23 अगस्त तक दिल्ली सहित उत्तर भारत मध्य भारत तथा पूर्वी भारत में मूसलाधार बारिश होगी। 24 अगस्त से पंजाब हरियाणा दिल्ली तथा राजस्थान का मौसम शुष्क व गर्म होने लगेगा। पश्चिम दिशा से शुष्क हवाएं चलेंगी तथा एक बार फिर मानसून में ब्रेक आ जाएगा।
स्रोत: स्काइमेट वेदर
मौसम सम्बंधित पूर्वानुमानों की जानकारियों के लिए रोजाना ग्रामोफ़ोन एप पर जरूर आएं। नीचे दिए गए शेयर बटन को क्लिक कर इस लेख को अपने मित्रों के साथ भी साझा करें।
पिछले हफ्ते इंदौर मंडी में प्याज के भाव की साप्ताहिक समीक्षा वीडियो के माध्यम से देखें।
वीडियो स्रोत: यूट्यूब
अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी लहसुन-प्याज जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।
कपास किसानों के लिए अच्छी खबर आ रही है। इस साल कपास के भाव में तेजी देखने को मिल सकती है। वीडियो के माध्यम से देखें कपास के भाव में कौन कौन से कारकों के कारण तेजी देखने को मिल सकती है।
वीडियो स्रोत: मार्केट टाइम्स टीवी
अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।
सोल्डिंग आयरन का उपयोग घरों में किसान भाई भी करते हैं। घर में रखे इलेक्ट्रॉनिक सामान में खराबी आने पर सोल्डिंग आयरन बहुत उपयोगी साबित होता है। सोल्डिंग आयरन को आप घर में ही एक कील की मदद से बना सकते हैं। वीडियो के माध्यम से देखें सोल्डिंग आयरन बनाने का देशी जुगाड़।
वीडियो स्रोत: यूट्यूब
कृषि एवं किसानों से सम्बंधित ऐसी ही जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। इस लेख को नीचे दिए शेयर बटन से अपने मित्रों के साथ साझा करना ना भूलें।
लेट खरीफ और रबी प्याज की नर्सरी तैयार करने के लिए उचित समय मध्य अगस्त से मध्य सितम्बर का होता है।
अधिक लाभ कमाने के लिए प्याज को पहले नर्सरी में बोना बहुत आवश्यक है।
प्याज़ की नर्सरी की बुवाई के बाद छिड़काव प्रबंधन करना भी बहुत आवश्यक होता है l
यह छिड़काव कवक जनित रोगों व कीटों के नियंत्रण एवं पोषण प्रबंधन के लिए किया जाता है।
इस समय छिड़काव करने से प्याज़ की नर्सरी को अच्छी शुरुआत मिलती है।
बुवाई के 7 दिन बाद कवक जनित रोगों के लिए कार्बेन्डाजिम 12% + मैनकोज़ेब 63% @ 30 ग्राम प्रति पंप की दर से छिड़काव करें।
कीट प्रबंधन के लिए थियामेंथोक्साम 25% WG@ 10 ग्राम प्रति पंप की दर से छिड़काव करें।
पोषण प्रबंधन के लिए ह्यूमिक एसिड @ 10 ग्राम प्रति पंप की दर से छिड़काव करें।
बुवाई के 20 दिन बाद मेटालेक्सिल 8% + मैनकोज़ेब 64% WP 50 ग्राम और फिप्रोनिल 40% + इमिडाक्लोप्रिड 40% WG 8 ग्राम प्रति पंप की दर से छिड़काव करें।
अपने खेत को ग्रामोफ़ोन एप के मेरे खेत विकल्प से जोड़ें और पूरे फसल चक्र में पाते रहें स्मार्ट कृषि से जुड़ी सटीक सलाह व समाधान। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने मित्रों संग साझा करें।
ह्यूमिक एसिड खदान से उत्पन्न एक बहुपयोगी खनिज है। इसे सामान्य भाषा में मिट्टी का कंडीशनर कहा जा सकता है जो कि बंजर भूमि की उर्वरा को बढ़ाता है। यह मिट्टी की संरचना को सुधार कर उसे नया जीवनदान देता है।
इसका सबसे महत्वपूर्ण कार्य मिट्टी को भुरभुरी बनाना होता है जिससे जड़ों का विकास अधिक हो सके।
ये प्रकाश संलेषण की क्रिया को तेज करता है जिससे पौधे में हरापन आता है और शाखाओं में वृद्धि होती है।
यह पौधों की तृतीयक जडों का विकास करता है जिससे की मृदा से पोषक तत्वों का अवशोषण अधिक होता है।
पौधों की चयापचयी क्रियाओं में वृद्धि कर फसल उत्पादन को भी यह बढ़ाता है।
पौधों में फलों और फूलों की वृद्धि कर फसल की उपज को बढ़ाने में भी यह सहायक होता है।
यह बीज की अंकुरण क्षमता बढाता है तथा पौधों को प्रतिकूल वातावरण से भी बचाता है।
अपने खेत को ग्रामोफ़ोन एप के मेरे खेत विकल्प से जोड़ें और पूरे फसल चक्र में पाते रहें स्मार्ट कृषि से जुड़ी सटीक सलाह व समाधान। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने मित्रों संग साझा करें।
