मूंग की फसल में पिस्सू भृंग का प्रकोप एवं नियंत्रण के उपाय

Control of Flea beetles in Moong crop

लक्षण: मूंग की फसल की 20-35 दिन की अवस्था में ही पिस्सू भृंग के प्रौढ़ रूप पत्तों को काट कर उसमें छेद बनाते हैं जिससे 30 से 40 प्रतिशत पत्ते क्षतिग्रस्त हो जाते हैं। प्रकोप होने की स्थिति मे, पत्ते छन्नी जैसे दिखते हैं। इससे पौधे की बढ़वार प्रभावित होने के साथ, कई बार पौधा सूख भी जाता है। प्रौढ़ कीट छोटे शरीर वाले, लाल भूरे धारीदार होते हैं और रात्रि के समय हमला करते हैं। यह मात्र स्पर्श से उड़ जाता है जबकि इस कीट की इल्ली फसल की जड़ एवं तने को खाकर फसल को हानि पंहुचाते हैं।

नियंत्रण: इसके नियंत्रण के लिए सेलक्वीन (क्विनालफॉस 25% ईसी) 25% डब्ल्यू/डब्ल्यू को 250 मिली लीटर/एकड़ 200 लीटर पानी में मिला कर छिड़काव करें। 

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कई राज्यों में भीषण गर्मी पड़ने के आसार, देखें मौसम पूर्वानुमान

know the weather forecast,

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से लेकर देशभर में सूरज आग उगल रहा है। देश के कई राज्यों में पारा 40 के पार बना हुआ है। गर्मी और लू ने लोगों का हाल बेहाल कर रखा है और अप्रैल के महीने में ही ऐसा लगने लगा है कि जून-जुलाई जैसी गर्मी पड़ रही है। आने वाले दिनों में गर्मी के बढ़ने की संभावना जताई गई है।

स्रोत: दैनिक जागरण

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मध्य प्रदेश की प्रमुख मंडियों में गेहूँ भाव में दिखी कितनी तेजी?

wheat mandi bhaw

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं गेहूँ के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

मध्य प्रदेश की मंडियों में गेहूँ के ताजा मंडी भाव
जिला कृषि उपज मंडी किस्म न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)
शाजापुर आगर स्थानीय 2301 2701
मुरैना अम्बाहा स्थानीय 2200 2200
गुना एरन स्थानीय 2551 2551
छतरपुर बड़ामलहेड़ा मिल गुणवत्ता 2210 2210
धार बदनावर स्थानीय 2380 2380
खरगोन बड़वाह स्थानीय 2380 2500
रायसेन बरेली मिल गुणवत्ता 2200 2250
ग्वालियर भितरवार स्थानीय 2240 2270
मंडला बिछिया मिल गुणवत्ता 2000 2000
छतरपुर बिजावर मिल गुणवत्ता 2275 2275
रीवा चाकघाट मिल गुणवत्ता 2276 2280
छतरपुर छतरपुर मिल गुणवत्ता 2270 2280
ग्वालियर डाबरा अन्य 2400 2420
दतिया दतिया मिल गुणवत्ता 2260 2295
दतिया दतिया स्थानीय 2250 2300
धार धार लोकवन 2300 2480
धार धार मिल गुणवत्ता 2350 2662
इंदौर गौतमपुरा स्थानीय 2310 2400
भिंड गोहाद मिल गुणवत्ता 2250 2250
भिंड गोहाद स्थानीय 2200 2200
गुना गुना स्थानीय 2670 2760
हरदा हरदा मिल गुणवत्ता 2400 2400
खंडवा हरसूद स्थानीय 2200 2200
इंदौर इंदौर मिल गुणवत्ता 2320 2525
सीहोर जावर स्थानीय 2235 2235
झाबुआ झाबुआ स्थानीय 2341 2432
शिवपुरी करेरा स्थानीय 2200 2260
शिवपुरी करेरा अन्य 2220 2225
कटनी कटनी मिल गुणवत्ता 2225 2245
कटनी कटनी स्थानीय 2280 2280
शिवपुरी खनियाधाना मिल गुणवत्ता 2185 2235
टीकमगढ़ खरगापुर मिल गुणवत्ता 2275 2275
खरगोन खरगोन स्थानीय 2500 2600
देवास खातेगांव स्थानीय 2330 2330
शिवपुरी कोलारस स्थानीय 2300 2325
धार कुक्षी लोकवन 2475 2475
धार कुक्षी मिल गुणवत्ता 2425 2425
छतरपुर लवकुशनगर(लौंदी) मिल गुणवत्ता 2415 2415
छतरपुर लवकुशनगर(लौंदी) स्थानीय 2420 2420
नीमच मनसा लोकवन 2570 2570
मंडला मंडला मिल गुणवत्ता 2100 2105
मंडला मंडला स्थानीय 2200 2200
भिंड मेहगांव मिल गुणवत्ता 2200 2200
बालाघाट मोहगांव स्थानीय 2275 2275
भिंड महू मिल गुणवत्ता 2140 2150
रायसेन ओबेदुल्लागंज मिल गुणवत्ता 2281 2281
मन्दसौर पिपल्या मिल गुणवत्ता 2513 2525
रीवा रीवा स्थानीय 2190 2200
सागर सागर स्थानीय 2100 2200
सतना सतना स्थानीय 2155 2200
सीहोर सीहोर मिल गुणवत्ता 2470 2470
बड़वानी सेंधवा लोकवन 2750 2750
सिवनी सिवनी स्थानीय 2220 2220
दतिया सेवड़ा मिल गुणवत्ता 2238 2250
सागर शाहगढ़ मिल गुणवत्ता 2250 2250
सीधी सीधी मिल गुणवत्ता 20 2280
झाबुआ थांदला मिल गुणवत्ता 2500 2550
झाबुआ थांदला स्थानीय 2300 2350
उज्जैन उज्जैन स्थानीय 1900 1900
उमरिया उमरिया स्थानीय 2100 2100
उज्जैन उन्हेल स्थानीय 2315 2315
विदिशा विदिशा लोकवन 2200 2200
श्योपुर विजयपुर स्थानीय 2235 2235

