आपकी सोयाबीन फसल के लिए अगली गतिविधि

बुवाई के 0 से 3 दिन पहले-बीज़ों को कवक जनित रोगो से बचने के लिए

बीज को फफूंद से बचाने के लिए बीजों को कार्बोक्सिन 17.5%+ थायरम 17.5% ( विटावैक्स पावर) 2.5 ग्राम/किलो बीज या कार्बेन्डाजिम 12% + मैनकोज़ेब 63% (साफ) 2.5 ग्राम /किलो बीज + थियामेंथोक्साम (रेनो ) 4 मिली/ किलोग्राम बीज के हिसाब और ट्रायकोडर्मा विरिडी (राेजोकेयर) 5 ग्राम प्रति किलो बीज़ से उपचारित करें। अधिक जानकारी के लिए हमारे टोल नंबर 1800-315-7566 पर मिस्ड कॉल करे|

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आपकी सोयाबीन फसल के लिए अगली गतिविधि

बुवाई के 8 से 10 दिन पहले-मिट्टी की संरचना सुधारने के लिए

FYM के 500 किग्रा + मेट्राजियम एसपीपी (कालीचक्र) 1 किग्रा + सोया समृद्धि किट प्रति एकड़ की दर से ठीक से मिलाएं और एक एकड़ क्षेत्र की मिट्टी में फैलाएं। अधिक जानकारी के लिए हमारे टोल नंबर 1800-315-7566 पर मिस्ड कॉल करे|

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देश का पहला ऑटोमेटिक हाइब्रिड ट्रैक्टर हुआ लॉन्च, 50% तक बचाएगा ईंधन

Country's first automatic hybrid tractor launched

भारतीय ट्रैक्टर बाजार में पहली बार हाइब्रिड ट्रैक्टर को लॉन्च किया गया है।
Proxecto के हाइब्रिड ट्रैक्टर का नाम HAV S1 है और इसमें कई एडवांस फीचर्स व तकनीक को शामिल किया गया है।

वर्तमान समय में HAV S1 ट्रैक्टर भारत का इकलौता हाइब्रिड ट्रैक्टर है, जो बिना किसी बैटरी पैक के साथ आता है। यह ट्रैक्टर अलग-अलग ईंधन के विकल्पों पर चलाया जा सकता है। यही नहीं, अगर इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध हो, तो इस ट्रैक्टर को पूरी तरह से इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर की तरह भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इस ट्रैक्टर की निर्माता कंपनी के अनुसार, इसका S1 मॉडल आम ट्रैक्टर के मुकाबले 28% और S2 मॉडल करीब 50% तक ईंधन बचाता है।

इस ट्रैक्टर के बेस मॉडल HAV S1 50HP की आरंभिक कीमत 9.49 लाख रुपये है, वहीं इसके टॉप वेरिएंट S1+ की कीमत 11.99 लाख रुपये निर्धारित की गई है। इसका एक और मॉडल S1 45HP भी है और इसकी कीमत 8.49 लाख रुपये है।

स्रोत: कृषि जागरण

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11 से 16 मई तक मध्यप्रदेश के इन जिलों में होगी बारिश, जानें मौसम पूर्वानुमान

Weather report

मध्य प्रदेश के कई जिलों में इस हफ्ते भी होती रहेगी बारिश। भोपाल, रायसेन, राजगढ़, सीहोर, विदिशा, मुरैना, श्योपुर, भिंड, ग्वालियर, अशोकनगर, शिवपुरी, दतिया, गुना, अलीराजपुर, बड़वानी, बुरहानपुर, इंदौर, धार, झाबुआ, खंडवा, खरगोन, बालाघाट, छिंदवाड़ा, छिंदवाड़ा, जबलपुर, कटनी। मंडला, नरसिंहपुर, सिवनी, डिंडोरी, बैतूल, हरदा, होशंगाबाद, रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, छतरपुर, दमोह, पन्ना, सागर, टीकमगढ़, निवाड़ी, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, आगर मालवा, देवास, मंदसौर, नीमच, नीमच , शाजापुर, उज्जैन समेत सभी भागों कैसा रहेगा मौसम। देखें मौसम पूर्वानुमान।

