रजनीगंधा के फूलों से कमाएं लाखों रूपए, जानें खेती का सही तरीका

देश में त्यौहारों का सीज़न शुरू हो गया है। इस दौरान लोग पूजा और सजावट के लिए बड़ी मात्रा में फूलों की खरीदी करते हैं। इसके अलावा फूलों का उपयोग तेल, अगरबत्ती, गुलदस्ता, माला एवं इत्र बनाने में भी किया जाता है। दूसरी ओर उद्योगिक क्षेत्र में भी इनका प्रयोग साबुन, कॉस्मेटिक और यहां तक कि हर्बल प्रॉडक्ट्स और औषधी के रूप में भी किया जाता है।

ऐसे में किसान बागवानी करके लाखों रूपए की कमाई कर सकते हैं। गेंदा, गुलाब, गुड़हल, चंपा और कमल जैसे फूलों का बाजार तो काफी सीमित है, लेकिन रजनीगंधा के फूलों का व्यवसाय सालभर होता है। बाजारों में भी हमेशा इनकी मांंग बनी रहती हैं। ऐसे में रजनीगंधा फूलों की खेती करना ज्यादा फायदे का सौदा है।

ऐसे करें रजनीगंधा फूलों की खेती

महकते फूलों की बढ़िया उपज पाने के लिए खुली जगह और सूरज के प्रकाश वाली जगह चुनें। इसकी फसल की सिंचाई के लिए अधिक खर्चा नहीं आता है, साथ ही कम देखभाल की जरूरत होती है। खेती के 10 से 12 दिन के बीच सिंचाई और महीने में एक बार निराई-गुड़ाई के बाद खेत फूलों से भर जाता है। बता दें कि इसकी खेती से पहले जलवायु व मिट्टी को समझना बहुत जरूरी है, ताकि उसी हिसाब से फसल को खाद पानी दी जा सके। पहाड़ी इलाकों में इसकी खेती जून से लेकर जुलाई तक होती है, वहीं मैदानी इलाकों में सिंतबर के महीने में इसकी खेती होती है।

स्रोत: एबीपी

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