पत्ता गोभी की फसल में नरम सड़न रोग की ऐसे करें रोकथाम

How to control soft rot disease in cabbage crop
  • पत्ता गोभी का एक प्रमुख रोग है इरविनिया कैरोटोवोरा और इस बीमारी में पत्तियों पर छोटे, जलशक्त धब्बे बन जाते हैं जो बाद में तेजी से पूरी पत्ती पर फ़ैल जाते हैं।

  • इसके कारण ऊत्तक नरम और मुलायम हो जाते हैं साथ ही कुछ ही दिनों में प्रभावित पौधा गिर जाता है।

  • इस बीमारी के कारण प्रभावित जगह से दुर्गंध आती है। प्रभावित फूल पानी से भरे थैले की तरह पौधे से लटक जाते हैं।

  • इस बीमारी के प्रभावी नियंत्रण के लिए खेत में पौधे को उचित पंक्तियों में लगाएं जिससे उचित जल निकासी बनी रहे।

  • रासायनिक नियंत्रण के लिए वेलीडामाइसीन 3% SL @ 300 मिली/एकड़ या स्ट्रेप्टोमायसिन सल्फेट 90% + टेट्रासायक्लीन हाइड्रोक्लोराइड 10% W/W @ 24 ग्राम/एकड़ या कासुगामाईसिन 5% + कॉपर ऑक्सीक्लोराइड 45% WP @ 300 ग्राम/एकड़ का छिड़काव करें।

  • जैविक नियंत्रण के लिए स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस 250 ग्राम प्रति एकड़ का छिड़काव करें।

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मध्यप्रदेश के कई जिले में तेज बारिश के आसार, जानें मौसम पूर्वानुमान

Weather Update

उड़ीसा के ऊपर एक डिप्रेशन बना है जो आगे बढ़कर गहरे निम्न दबाव के क्षेत्र में बदलेगा तथा मध्य प्रदेश के पश्चिमी भागों में आते-आते एक बार फिर निम्न दबाव का क्षेत्र बन जाएगा। उड़ीसा से लेकर के राजस्थान और गुजरात तक में भारी बारिश की संभावना है। मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ विदर्भ तथा तेलंगाना के कुछ भागों में भी तेज बारिश के आसार हैं। पूर्वी तथा दक्षिणी भारत में मानसून कमजोर बना रहेगा।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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प्याज के भाव में आ सकती है तेजी, जानें इसके पीछे की वज़हें?

onion Mandi rate

वीडियो के माध्यम से जानें आने वाले दिनों में प्याज के भाव में तेजी आएगी या मंदी?

वीडियो स्रोत: मार्केट टाइम्स टीवी

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी लहसुन-प्याज जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।

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मिर्च की फसल में ऐसे करें जीवाणु पत्ती धब्बा रोग का नियंत्रण

How to control Bacterial leaf spot disease in chilli crops
  • इस रोग के कारण पत्तियों के ऊपर छोटे, वृत्ताकार या अनियमित, गहरे भूरे या काले रंग के धब्बे बन जाते हैं। जैसे-जैसे ये धब्बे आकार में बढ़ते हैं वैसे वैसे किनारे से हल्के और केंद्र से गहरे काले रंग के होते जाते हैं।

  • ये धब्बे अनियमित घावों का निर्माण करते हैं। गंभीर रूप से प्रभावित पत्तियां क्लोरोटिक हो जाती हैं और गिर जाती हैं।

  • तना संक्रमण के कारण शाखाओं में केंकर युक्त वृद्धि होती है और वे मुरझा जाते हैं। फलों पर, हल्के पीले रंग की सीमा वाले गोल, उभरे हुए पानी से लथपथ धब्बे बनते हैं।

  • ये धब्बे भूरे रंग में बदल जाते हैं जिससे केंद्र में एक अवसाद पैदा हो जाता है जिसमें जीवाणु की चमकदार बूंदें देखी जा सकती हैं।

  • नियंत्रण: पुरानी फसल के अवशेष को खेत से समाप्त कर देना चाहिए। साथ ही रोग मुक्त पौधों से बीज प्राप्त करना चाहिए।

  • नर्सरी को उस मिट्टी में लगाना चाहिए जहां मिर्च कई वर्षों से नहीं उगाई गई हो।

  • इसके रासायनिक नियंत्रण के लिए कासुगामाइसिन 5% + कॉपर ऑक्सीक्लोराइड 45% WP @ 300 ग्राम प्रति एकड़ या स्ट्रेप्टोमाइसिन सल्फेट 90% + टेट्रासाइक्लिन हाइड्रोक्लोराइड 10% W/W @ 24 ग्राम प्रति एकड़ का छिड़काव करें।

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प्याज व लहसुन समृद्धि किट से मिलेगी स्वस्थ फसल और बंपर उपज

