भिंडी की इन उन्नत किस्मों की खेती से किसानों को होगा अच्छा मुनाफ़ा

किसान भाई अक्सर कम लागत में ज्यादा मुनाफ़ा देने वाली फ़सलों की खेती पर जोर देते हैं। ऐसी फ़सलों में सब्जियों वाली फसल ज्यादा होती है। सब्जी वाली फ़सलों में खासकर के भिंडी की फसल उगाकर कम लागत में लाखों की कमाई की जा सकती है। भिंडी की फसल से अच्छा उत्पादन प्राप्त करने के लिए इसकी उन्नत किस्म के बीजों का चयन सबसे महत्वपूर्ण होता है। आज के इस लेख में आप भिंडी की कुछ उन्नत किस्मों से जुड़ी जानकारी प्राप्त करेंगे जो आपको चुनाव करने में बहुत मदद करेंगे।

  1. गोल्डन मोना 002: भिंडी की यह एक उन्नत हाइब्रिड किस्म है। इनके पौधे खड़ी अवस्था में होते हैं, पत्ते मध्यम कटे हुए होते हैं तथा इंटरनोड छोटे होते हैं। इस किस्म की शाखाएं 2 से 4 होती है एवं बुआई के 45 से 51 दिनों में फलों की पहली तुड़ाई की जा सकती है। इस किस्म के फलों का आकार 5 लकीरों के साथ 12 से 14 सेमी होता है तथा व्यास 1.5 से 1.8 सेमी होता है। इस किस्म में अच्छी शेल्फ लाइफ के साथ गहरे हरे रंग के कोमल फल होते जिनका वज़न 12 से 15 ग्राम होता है। यह किस्म लीफ कर्ल वायरस एवं पित्त शिरा वायरस की प्रतिरोधी होती है।

  2. 2. गोल्डन राधिका: यह भिड़ी की एक संकर किस्म है जिसमे पौधे मध्यम आकार के होते हैं तथा इनमें शाखाएं 2 से 4 होती हैं। इस किस्म में 45 से 50 दिनों में फलों की पहली तुड़ाई ली जा सकती है। इनके फलों का रंग गहरा हरा और वज़न 12 से 15 ग्राम होता है। 

  3. गोल्डन वीनस प्लस: भिड़ी की इस हाइब्रिड किस्म में पौधे मध्यम लंबे तथा सीधे आकार के होते हैं। इनके पत्ते कटे हुए होते हैं तथा इंटर्नोड छोटे होते हैं। इनमें शाखाएं 2 से 4 होती हैं और इस किस्म में 45 से 47 दिनों में फलों की पहली तुड़ाई ली जा सकती है। इनके फलों का रंग गहरा हरा और वज़न 12 से 14 ग्राम होता है। यह लीफ कर्ल वायरस एवं पित्त शिरा वायरस  की प्रतिरोधी किस्म है।

  4. ह्यवेज सोना: भिंडी की इस किस्म में पौधे मध्यम भारी होते हैं जिनमे 2 से 4 शाखाएं होती हैं। इसकी पहली तुड़ाई बुआई के 45 से 48 दिन बाद की जा सकती है और इसमें फलों का आकार 12 से 16 सेमी तथा वज़न 12.5 से 25 ग्राम तक रहता है। इस किस्म के फल गहरे हरे रंग के होते हैं तथा यह किस्म लीफ कर्ल वायरस की प्रतिरोधी भी है। 

  5. कुमार बायो सीड्स KOH 339: भिंडी की यह एक उन्नत हाइब्रिड किस्म है। इनके पौधे खड़ी अवस्था में होते हैं, पत्ते मध्यम कटे हुए होते हैं तथा इंटरनोड छोटे होते हैं। इस किस्म की शाखाएं 2 से 4 होती है एवं बुआई के 45 से 51 दिनों में फलों की पहली तुड़ाई की जा सकती है। इस किस्म में अच्छी शेल्फ लाइफ के साथ गहरे हरे रंग के कोमल फल होते जिनका वज़न 12 से 15 ग्राम होता है। यह किस्म लीफ कर्ल वायरस एवं पित्त शिरा वायरस की प्रतिरोधी होती है।

  6. महिको NO-10: भिंडी की यह एक उन्नत हाइब्रिड किस्म है। इनके पौधे खड़ी अवस्था वाले, पत्ते मध्यम कटे हुए तथा इंटरनोड छोटे होते हैं। इस किस्म की शाखाएं 2 से 4 होती है एवं बुआई के 47 से 49 दिनों में फलों की पहली तुड़ाई की जा सकती है। इस किस्म के फलों का वज़न 12 से 15 ग्राम होता है। इस किस्म के फल गहरे हरे से चमकदार गहरे हरे रंग के तथा प्राकृतिक कोमलता के साथ होते हैं। इसकी उपज उच्च होती है तथा यह ताजा और निर्यात बाजार दोनों के लिए सबसे उपयुक्त है।

  7. नुनहेम्स  सिंघम: भिंडी की इस उन्नत किस्म में पौधे मध्यम भारी होते हैं तथा इनमें शाखाएं 2 से 4 होती हैं। इस किस्म में बुआई के 45 से 48 दिनों में फलों की पहली तुड़ाई की जा सकती है। इस किस्म के फलों का आकार 12 से 16 सेमी होता है तथा वज़न 12.5 से 25 ग्राम होता है। इस किस्म के फल आकर्षक गहरे हरे रंग के होते हैं तथा इसकी उपज उच्च होती है।

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