-
मैगट अपने अंडे नमीयुक्त स्थान पर मिट्टी में देती हैं। जैसे ही मिट्टी का तापमान बढ़ता है, अंडों से मैगट बाहर निकल आते हैं।
-
इस अवस्था द्वारा फसल में अधिक नुकसान पहुंचाया जाता है। ये अंकुरित बीज या नए पौधों पर अधिक हमला करते हैं।
-
मैगट बीज में छेद कर अंदर प्रवेश कर उसको नष्ट कर देते हैं, या नए पौधों को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे पौधा मुरझाने लगता है तथा अंत में सूख कर मर जाता है।
-
यह पीले से सफेद रंग के दिखाई देते हैं जिनमे पैर नहीं पाए जाते हैं।
-
इसके प्रबंधन के लिए लाइट ट्रैप का उपयोग करना चाहिए।
-
रासायनिक नियंत्रण के लिए कार्टाप हाइड्रोक्लोराइड 75% एस.जी. @ 7.5 किलो या फोरेट 10% CG @ 5 किलो प्रति एकड़ मिट्टी में डालें।
-
क्लोरपायरीफोस 20% EC @ 1 लीटर या फेनप्रोपथ्रिन 10% ईसी @ 500 मिली प्रति एकड़ की दर से ड्रेंचिंग करें।
-
जैविक नियंत्रण के लिए बेवेरिया बेसियाना 2 किलो प्रति एकड़ का उपयोग करें।
Shareस्मार्ट कृषि एवं उन्नत कृषि उत्पादों से सम्बंधित ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए रोजाना पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। उन्नत कृषि उत्पादों व यंत्रों की खरीदी के लिए ग्रामोफ़ोन के बाजार विकल्प पर जाना ना भूलें।