स्रोत: एगमार्कनेट

खेती से सम्बंधित जानकारियों और ताजा मंडी भाव जानने के लिए पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। आज की जानकारी पसंद आई हो तो  शेयर जरूर करें।

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भिंडी की फसल में तना एवं फल छेदक कीट की पहचान और नियंत्रण के उपाय

Identification and control of stem and fruit borer in okra crop

लक्षण: इस कीट का प्रकोप सबसे अधिक होता है। प्रारंभिक अवस्था में इसकी इल्ली कोमल तने में छेद करती है जिससे पौधे का तना एवं शीर्ष भाग सूख जाता है। इसके आक्रमण से फूल लगने के पूर्व हीं गिर जाते है। इसके बाद फल में छेद बनाकर अंदर घुसकर गूदे को खाते हैं जिससे ग्रसित फल मुड़ जाते हैं और फल खाने योग्य नहीं रहते हैं। इससे बाजार भाव में काफी गिरावट देखने को मिलती है। 

नियंत्रण: इस कीट के नियंत्रण के लिए लैमनोवा (लैम्ब्डा-साइहलोथ्रिन 04.90% सीएस) 120 मिली प्रति एकड़ 200 लीटर पानी में मिला कर छिड़काव करे या  कवर (क्लोरेंट्रानिलिप्रोएल 18.50% एस.सी) 50 मिली प्रति एकड़ 200 लीटर पानी में मिला कर छिड़काव करें। 

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कहीं लू तो कहीं बारिश और ओलावृष्टि के आसार, देखें मौसम पूर्वानुमान

know the weather forecast,

एक के बाद एक दो वेस्टर्न डिस्टरबेंस पहाड़ों पर पहुंचेंगे और आज से लेकर 27 अप्रैल तक पहाड़ों पर बारिश और बर्फबारी का दौर जारी रहेगा। इनके प्रभाव से पंजाब हरियाणा और राजस्थान सहित मध्य प्रदेश के कुछ भागों में तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है। एक दो स्थानों पर ओले भी गिर सकते हैं। गंगिय पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, रायल सीमा तथा तेलंगाना सहित विदर्भ के कुछ इलाकों में लू प्रकोप जारी रहेगा।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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अमरूद की खेती पर सरकार देगी 50% का अनुदान, पढ़ें पूरी जानकारी

Government will give 50% subsidy on guava cultivation

पारंपरिक फसलों जैसे धान गेहूँ मक्का आदि की खेती से आजकल मुनाफा बेहद कम मिलता है और इसी वजह से कई किसान अब बागवानी फसलों की खेती पर जोर देने लगे हैं। सरकार की तरफ से भी किसानों को नई नई फसलों की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। किसान अमरूद की खेती पर बहुत ज्यादा जोर दे रहे हैं। कई राज्यों में किसानों को अमरूद की खेती करने पर अच्छी खासी सब्सिडी भी दी जा रही है। इन सब्सिडीज का लाभ उठाकर किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।

उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से भी अमरूद की खेती पर बंपर सब्सिडी दी जा रही है। यहाँ किसानों को अमरूद की खेती करने पर 50% तक की सब्सिडी मिल रही है। अगर आप भी इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। बता दें की इस योजना के माध्यम से कृषि लागत का 50% अनुदान तीन किस्तों में वितरित किया जाता है।

गौरतलब है की अमरूद की खेती किसी भी जलवायु में हो सकती है। इसका लाभ लेने के लिए आप उद्यान विभाग में जाकर अपना रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। इसके बाद ही इस योजना में आवेदन और आगे की प्रक्रिया शुरू होगी।

स्रोत : कृषि जागरण

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मध्य प्रदेश के मंडियों में क्या चल रहे हैं सरसों के भाव?

