26 जून को इंदौर मंडी में क्या रहे प्याज, आलू, लहसुन के भाव?

Indore Mandi Bhaw

वीडियो के माध्यम से जानें आज यानी 26 जून के दिन इंदौर के मंडी में क्या रहे प्याज, आलू और लहसुन के मंडी भाव?

वीडियो स्रोत: यूट्यूब

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी लहसुन-प्याज जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।

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कपास किसान बलराम जी ने ग्रामोफ़ोन की मदद से लागत आधा कर डबल मुनाफ़ा कमाया

Cotton farmer Balram made double profit by halving the cost with the help of Gramophone

कृषि लाभ का सौदा तभी बनता है जब खेती में लागत कम रहती है और मुनाफ़ा अच्छा होता है। कुछ ऐसी ही सफलता हासिल की बड़वानी जिले के राजपुर तहसील के अंतर्गत आने वाले साली गांव के निवासी श्री बलराम काग ने जो पिछले कई साल से कपास की खेती करते आ रहे हैं। बलराम कपास की खेती पारंपरिक तरीके से करते थे। इसमें उन्हें कभी नुकसान तो कभी औसत स्तर का लाभ भी होता था।  पर बलराम इससे खुश नहीं थे और अपनी फसल से और ज्यादा उत्पादन प्राप्त करने के लिए प्रयासरत थे।

इसी दौरान बलराम ग्रामोफ़ोन के संपर्क में आये। इसके बाद उनकी खेती का तरीका पूरी तरह बदल गया। उन्होंने खेती की तैयारी और बुआई से लेकर कटाई तक के फसल चक्र में ग्रामोफ़ोन के कृषि विशेषज्ञों से कई बार सलाह प्राप्त की। इस दौरान विशेषज्ञों की सलाह पर ही उन्होंने सभी कृषि उत्पाद खरीदे और उनका उपयोग अपने खेतों में किया। ग्रामोफ़ोन से जुड़ने के बाद बड़वानी के इस कपास किसान बलराम काग की खेती भी लाभ का सौदा बन गई। जहाँ पहले उनकी लागत 2.5 लाख होती थी वहीं इस बार उन्हें महज 1.5 लाख लगाने पड़े और मुनाफ़ा भी पहले के 4.5 लाख से सीधा डबल होकर 9 लाख हो गया है।

अगर आप भी बलराम की तरह अपनी कृषि पद्धति में इसी प्रकार का बड़ा अंतर लाना चाहते हैं तो आप भी ग्रामोफ़ोन एप की अलग अलग सुविधाओं का लाभ उठायें और अपनी खेती को स्मार्ट बनायें।

फसल की बुआई के साथ ही अपने खेत को ग्रामोफ़ोन एप के मेरे खेत विकल्प से जोड़ें और पूरे फसल चक्र में पाते रहें स्मार्ट कृषि से जुड़ी सटीक सलाह व समाधान। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने मित्रों संग साझा करें।

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स्प्रिंकलर, पाइप लाइन, विद्युत पम्प पर मध्य प्रदेश के किसानों को मिलेगी सब्सिडी

Farmers of Madhya Pradesh will get subsidy on sprinkler pipeline electric pump

स्प्रिंकलर सेट, पाइप लाइन सेट, विद्युत पम्प सेट आदि के उपयोग से फसलों को बेहतर सिंचाई मिलती है और किसान समृद्ध होते हैं। इन सिंचाई यंत्रों को किसानों को आसानी से उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से राज्य सरकारों के द्वारा समय-समय सब्सिडी दी जाती है।

वर्तमान में मध्यप्रदेश कृषि विभाग की तरफ नेशनल फूड सिक्यूरिटी मिशन व बुंदेलखंड विशेष पैकेज योजना- दलहन के अंतर्गत किसानों से सब्सिडी के लिए आवेदन मांगे गए हैं। इस योजना से प्रदेश के 6 जिले जिनमे सागर, दमोह, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी शामिल है के किसान लाभ ले सकते हैं। वहीं राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन (दलहन) और राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन (तिलहन व ऑइल पाम) के तहत सभी जिलों में सिंचाई यंत्रों के लिए किसान आवेदन कर सकते हैं।

योजना का लाभ उठाने के लिए किसान 22 जून 2021 से 04 जुलाई 2021 तक ई-कृषि यंत्र अनुदान पोर्टलपर अपने आवेदन कर सकते हैं। आवदेन के लिए आधार कार्ड की कॉपी, बैंक पासबुक के प्रथम प्रष्ठ की कॉपी, जाति प्रमाण पत्र ( केवल अनुसूचित जाति एवं जनजाति के कृषकों हेतु) एवं बिजली कनेक्शन का प्रमाण जैसे दस्तावेज लगेंगे।

स्रोत: किसान समाधान

कृषि एवं किसानों से सम्बंधित लाभकारी सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। इस लेख को नीचे दिए शेयर बटन से अपने मित्रों के साथ साझा करना ना भूलें।

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मक्का की फसल से पाएं जबरदस्त उपज, इस्तेमाल करें मक्का समृद्धि किट

मक्का समृद्धि किट
  • मक्का समृद्धि किट कई उन्नत जैविक उत्पादों से भरा एक किट है जिसका उपयोग मक्का की फसल में बुआई से पहले मिट्टी उपचार रूप में किया जाता है। आइये जानते हैं इस किट में कौन कौन से उत्पाद शामिल हैं?

