किसान कृषि के साथ साथ पशुपालन के कार्य भी करते हैं। हालाकि सूखा, बाढ़ एवं रोगों के चलते पशुओं की मृत्यू होने पर पशुपालकों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है। ऐसे में पशुपालकों की चिंता निवारण के लिए मध्यप्रदेश सरकार ‘पशुधन बीमा योजना’ चला रही है। जिसे पशुपालकों के लिए सुरक्षा कवच माना जाता है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य पशुपालकों के पशुओं की मृत्यु से होने वाली हानि की भरपाई करना है।
यह योजना प्रदेश के हर जिले में लागू की गई है। इसके तहत लाभार्थी के अधिकतम 5 पशुओं का बीमा प्रीमियन अनुदान पर किया जाता है। इसमें दुधारू पशुओं समेत अन्य पशु जैसे घोड़ा, गधा, खरगोश, सूअर एवं नर गौ-भैंस वंश आदि शामिल हैं। योजना के अंतर्गत अब तक 48 हजार से ज्यादा पशुओं का बीमा कराया जा चुका है।
इस योजना में अनुसूचित जाति, जनजाति एवं गरीबी रेखा से नीचे वाले लोगों को 70% अनुदान पर बीमा देने का प्रावधान है। इसमें अनुदान का 40% केंद्र और 30% हिस्सा राज्य का होता है। इसके अलावा सामान्य वर्ग के लाभार्थियों को 50% अनुदान पर प्रीमियम बीमा किया जाता है। इस अनुदान में केंद्र और राज्य दोनों का बराबर से हिस्सा शामिल है। आप भी इस योजना से जुड़कर अपने पशुओं का बीमा करवा सकते हैं।
स्रोत: टीवी 9
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