Mustard mandi bhaw

सरसों के मंडी भाव में तेजी देखने को मिल रही है। देखिये मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं सरसों के भाव!

मध्य प्रदेश की मंडियों में सरसों के ताजा मंडी भाव
जिला कृषि उपज मंडी किस्म न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)
शाजापुर आगर सरसों 4601 4790
अशोकनगर अशोकनगर सरसों 4590 5671
सीहोर आष्टा सरसों 4875 4941
शिवपुरी बदरवास सरसों 4200 4895
होशंगाबाद बानापुरा सरसों 5076 5076
शिवपुरी बराड़ सरसों 4835 4976
भोपाल बैरसिया पीला (काला) 4200 4600
भिंड भिंड सरसों 4825 4985
भोपाल भोपाल सरसों-जैविक 4635 5305
राजगढ़ ब्यावरा सरसों 4715 4800
गुना बीनागंज सरसों 4510 4750
अशोकनगर चंदेरी सरसों 4625 4720
छतरपुर छतरपुर सरसों 4700 4800
ग्वालियर डबरा सरसों 4880 5100
दमोह दमोह सरसों 4370 5165
दतिया दतिया सरसों 4560 4630
देवास देवास सरसों 2100 4740
भिंड गोहाद सरसों(काला) 4900 5155
भिंड गोहाद सरसों 5020 5020
गुना गुना सरसों 4410 4990
देवास हाटपिपलिया सरसों 4550 4700
हरदा हरदा सरसों 3701 5050
सीहोर इछावर सरसों 4600 4660
अशोकनगर ईसागढ़ सरसों 4480 4635
रतलाम जावरा सरसों 4901 5100
सीहोर जावर सरसों 4725 5300
राजगढ़ जीरापुर सरसों (काला) 4770 4840
राजगढ़ जीरापुर सरसों 4700 4840
मुरैना कैलारस सरसों (काला) 4872 4961
मुरैना कैलारस सरसों 4850 4923
कटनी कटनी सरसों (काला) 4776 4798
कटनी कटनी सरसों 4000 5020
शिवपुरी खनियाधाना सरसों 4455 4620
देवास खातेगांव सरसों 4700 5200
शिवपुरी खटोरा सरसों 4770 4776
हरदा खिरकिया सरसों (काला) 5099 5099
हरदा खिरकिया सरसों 3701 3701
शिवपुरी कोलारस सरसों 4350 5030
गुना कुम्भराज सरसों 4575 4795
राजगढ़ कुरावर सरसों 4735 5390
भिंड लहार सरसों (काला) 4875 4907
भिंड लहार पीला (काला) 4847 4870
ग्वालियर लश्कर सरसों 4925 5105
शिवपुरी मगरोनी सरसों 4750 4840
गुना मकसूदनगढ़ सरसों 4500 5870
नीमच मनसा सरसों 4740 4871
मन्दसौर मन्दसौर सरसों 4556 4912
भिंड मेहगांव सरसों 4955 4955
मुरैना मुरैना सरसों 4935 5075
राजगढ़ नरसिंहगढ़ सरसों 3925 5190
नीमच नीमच सरसों 4760 6001
राजगढ़ पचौर सरसों 4720 5210
होशंगाबाद पिपरिया सरसों 4800 5502
अशोकनगर पिपरई सरसों 4575 4700
शिवपुरी पोहरी सरसों 4795 5035
मुरैना पोरसा सरसों (काला) 4895 4925
मुरैना पोरसा सरसों 4905 4925
गुना राघोगढ़ सरसों 4305 4530
सागर राहतगढ़ सरसों 4400 5000
रायसेन रायसेन सरसों (काला) 3900 3900
रीवा रीवा सरसों (काला) 4686 4700
मुरैना सबलगढ़ सरसों (काला) 4800 4975
मुरैना सबलगढ़ सरसों 4860 4860
सागर सागर सरसों 4350 5170
सागर सागर सरसों-जैविक 4575 4850
शाजापुर साजापुर सरसों 4500 4775
सतना सतना सरसों 4530 4975
सीहोर सीहोर सरसों (काला) 4400 4400
सीहोर सीहोर सरसों 4430 5196
मन्दसौर शामगढ़ सरसों 4642 5300
श्योपुर श्योपुरबडोद सरसों 4690 4739
श्योपुर श्योपुरकलां सरसों 4690 5000
शिवपुरी शिवपुरी सरसों 4606 4980
विदिशा सिरोंज सरसों 4650 4790
मन्दसौर सीतामऊ सरसों 5012 5022
देवास सोनकच सरसों 4605 4605
टीकमगढ़ टीकमगढ़ सरसों 4500 4700
हरदा टिमरनी सरसों 4480 5100
उज्जैन उज्जैन सरसों 4381 4750
विदिशा विदिशा सरसों 3400 4900
श्योपुर विजयपुर सरसों 4875 4925