  • एनपीके बैक्टीरिया का कंसोर्टिया: यह उत्पाद तीन प्रकार के बैक्टीरिया ‘नाइट्रोजन फिक्सेशन बैक्टीरिया, पीएसबी और केएमबी से मिलकर बना है। यह मिट्टी एवं फसल में तीन प्रमुख पोषक तत्व नाइट्रोजन, पोटाश एवं फास्फोरस की पूर्ति में सहायक होता है। इससे मिट्टी में पोषक तत्वों की उपलब्धता में वृद्धि होती है जिससे पौधों को समय पर आवश्यक तत्व मिल जाते हैं और पौधे की बढ़वार अच्छी होती है साथ ही फसल का उत्पादन भी बढ़ता है।

  • ज़िंक सोलुब्लाइज़िंग बैक्टीरिया: यह उत्पाद मिट्टी में मौजूद, अघुलनशील जिंक को घुलनशील बनाने में मदद करता है और पौधों को यह उपलब्ध करवाता है। यह पौधों की वृद्धि के लिए सबसे महत्वपूर्ण सूक्ष्म पोषक तत्वों में से एक है।

  • ह्यूमिक एसिड, समुद्री शैवाल, अमीनो एसिड एवं मायकोराइज़ा: ह्यूमिक एसिड मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार करके मिट्टी की जल धारण क्षमता में वृद्धि करता और सफेद जड़ के विकास को बढ़ाता है। समुद्री शैवाल पौधों को पोषक तत्व ग्रहण करने में मदद करता है और अमीनो एसिड प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया को बढ़ाता है।मायकोराइज़ा सफेद जड़ के विकास में मदद करता है।

फसल की बुआई के साथ ही अपने खेत को ग्रामोफ़ोन एप के मेरे खेत विकल्प से जोड़ें और पूरे फसल चक्र में पाते रहें स्मार्ट कृषि से जुड़ी सटीक सलाह व समाधान। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने मित्रों संग साझा करें।

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बस दो आसान स्टेप्स से जुड़ें खेती प्लस के ज़ूम क्लास से, जानें पूरी प्रक्रिया

Join the Zoom class of Kheti Plus in just two easy steps

खेती प्लस से जुड़े किसानों के लिए जल्द ही ऑनलाइन क्लास शुरू होने जा रही है। सभी किसान इस क्लास से जुड़ का इसका लाभ ले सकते हैं। यह क्लास ज़ूम एप के माध्यम से दी जायेगी अतः इस लेख के माध्यम से आपको ज़ूम एप पर होने वाली इस क्लास से जुड़ने की पूरी प्रक्रिया बताई जायेगी। 

  • सबसे पहले आपको अपने मोबाइल के प्ले स्टोर से ज़ूम एप डाउनलोड करना होगा। 

  • इसके बाद जब भी खेती प्लस क्लास का आयोजन होगा तब आपको इसकी पूर्व सूचना SMS और ग्रामोफ़ोन एप के नोटिफिकेशन के माध्यम से दी जायेगी। इस सूचना के साथ आपको ज़ूम क्लास का एक लिंक भी भेजा जाएगा। 

  • आपको क्लास के लिए तय किये गए समय पर भेजे गए लिंक पर क्लिक करना होगा। बस लिंक पर क्लिक कर के आप क्लास में शामिल हो जाएंगे। 

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धनिया की खेती से महज डेढ़ महीने में की जा सकती है अच्छी कमाई

Do Coriander Farming and get good income in just one and a half months

धनिया की खेती कर के आप कम समय में अच्छा मुनाफ़ा कमा सकते हैं। वीडियो के माध्यम से जानें धनियां की खेती से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां।

वीडियो स्रोत: इंडियन फार्मर

कृषि क्षेत्री की ऐसी ही नई नई व महत्वपूर्ण जानकारी के लिए रोजाना पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन एप के लेख। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन पर क्लिक कर अपने मित्रों के साथ भी साझा करें।

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मिर्च की फसल में उकठा रोग के प्रकोप का ऐसे करें नियंत्रण

Wilt disease management in chilli crop
  • मिर्च की फसल को उकठा रोग से भारी क्षति होती है। उकठा रोग फ्यूजेरियम फफूंद के कारण होता है इसलिए इसे फ्यूजेरियम विल्ट के नाम से भी जाना जाता है।

