है। इससे किसान धान जैसी बहुत ज्यादा पानी की जरूरत वाली फसलों की खेती नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में हरियाणा सरकार की तरफ से एक बड़ा कदम उठाया गया है जिससे किसान खुश हैं।
क्षेत्र में जल का स्तर अत्यधिक गिर जाने की वजह से हरियाणा राज्य की सरकार किसानों के बीज वैकल्पिक खेती को प्रोत्साहित कर रही है। सरकार अब धान की सीधी बिजाई के साथ साथ दूसरे वैकल्पिक फसलों को प्रोत्साहित किया है और इसके लिए अलग-अलग रेट पर सब्सिडी की घोषणा की है।
सरकार धान की जगह दाल, तिलहन, सब्जियां, बागवानी, कपास, मक्का और सफेदा की खेती के लिए किसानों को प्रोत्साहित कर रही है। इस खेती के लिए किसानों को प्रति एकड़ 7000 रुपये की सब्सिडी दी जा रही है। गौरतलब है की जो किसान धान की जगह खेतों में कुछ नहीं उगाते हैं उन्हें इस सब्सिडी का लाभ मिलेगा।
स्रोत: कृषि जागरण
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