वीडियो स्रोत: मौसम तक

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भिंडी की फसल में एफिड एवं जैसिड का ऐसे करें नियंत्रण

How to control aphid and jassid in okra crop
  • एफिड एवं जैसिड रस चूसक कीटों की श्रेणी में आते हैं। ये नरम शरीर के छोटे कीट होते हैं जो पीले, भूरे, हरे या काले रंग के हो सकते हैं।

  • ये आमतौर पर छोटी पत्तियों और टहनियों के कोनों पर समूह बनाकर पौधे से रस चूसते हैं तथा चिपचिपा मधु रस (हनीड्यू) छोड़ते हैं। इससे फफूंदजनित रोगों की संभावनाएं बढ़ जाती है।

  • इसके गंभीर संक्रमण के कारण पत्तियां और टहनियां कुम्हला सकती हैं एवं पीली होकर सिकुड़ कर मुड़ जाती हैं।

  • इसके अत्यधिक आक्रमण की अवस्था में पत्तियाँ सूख जाती हैं व धीरे-धीरे पूरा पौधा सूख जाता है।

  • एफिड एवं जेसिड कीट से बचाव हेतु थायोमेथोक्सोम 25% WG @ 100 ग्राम/एकड़ या इमिडाक्लोप्रिड 17.8% SL @ 100 मिली/एकड या फ्लूनेकामाइड 50% WG @ 60 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव करें।

  • इसके जैविक बचाव के रूप में बवेरिया बेसियाना @ 250 ग्राम/एकड़ की दर से उपयोग करें।

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मिलेंगे 4000 रुपए अगर 30 जून तक कर लिया पीएम किसान योजना से जुड़ा ये काम

pradhan mantri kisan samman nidhi yojna

अगर आपने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया है, तो आप आगामी 30 जून तक अपना रजिस्ट्रेशन जरूर करवा लें। ऐसा करने से आपको एक साथ डबल फायदा मिल जाएगा। ऐसा करने से आपको इस साल की दोनों किस्त एक साथ मिल जायेगी।

इस योजना में अगर आप जून महीने में रजिस्ट्रेशन कर देते हैं, और यह सफलता से अप्रूव्ड हो गया तो जून या जुलाई में आपको 2 हजार रुपए की इस साल की पहली किस्त मिल जाएगी। वहीं अगस्त में आपको फिर से 2 हजार रुपए की दूसरी किस्त भी मिल जाएगी।

स्रोत: कृषि जागरण

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मल्टीलेयर खेती करने से किसानों को मिलेंगे कई फायदे

Multilayer Farming
  • मल्टीलेयर खेती के अंतर्गत एक ही खेत में एक ही मौसम में एक साथ बहुत सी फसलें लगायी जाती है। खेती की इस तकनीक को मल्टीलेयर खेती कहते हैं।

  • मल्टीलेयर खेती के लिए किसान पहले जमीन में ऐसी फसल लगाएं, जो कि भूमि के अंदर उगती है। इसके बाद उसी भूमि में सब्जी और फलदार पौधे लगा सकते हैं।

  • इन फसलों के अलावा छायादार और फलदार वृक्ष भी लगा सकते हैं। इस तकनीक से किसान कम भूमि में भी एक से अधिक फसल की खेती कर सकता है।

  • मल्टी लेयर फार्मिंग में एक ही खेत में एक साथ चार से पांच फसल आसानी से लगाई जा सकती है।

  • मल्टीलेयर खेती में किसान कम भूमि में अधिक खेती करके अधिक लाभ कमा सकते हैं।

आधुनिक और स्मार्ट खेती से जुड़ी ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए पढ़ते रहे ग्रामोफ़ोन के लेख। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने किसान मित्रों से भी करें साझा।

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एमएसपी पर मूंग की खरीदी के लिए जल्द शुरू होगा पंजीयन

वर्तमान में कई राज्य सरकारें रबी फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी कर रही है। मध्य प्रदेश में भी यह कार्य जारी है। बहरहाल मध्य प्रदेश सरकार ने इस कार्य में एक कदम आगे बढ़ते हुए यह घोषणा कर दी है की रबी फसलों की ही तरह आने वाले समय में ज़ायद सीजन की मुख्य फसल मूंग की खरीदी एमएसपी पर की जायेगी।