Onion and garlic prosperity kit will get healthy crop and bumper yield
  • समृद्धि किट दरअसल मिट्टी में पाए जाने वाले आवश्यक पोषक तत्वों को घुलनशील रूप में परिवर्तित करके पौधे के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

  • यह मिट्टी में पाए जाने वाली हानिकारक कवकों को खत्म करके प्याज और लहसुन के पौधे को होने वाले नुकसान से बचाता है।

  • यह उत्पाद उच्च गुणवत्ता वाले प्राकृतिक अवयवों से बना है, यह मिट्टी में सूक्ष्मजीवों की गतिविधि को बढ़ाने में सहायक है।

  • मिट्टी के पीएच को बेहतर बनाने में भी यह मदद करता है और जड़ों को एक अच्छी शुरुआत प्रदान करता है, ताकि जड़ पूरी तरह से विकसित हो सके, जो फसल के अच्छे उत्पादन का कारण बनती है।

  • यह मिट्टी की संरचना में सुधार करके मिट्टी में पोषक तत्वों की उपलब्धता को कम नहीं होने देता है, जड़ प्रणाली द्वारा पोषक तत्वों में सुधार से जड़ विकास को बढ़ावा देता है।

  • जड़ों के द्वारा मिट्टी से पोषक तत्वों के अवशोषण में भी यह मदद करता है साथ ही मिट्टी में सूक्ष्म जीवो की गतिविधि को बढ़ावा देता है।

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मध्य भारत में भारी बारिश के आसार, जानें आपके क्षेत्र में कैसा रहेगा मौसम

Weather Update

बंगाल की खाड़ी में गहरे निम्न दबाव का क्षेत्र बन गया है जो जल्द ही डिप्रेशन का रूप धारण करेगा तथा पश्चिम दिशा में आगे बढ़ेगा। दक्षिण पूर्वी राजस्थान तथा उससे सटे गुजरात पर भी चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र गहरा कर निम्न दबाव बन गया है। मध्य भारत में भारी बारिश के आसार हैं। पूर्वी, उत्तर-पूर्वी तथा दक्षिण भारत में मानसून कमजोर बना रहेगा। दिल्ली सहित पंजाब हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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मंदसौर मंडी में 11 सितंबर को क्या रहे लहसुन के भाव?

Mandsaur garlic Mandi bhaw

वीडियो के माध्यम से देखें, मध्य प्रदेश के मंदसौर मंडी में आज क्या रहे लहसुन के भाव ?

वीडियो स्रोत: यूट्यूब

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11 सितंबर को इंदौर मंडी में क्या रहे प्याज के भाव?

onion Mandi Bhaw

वीडियो के माध्यम से जानें आज यानी 11 सितंबर के दिन इंदौर के मंडी में क्या रहे प्याज के मंडी भाव?

वीडियो स्रोत: यूट्यूब

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फ़सलों में पोटाश का महत्व

Importance of Potash in Crops
  • अच्छी फसल उत्पादन के लिए पोटाश एक आवश्यक पोषक तत्व होता है।

  • पोटाश की संतुलित मात्रा फसल में बहुत प्रकार की प्रतिकूल परिस्थिति जैसे बीमारियां, कीट, रोग, पोषण की कमी आदि के प्रति रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।

  • यह दानों में चमक लाने तथा वज़न बढ़ाने में साहयक होता है एवं उपज की गुणवत्ता भी इससे बढ़ती है।

  • पोटाश के द्वारा फसल में अच्छा जड़ विकास एवं मज़बूत तना विकास होता है जिसके फलस्वरूप फसल मिट्टी में अपनी पकड़ अच्छी तरह से बना लेती है।

  • पोटाश की संतुलित मात्रा मिट्टी की जल धारण क्षमता का विकास करती है।

  • पोटाश फसलों की पैदावार एवं गुणवत्ता बढ़ाने वाला तत्व है।

  • इसकी कमी से फसल का विकास रुक जाता है और पत्तियो का रंग गहरा नहीं हो पाता है।

  • पोटाश की कमी से फसल की पुरानी पत्तियां किनारे से पीली पड़ जाती है एवं पत्तियों के ऊतक मर जाते हैं, बाद में पत्तियां सूख जाती हैं।

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मध्य प्रदेश पर बना चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र कराएगा भारी बारिश

Weather Update

पश्चिमी मध्य प्रदेश पर बना चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना है साथ ही बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बना है। इससे उड़ीसा छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश पूर्वी राजस्थान तथा पूर्वी गुजरात में भारी बारिश दे सकता है। पूर्वी उत्तर प्रदेश बिहार झारखंड पश्चिम बंगाल तथा पूर्वोत्तर राज्यों में मानसून कमजोर बना रहेगा। दक्षिण भारत में भी मानसून की गतिविधियां बहुत कम देखी जायेगी। दिल्ली सहित पंजाब हरियाणा तथा पश्चिमी हिमालय क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश जारी रहेगी।

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