  • यह एक फफूंद जनित रोग है। यह फफूंद मिट्टी में लंबी अवधी तक रहते हैं। मौसम में होने वाला बदलाव भी इस रोग का प्रमुख कारण हैं।

  • विल्ट संक्रमण के लक्षण संक्रमित पौधों के सभी भागों पर देखे जा सकते हैं। इस रोग में पत्तियां नीचे की ओर झुक जाती हैं और पीली पड़कर सूख जाती हैं। पूरा पौधा सूख जाता है और मर जाता है।

  • इससे बचाव के लिए कासुगामायसिन 5% + कॉपर आक्सीक्लोराइड 45% WP@ 300 ग्राम/एकड़ या कासुगामायसिन 3% SL@ 400 मिली/एकड़ या थायोफिनेट मिथाइल 70% W/W @ 300 ग्राम/एकड़ या क्लोरोथालोनिल 75% WP@ 400 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव करें।

  • जैविक उपचार के रूप में स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस @ 250 ग्राम/एकड़ छिड़काव के रूप में उपयोग करें।

अपने खेत को ग्रामोफ़ोन एप के मेरे खेत विकल्प से जोड़ें और पूरे फसल चक्र में पाते रहें स्मार्ट कृषि से जुड़ी सटीक सलाह व समाधान। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने मित्रों संग साझा करें।

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मध्यप्रदेश के ज्यादातर जिले में अगले दो दिन भारी बारिश की संभावना

weather forecast

मध्य प्रदेश के दक्षिणी, पूर्वी और पश्चिमी जिले में अगले दो दिन बारिश की संभावना बनी हुई है। दिल्ली सहित उत्तर पश्चिम भारत में आंधी के साथ छिटपुट बारिश हो सकती है। पूर्वी उत्तर प्रदेश सहित पूर्वी और उत्तर-पूर्वी भारत में अच्छी मानसूनी वर्षा जारी रहेगी।

वीडियो स्रोत: स्काईमेट वेदर

मौसम सम्बंधित पूर्वानुमानों की जानकारियों के लिए रोजाना ग्रामोफ़ोन एप पर जरूर आएं। नीचे दिए गए शेयर बटन को क्लिक कर इस लेख को अपने मित्रों के साथ भी साझा करें।

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25 जून को मध्य प्रदेश की मंडियों में क्या रहे अलग अलग फसलों के भाव

Mandi Bhaw Madhya Pradesh

मंडी

फसल

न्यूनतम

अधिकतम

मॉडल

रतलाम _(नामली मंडी)

गेहूँ लोकवन

1581

1786

1650

रतलाम _(नामली मंडी)

यलो सोयाबीन

5500

6708

6250

रतलाम _(नामली मंडी)

इटालियन चना

4300

4647

4400

हरसूद

सोयाबीन

6401

7209

7180

हरसूद

तूवर

5350

5400

5350

हरसूद

गेहूँ

1676

1709

1691

हरसूद

मूंग

5501

6176

6071

धामनोद

गेहूँ

1728

1750

धामनोद

डॉलर चना

8070

8455

धामनोद

चना

4210

4600

धामनोद

मक्का

1605

1769

रतलाम

गेहूँ लोकवन

1735

2278

1840

रतलाम

गेहूँ मिल

1607

1715

1680

रतलाम

विशाल चना

4200

4799

4500

रतलाम

इटालियन चना

4690

4961

4751

रतलाम

डॉलर चना

4891

8611

7800

रतलाम

यलो सोयाबीन

5800

7520

6850

रतलाम

मटर

4000

6975

5000

रतलाम _(सेलाना मंडी)

सोयाबीन

6003

9316

7650

रतलाम _(सेलाना मंडी)

गेहूँ

1500

2186

1843

रतलाम _(सेलाना मंडी)

चना

3899

4850

4374

रतलाम _(सेलाना मंडी)

डॉलर चना

6500

7191

6845

रतलाम _(सेलाना मंडी)

मटर

3850

4250

4050

रतलाम _(सेलाना मंडी)

मसूर

3501

5600

4550

रतलाम _(सेलाना मंडी)

मेधी दाना

5401

6600

6000

रतलाम _(सेलाना मंडी)

अलसी

6291

6651

6471

रतलाम _(नामली मंडी)

लहसून

1000

9494

4500

रतलाम_एपीएमसी

लहसून

1000

10101

4850

रतलाम_एपीएमसी

प्याज

610

2300

1450

रतलाम _(सेलाना मंडी)

प्याज

502

3000

1751

रतलाम _(सेलाना मंडी)

लहसून

1313

8551

4930

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25 जून को इंदौर मंडी में प्याज की अलग अलग क्वालिटी के क्या रहे भाव?

mandi bhaw of onion

वीडियो के माध्यम से जानें आज यानी 25 जून के दिन इंदौर के मंडी में क्या रहे प्याज की अलग अलग क्वालिटी के मंडी भाव?

वीडियो स्रोत: यूट्यूब

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