बजट 2021 में कृषि क्षेत्र को सरकार ने दिया बड़ा तोहफ़ा, पढ़ें पूरी जानकारी

Government gave big gift to agriculture sector in budget 2021

लोकसभा में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण वर्ष 2021 का बजट पेश कर दिया है। इस बजट में किसानों की आमदनी को दोगुना करने की बात दोहराई गई है। इसके साथ ही बजट में कृषि क्षेत्र को कई सौगात दिए गए हैं।

  • समर्थन मूल्य में डेढ़ गुने तक का इज़ाफा किया जाएगा।
  • दाल, गेहूँ, धान सही अन्य कई फ़सलों का समर्थन मूल्य बढ़ाया गया।
  • 32 राज्यों में वन नेशन वन राशन कार्ड की व्यवस्था लागू हुई।
  • पूरे देश में 5 बड़े फिशिंग हब बनाये जाएंगे।
  • E-NAM से जोड़ी जाएंगी 1000 नई मंडियां।
  • महिलाओं को सभी शिफ्ट में काम करने की मिलेगी अनुमति।
  • स्वामित्व योजना होगी लागू।
  • एग्रीकल्चर के क्रेडिट टारगेट को 16 लाख करोड़ तक किया जाएगा।
  • ऑपरेशन ग्रीन स्कीम शुरू किया जाएगा।
  • उज्ज्वला योजना से और 1 करोड़ लाभार्थियों को जोड़ा जाएगा।

स्रोत: कृषि जागरण

Share

सरकारी सब्सिडी पर करें मछली पालन और कमाएं लाखों का फायदा

Do Fish farming and earn millions on government subsidy

मछली पालन से किसान भाई अच्छी कमाई कर सकते हैं। हालाँकि इसके लिए काफी खर्च भी लगता है इसलिए कई किसान इसे व्यवसाय के रूप में नहीं अपनाते हैं। बहरहाल अब मध्य प्रदेश के किसानों को मछली पालन का व्यवसाय शुरू करने के लिए सरकार की तरफ से अच्छी खासी सब्सिडी भी दी जाने लगी है। इस सब्सिडी की मदद से किसान इस व्यवसाय को अपना सकते हैं।

इसके लिए मध्य प्रदेश के किसानों के खुद की जमीन होनी चाहिए। इस जमीन पर तालाब निर्माण हेतु सरकार 50% तक सब्सिडी प्रदान कर रही है। इस सब्सिडी का लाभ मध्य प्रदेश के सभी जिलों के किसान उठा सकते हैं। हालांकि एससी, एसटी, महिला वर्ग के लघु और सीमान्त किसानों को इसमें प्राथमिकता दी जाती है।

बता दें की मछली पालन की कुल ईकाई का संभावित खर्च 7 लाख रूपये तक आता है। इस पूरी खर्च का 50% सब्सिडी के रूप में सरकार की तरफ से मिलेगी और शेष राशि हितग्राही को खुद या या बैंको से लोन देना होगा।

स्रोत: कृषि जागरण

Share

चने की 30-40 दिनों की अवस्था में ऐसे करें फसल प्रबंधन

How to manage gram crop during the period of 30-40 days

चने की फसल में फूल अवस्था के समय अच्छे फूल उत्पादन एवं फल उत्पादन के लिए पोषण प्रबधन करना बहुत जरूरी होता है।

कवक जनित  रोगो  के  लिए: हेक्साकोनाज़ोल 5% SC @ 400 ग्राम/एकड़ या थायोफिनेट मिथाइल 70% W/P@ 300 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव करें। 

जैविक उपचार के  रूप में  स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस @ 250 ग्राम/एकड़ की दर  से उपयोग करें। 

कीट प्रबंधन के लिए: इमामेक्टिन बेंजोएट 5% SG@ 100 ग्राम/एकड़ या क्लोरानट्रानिलीप्रोल 18.5% SC@ 60 मिली/एकड़ की दर से छिड़काव करें। 

जैविक उपचार के रूप में बवेरिया बेसियाना @ 250 ग्राम/एकड़ की दर से उपयोग करें।   

पोषण प्रबंधन के लिए: होमब्रेसीनोलाइड 0.04% @ 100 मिली/एकड़ या पिक्लोबूट्राज़ोल 40% SC @ 30 मिली/एकड़ या सूक्ष्म पोषक तत्व @ 250 ग्राम/एकड़ की दर से उपयोग करें।  

Share