देश में खेती किसानी के बाद पशुपालन आय का एक प्रमुख साधन है। यही कारण है कि वर्तमान समय में हमारा देश दुग्ध उत्पादन में सबसे आगे है। इस श्वेत क्रांति को और आगे बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा कई योजनाएं चलाई जा रही हैं, ताकि लोगों को पशुपालन करने के लिए आर्थिक मदद मिले और दुग्ध उत्पादन में बढ़ोतरी हो सके। इस लेख के माध्यम से पशुपालन से जुड़ी ऐसी 4 विशेष योजनाओं के बारे में जानें, जो पशुपालन और दुग्ध उत्पादन के लिए मील का पत्थर साबित हुई हैं।
1. पशुधन बीमा योजना:
देश में यह योजना पशुपालन कर रहे किसानों और अन्य पशुपालकों के लिए चलाई जा रही है। इस योजना के तहत पशुओं का बीमा कराया जाता है। अगर किसी कारण पशु की मौत हो जाए तो ऐसे में बीमा होने के चलते उनके पालक को मुश्त राशि उपलब्ध कराई जाती है।
2. चारा योजना:
पशुपालन, डेयरी और मत्स्यपालन विभाग की ओर से चारा विकास योजना चलाई जा रही है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य पशुओं के भोजन के लिए चारे का अधिक उत्पादन करना है। जिसके लिए केंद्र सरकार अन्य राज्यों की मदद करता है।
3. डेयरी उद्यमिता योजना:
इस योजना के तहत किसानों को डेयरी स्थापित करने के लिए 25% तक सब्सिडी दी जाती है। वहीं अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्गीय किसानों को 33% तक सब्सिडी उपलब्ध कराई जाती है।
4. राष्ट्रीय डेयरी योजना:
राष्ट्रीय डेयरी योजना को 18 राज्यों में चलाया जा रहा है, जिसका मुख्य उद्देश्य दुधारु पशुओं की संख्या में वृद्धि करने के साथ बाजार में बढ़ रही इनकी मांग को पूरा करना है।
स्रोत: कृषि जागरण
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