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सफ़ेद ग्रब सफेद रंग का कीट हैं जो खेत में सुप्तावस्था में ग्रब के रूप में रहता है।
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आमतौर पर प्रारंभिक रूप में ये जड़ों में नुकसान पहुंचाते हैं।
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सफेद ग्रब के प्रकोप के लक्षण कपास के पौधे पर देखे जा सकते हैं, जैसे कि कपास के पौधे का एकदम से मुरझा जाना, पौधे की बढ़वार रूक जाना और बाद में पौधे का मर जाना इसका मुख्य लक्षण है।
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इस इस कीट का नियंत्रण जून माह में और जुलाई के शुरुआती सप्ताह में कर लेना चाहिए। इसके लिए मेट्राजियम (kalichakra) 2 किलो + 50-75 किलो FYM/कम्पोस्ट के साथ मिलाकर प्रति एकड़ की दर से खाली खेत में भुरकाव करें।
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लेकिन यदि कपास की फसल की प्रारम्भिक अवस्था में भी इस कीट का प्रकोप दिखाई दे रहा हो तो सफेद ग्रब के नियंत्रण के लिए रासायनिक उपचार भी किया जा सकता है।
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इसके लिए फेनप्रोप्रेथ्रिन 10% EC @ 500 मिली/एकड़, क्लोथियानिडिन 50.00% WG @ (डोन्टोटसु) 100 ग्राम/एकड़ को मिट्टी में मिला कर उपयोग करें।
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