हालांकि मूंग की कटाई अभी नहीं हुई है इसके बाद भी प्रदेश सरकार इसकी खरीदी के लिए निर्णय ले रही है। मूंग की खरीदी के लिए किसानों का पंजीयन जल्द शुरू कराया जाएगा। मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि “संकट की इस घड़ी में सरकार किसानों के साथ है। उन्हें उपज का समर्थन मूल्य दिलाने के लिए कोरोना संकट काल में भी समिति स्तर पर खरीद की जा रही है।”

स्रोत: नई दुनिया

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50% की भारी सरकारी सब्सिडी के लिए फ़ूड प्रोसेसिंग उद्योग करें आवेदन

Food processing industries apply for heavy government subsidy of 50%

फ़ूड प्रोसेसिंग उद्योग शुरू करने के इच्छुक लोगों के लिए सरकार अनुदान, प्रोत्साहन योजना चला रही है। इस योजना में प्रोत्साहन/अनुदान प्राप्त करने के इच्छुक खाद्य प्रसंस्करण उद्योग विनिर्माता आवेदन कर सकते हैं। इसके अंतर्गत गाइडलाइन अधिकारी वेबसाइट www.mofpi.nic.in पर दर्ज कर दी गई हैI

केंद्रीय कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर के मुताबिक, “भारत सरकार ने 10,900 करोड़ रुपए के बजट के साथ वर्ष 2021-22 से वर्ष 2026-27 के दौरान खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों के लिए उत्पादन लिंक्ड प्रोत्साहन योजना को मंजूरी दी है। मंत्रालय ने विस्तृत गाइडलाइन जारी की है।”

बता दें कि खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय इस योजना के अंतर्गत तीन श्रेणियों के आवेदकों से विदेशों में ब्रांडिंग एवं विपणन गतिविधियों को आरम्भ करने के लिए बिक्री आधारित प्रोत्साहन तथा अनुदान प्राप्त करने हेतु आवेदन आमंत्रित कर रहा है।

योजना से विदेशों में ब्रांडिंग व विपणन पर कुल खर्च के 50% की दर से अनुदान मिलेगा और इसके लिए न्यूनतम खर्च 5 वर्ष की अवधि में 5 करोड़ रुपये होगा। इस योजना में आवेदन करने की आखिरी तारीख 17 जून 2021, शाम 5 बजे तक है।

स्रोत: कृषक जगत

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कपास की बुआई से पहले सफेद लट्ट का कर दें खेत से खात्मा

What are the measures to control the white grub before sowing of cotton crop

  • सफ़ेद ग्रब सफेद रंग का कीट हैं जो खेत में सुप्तावस्था में ग्रब के रूप में रहता है।

  • आमतौर पर प्रारंभिक रूप में ये जड़ों में नुकसान पहुंचाते हैं।

  • सफेद ग्रब के प्रकोप के लक्षण कपास के पौधे पर देखे जा सकते हैं, जैसे कि कपास के पौधे का एकदम से मुरझा जाना, पौधे की बढ़वार रूक जाना और बाद में पौधे का मर जाना इसका मुख्य लक्षण है।

  • इस इस कीट का नियंत्रण जून माह में और जुलाई के शुरुआती सप्ताह में कर लेना चाहिए। इसके लिए मेट्राजियम (kalichakra) 2 किलो + 50-75 किलो FYM/कम्पोस्ट के साथ मिलाकर प्रति एकड़ की दर से खाली खेत में भुरकाव करें।

  • लेकिन यदि कपास की फसल की प्रारम्भिक अवस्था में भी इस कीट का प्रकोप दिखाई दे रहा हो तो सफेद ग्रब के नियंत्रण के लिए रासायनिक उपचार भी किया जा सकता है।

  • इसके लिए फेनप्रोप्रेथ्रिन 10% EC @ 500 मिली/एकड़, क्लोथियानिडिन 50.00% WG @ (डोन्टोटसु) 100 ग्राम/एकड़ को मिट्टी में मिला कर उपयोग करें।

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