करेले की फसल में बुआई के 10-15 दिनों में फसल प्रबंधन है जरूरी

  • करेले की फसल की इस अवस्था में कीट प्रकोप, कवक रोगों का प्रकोप एवं वृद्धि तथा विकास से संबंधित समस्या आती है।

  • इन सभी समस्या के निवारण के लिए करेले की फसल में 10-15 दिनों में फसल प्रबंधन करना बहुत आवश्यक है।

  • कीट प्रकोप को नियंत्रित करने के लिए एसिटामिप्रिड 20% SP @ 100 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव करें।

  • जैविक नियंत्रण के रूप में बवेरिया बेसियाना@ 250 ग्राम/एकड़ की दर से उपयोग करें।

  • कार्बेन्डाजिम 12% + मैंकोजेब 63% @ 300 ग्राम/एकड़ की दर से कवक रोगों के नियंत्रण के लिए छिड़काव करें।

  • कवक रोगों के जैविक नियंत्रण के रूप में स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस@ 250 ग्राम/एकड़ की दर से उपयोग करें।

  • अच्छी फसल वृद्धि एवं विकास के लिए विगरमैक्स जेल @ 400 ग्राम/एकड़ + 19:19:19 @ 1 किलो/एकड़ की दर से छिड़काव के रूप में उपयोग करें।

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