खरीफ सीजन के फसलों की कटाई का कार्य अगले महीने के अंत तक शुरू हो जाएगा और फिर रबी सीजन के फसलों की बुआई होगी। सरकार की तरफ से रबी सीजन को अच्छा बनाने के लिए कई योजनाएं शुरू की जा रही हैं। इसी कड़ी में बिहार सरकार की तरफ से किसानों के लिए एक ख़ास योजना बनाई गई है। इसके माध्यम से किसानों को रबी फसलों के बीज सब्सिडी पर उपलब्ध कराये जाएंगे।
इस ख़ास योजना का नाम बीज अनुदान योजना है। किसान इस योजना के माध्यम से बीजों पर 50% की भारी सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं। यह सब्सिडी प्राप्त करने के लिए किसान https://dbtagriculture.bihar.gov.in/ पोर्टल पर जाएँ और ऑनलाइन आवेदन करें। इस बात का ख्याल रखें की आवेदन सुबह 9 बजे से संध्या 6 बजे तक करें। यही समय ऑनलाइन आवेदन के लिए निर्धारित किया गया है।
स्रोत: कृषि जागरण
कृषि एवं किसानों से सम्बंधित लाभकारी सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। इस लेख को नीचे दिए शेयर बटन से अपने मित्रों के साथ साझा करना ना भूलें।
मध्य भारत सहित दक्षिण भारत और पूर्वी भारत में मानसून सक्रिय बना रहेगा।मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ सहित महाराष्ट्र तथा दक्षिण भारत में भी बारिश जारी रहेगी। पूर्वी गुजरात तथा पूर्वी राजस्थान में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। 23 अगस्त तक दिल्ली सहित उत्तर भारत में बारिश की गतिविधियां जारी रहेंगी। 24 अगस्त से एक बार फिर मौसम साफ होने लगेगा तथा हवाओं की दिशा बदलकर पश्चिमी हो जाएगी।
स्रोत: स्काइमेट वेदर
मौसम सम्बंधित पूर्वानुमानों की जानकारियों के लिए रोजाना ग्रामोफ़ोन एप पर जरूर आएं। नीचे दिए गए शेयर बटन को क्लिक कर इस लेख को अपने मित्रों के साथ भी साझा करें।
वीडियो के माध्यम से जानें आज यानी 21 अगस्त के दिन इंदौर के मंडी में क्या रहे प्याज के मंडी भाव?
वीडियो स्रोत: यूट्यूब
अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी लहसुन-प्याज जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।
वर्तमान समय में सोयाबीन की फसल में पीलेपन की समस्या काफी देखने को मिल रही है।
सोयाबीन के पत्तों का पीलापन, सफ़ेद मक्खी के कारण होने वाले वायरस रोग एवं मिट्टी के पीएच, पोषक तत्वों की कमी, कवक जनित बीमारियों, सहित कई कारकों के कारण हो सकता है।
इन्हीं सभी कारकों के आधार पर, सोयाबीन की फसल एवं उपज को, कोई नुकसान पहुँचाए बिना प्रबंधन करना बहुत आवश्यक है।
सोयाबीन की फसल में नए एवं पुराने पत्ते और कभी-कभी सभी पत्ते हल्के हरे रंग या पीले रंग के हो जाते हैं। इसके कारन टॉप पर क्लोरोटिक हो जाती है एवं गंभीर तनाव में पत्तियां मर भी जाती हैं। कभी कभी पूरे खेत में फसल पर पीलापन दिखाई दे सकता है।
इस समस्या में कवक जनित रोगों के समाधान लिए टेबुकोनाज़ोल 10% + सल्फर 65% WG @ 500 ग्राम/एकड़ या कार्बेन्डाजिम 12% + मैनकोज़ेब 63% WP @ 300 ग्राम/एकड़, हेक्साकोनाज़ोल 5% SC @ 400 मिली/एकड़ का छिड़काव किया जा सकता है।
जैविक उपचार में, ट्रायकोडर्मा विरिडी @ 500 ग्राम/एकड़ या स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस 250 ग्राम/एकड़ की दर से उपयोग करें।
पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने के लिए 00:52:34 को एक किलो/एकड़ की दर से छिड़काव करें।
कीट प्रकोप के कारण यदि पीलापन हो तो एसिटामिप्रीड 20% SP @ 100 ग्राम/एकड़ या थियामेंथोक्साम 25% WG @ 100 ग्राम/एकड़ या फेनप्रोप्रेथ्रिन 10% EC @ 400 मिली/एकड़ की दर से छिड़काव करें।
अपने खेत को ग्रामोफ़ोन एप के मेरे खेत विकल्प से जोड़ें और पूरे फसल चक्र में पाते रहें स्मार्ट कृषि से जुड़ी सटीक सलाह व समाधान। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने मित्रों संग साझा करें।