प्याज की फसल नुकसान पहुंचाएगा थ्रिप्स, ऐसे करें नियंत्रण

  • थ्रिप्स छोटे एवं कोमल शरीर वाले कीट होते हैं, यह पत्तियों की ऊपरी सतह एवं अधिक संख्या में पत्तियों की निचली सतह पर पाए जाते हैं।

  • अपने तेज मुखपत्र से ये पत्तियों का रस चूसते हैं। इनके प्रकोप के कारण पत्तियां किनारों पर भूरी हो जाती हैं।

  • प्रभावित पौधे की पत्तियां सूखी एवं मुरझाई हुई दिखाई देती हैं, या पत्तियां विकृत हो जाती होकर ऊपर की ओर मुड़ जाती हैं। यह कीट प्याज की फसल में जलेबी रोग का कारक है।

  • थ्रिप्स के नियंत्रण के लिए रसायनों को अदला बदली करके ही उपयोग करना आवश्यक है।

नियंत्रण के उपाय 

  • जैविक नियंत्रण के लिए, ब्रिगेड बी (बवेरिया बेसियाना 1.15% डब्ल्यूपी) @ 1 किग्रा/एकड़, 150 -200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।

इस कीट के नियंत्रण के लिए, नोवालक्सम (थियामेथोक्सम 12.6% + लैम्ब्डा साइहलोथ्रिन 9.5% जेडसी) @ 60 मिली या जम्प (फिप्रोनिल 80% डब्ल्यूजी) @ 30 ग्राम+ सिलिकोमैक्स @ 50 मिली + नोवामैक्स (जिबरेलिक एसिड 0.001%) @ 300 मिली, प्रति एकड़ 150 से 200 लीटर पानी के हिसाब से  छिड़काव करें।

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