मोती की खेती कर देगी मालामाल, लागत से ज्यादा होगा मुनाफ़ा

आजकल बहुत सारे किसान अपनी कृषि में नवाचार ला कर अपनी आमदनी को बढ़ाने का काम कर रहे हैं। मध्यप्रदेश के खंडवा जिले के एक किसान ने भी अपनी खेती में नवाचार ला कर बढियाँ मुनाफ़ा प्राप्त किया है। ये किसान हैं खंडवा जिले के सुरेंद्रपालसिंह सोलंकी जिन्होंने मोती की खेती कर के जबरदस्त मुनाफ़ा कमाया है।

बता दें की प्राकृतिक मोती के उत्पादन हेतु मोती की खेती की जाती है। इसकी खेती तालाब में होती है और इसके लिए लगभग दस गुना दस साइज के तालाब की जरुरत पड़ती है। इसकी खेती के लिए सीपियों को एकत्रित कर के हर सीपी में छोटी-सी शैली क्रिया किया जाता है। इसके बाद इनके अंदर 4 से 6 मीटर व्यास वाले साधारण या फिर डिजाइन वाले बीड जैसे गणेश, बुध, पुष्पक आकृति डाले जाते हैं और फिर सीपी बंद कर दिया जाता है।

इसके बाद सीपियों को नायलान बैग के अंदर 10 दिनों तक एंटीबायोटिक व प्राकृतिक चारे पर रखा जाता है साथ ही रोजाना इनका निरीक्षण भी किया जाता है। तालाब में डालने से पहले मोतियों को नायलॉन बैग में रखकर बाँस या फिर पीवीसी पाइप की मदद से लटकाया जाता है फिर तालाब में एक मीटर तक की गहराई में इसे छोड़ा जाता है।

इसके अंदर से निकलने वाला पदार्थ सीपी के चारों तरफ जमना शुरू हो जाता है और आखिर में मोती के रूप में आकार ले लेता है। इसकी खेती के लिए तालाब तैयार करने में 10 से 12 हजार रूपए का खर्च आता है और तालाब से प्राप्त हर प्रत्येक मोती की बाजार में कीमत 10 से 25 रूपये तक की रहती है।

स्रोत: कृषि जागरण

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