स्रोत: एगमार्कनेट

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टमाटर के फलों के फटने का कारण एवं नियंत्रण के उपाय

Causes and control of tomato fruit cracking

टमाटर की खेती में फलों के फटने की समस्या बढ़ती जा रही है। फलों के पकने के समय यह समस्या अधिक होती है। फलों के फटने का कारण एवं इस पर नियंत्रण की उचित जानकारी नहीं होने के कारण इस समस्या से निजात पाना किसानों के लिए कठिन होता जा रहा है। फटे हुए फलों की बाजार में बिक्री भी नहीं होती है जिससे किसानों को भारी नुकसान होता है। 

टमाटर के फलों के फटने का कारण

  • सही समय पर सिंचाई नहीं करना 

  • बोरोन की कमी होने पर

  • तापमान में बदलाव के कारण 

  • फूल अवस्था में अत्यधिक नाइट्रोजन का प्रयोग

  • पोटाश की कमी से भी यह समस्या होती है

टमाटर के फलों को फटने से बचाने के तरीके

  • मिट्टी में नमी बनाये रखें और इसके लिए एक निश्चित अंतराल पर सिंचाई करें।

  • बोरोन की कमी की पूर्ति के लिए, खेत में प्रति एकड़ 3 से 4 किलोग्राम बोरेक्स का प्रयोग करें।

  • पौधों में फूल आने के बाद यूरिया का प्रयोग कम करें। यूरिया की जगह पानी में घुलनशील एनपीके 19:19:19 उर्वरक का प्रयोग करें।

  • पौधों की रोपाई से पहले, मुख्य खेत में पोटाश मिलाएं। इससे पौधों में पोटाश की कमी पूरी होगी और यह रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएगा।

  • 2 ग्राम बोरोन 20% प्रति लीटर पानी में स्टीकर के साथ मिला कर प्रयोग करें।

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आइये जानते है मिट्टी परीक्षण से मिलने वाले लाभ

Sample Collection Method for Soil Testing
  • मिट्टी परीक्षण कराने से, मिट्टी में मौजूद पोषक तत्वों के साथ, लवणों की मात्रा की भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

  • परीक्षण के बाद मिट्टी में जिन पोषक तत्वों की कमी हो उनकी पूर्ति की जा सकती है।

  • मिट्टी में मौजूद पोषक तत्वों के अनुसार फसलों का चयन कर अच्छी पैदावार प्राप्त कर सकते हैं।

  • मिट्टी की उर्वरक क्षमता बढ़ाई जा सकती है।

  • मिट्टी जांच से मिट्टी के पी.एच स्तर की जानकारी मिलती है।

  • मिट्टी जांच से मिट्टी में पाए जाने बाले 12 प्रकार के पोषक तत्व की जानकारी मिलती है और खेती में लगने वाले खर्च को कम किया जा सकता है। 

  • मिट्टी परीक्षण, हर 3 साल में एक बार अवश्य करवाना चाहिए। 

  • इससे फसल में लगने वाले उर्वरक या खाद की सही मात्रा तय हो जाती है। किसान अपनी फसल में उर्वरकों का अच्छा प्रबंधन करके अतिरिक्त लागत को कम कर सकते हैं।

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मध्य प्रदेश, राजस्थान समेत कई राज्यों में होगी बारिश, देखें मौसम पूर्वानुमान

know the weather forecast

पहाड़ों पर नया वेस्टर्न डिस्टरबेंस आने वाला है जो एक बार फिर से बर्फबारी और बारिश देगा। इसके प्रभाव से बनने वाला चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र राजस्थान और पंजाब सहित हरियाणा में बारिश करवा सकता है। यहां एक दो स्थानों पर गरज चमक के साथ बौछारें हो सकती हैं और तेज हवाएं भी चल सकती हैं। विदर्भ, मराठवाड़ा सहित कर्नाटक, केरल और आंतरिक तमिलनाडु में भी गरज चमक के साथ बारिश संभव है।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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